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गो के लिए आजादी की लड़ाई लड़ने वाले देश में अभी भी गौहत्या हो रही है


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 263 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि आज ही के दिन भारतीय सैनिक और नोबेल पुरस्कार विजेता अल्बर्ट एक्का का जन्म हुआ है ,जिनकी 1971 के भारत पाक युद्ध में विजयश्री दिलाने में अहम भूमिका रही है अर्थात उन्होंने भारत माता की रक्षा हेतु मात्र 28 वर्ष की आयु में बलिदान हो गए थे। 

अंतराष्ट्रीय महामारी तैयारी दिवस पर पूज्य महाराज जी ने बताया कि जब जब लोगों का व्यवहार,लोगों का विचार,लोगों का जीवन जीने का तरीका प्रकृति के अनुकूल न होकर विकृति की तरफ बढ़ जाता है,तब तब महामारी पैदा होती है अगर हम संस्कार से रहें प्रकृति के साथ सामंजस्य मिलाकर चले,सभी जीवों का समान रूप से आदर दे,हम किसी को कष्ट न दे तो फिर महामारी कैसे आ सकती है और ये सब भगवती गोमाता की शरणागति से ही आ सकता है जिसका कोरोनाकाल का प्रत्यक्ष उदाहरण है,अर्थात कोरोना के समय गौसेवा करने वाले किसी भी गोशाला के ग्वाल को कोई कष्ट नहीं हुआ ,इसलिए वैश्विक महामारी तैयारी दिवस पर मै सभी देशवासियों से आह्वान करता हूं कि प्रत्येक परिवार अपने घर पर एक एक गोमाता की सेवा कर लीजिए ,हमारे जीवन में किसी भी प्रकार की महामारी हमारे जीवन में नहीं आएगी। 
स्वामीजी ने बताया कि आज सड़के बनने से ही हम देश का विकास मान बैठे है,जबकि सर्व भूमि गोपाल की है और सरकार इस पर सड़क बना रही है,तो गो की रक्षा के लिए नीति निर्धारित करना भी सरकार का काम है,एक गोमाता के प्राण जाने का अपराध शासक एवं वाहन चलाने वाले दोनों पर लगता है इसलिए सड़क पर तेजगति वाहन चलाने से सड़क पर हुई गोवंश की हत्या के लिए सरकार को कड़ा कानून बनाकर उन्हें कठोर सजा देने का प्रावधान होना चाहिए। 

स्वामीजी ने आगे बताया कि अगर हमें गो हत्या के पाप से बचना है तो जब तक भारत में गौहत्या का कानून नहीं बन जाएं तब तक हमें वोटो का बहिष्कार करना होगा अर्थात जब तक भारत भूमि से गौहत्या का कलंक नहीं मिट जाता या इसके लिए कटिबद्ध होकर कोई भी सरकार ईमानदारी से प्रयत्न नहीं करती तब तक हम किसी को वोट नहीं देंगे ऐसा दृढ़ संकल्प हमे लेना होगा क्योंकि आजादी लड़ाई के लिए 1857 की क्रांति में जो बिगुल बजा था वह मेरे देश में गौहत्या पर रोक लगे उसकी के लिए हुआ था और सरदार वल्लभभाई पटेल की आत्मा अन्तिम समय तक यही कह के गई कि ये विदेशों में कपड़े धुलाने वालो जरा गायमाता की हत्या पर तो प्रतिबंध लगा दीजिए यह कहकर गई थी लेकिन न उनसे कुछ हुआ न इनसे कुछ हुआ ।


*आंग्ल वर्ष 2024 की विदाई एवं 2025 की पूर्व संध्या 31 दिसम्बर 2024 मंगलवार को विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में भगवान श्री कृष्ण की नृत्य नाट्य लीलाओ एवं भजन संध्या का आयोजन होगा*

*263 वे दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश के आगर मालवा से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 263 वें दिवस पर चुनरी यात्रा भारत विकास परिषद् आगर मालवा के प्रांतीय सदस्य राजेश कुमार में के परिवार की और उनके पिताश्री बृजमोहन पत्नि सविता देवी बहिन उषा एवं पुत्री गरिमा खंडेलवाल व नाती नातिन सहित अपने परिवार की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।