चूड़ियां कमजोरी का मानक नहीं,स्त्रियों का हथियार है*- साध्वी निष्ठा गोपाल सरस्वती
सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 330 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद जी सरस्वती ने बताया कि बताया कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा मनाएं जा रहें गोवंश रक्षा वर्ष के तहत आज मध्यप्रदेश के गौसेवक यशस्वी मुख्यमंत्री जी के गृह जिला उज्जैन के घटिया थाना क्षेत्र से एक सुखद सूचना आई कि घटिया थाना के थाना प्रभारी निरीक्षक डी एल दसोरिया, उप निरीक्षक अल्केश कुमार डांगे, उप निरीक्षक शैलेंद्र सिंह अलावे, प्रधान आरक्षक 410 गजेंद्र सिंह प्रधान आरक्षक 1290 मानसिंह, प्रधान आरक्षक 1702 राजेंद्र राठौड़, प्रधान आरक्षक 1301 शांतिलाल जाट, आरक्षण 892 बद्रीलाल, आरक्षक 868 पवन शर्मा, आरक्षक 936 रामचंद्र मालवीय, आरक्षक 1814 बनवारी लाल यादव, आरक्षक 1815 दीपक यादव सैनिक आत्माराम सैनिक मोहनदास बैरागी की जांबाज टीम ने दो मेवाती मुसलमान कसाइयों अकील पिता आशीष खान उम्र 22 साल निवासी भेरू नाला शीतला माता मंदिर की गली उज्जैन थाना जीवाजीगंज 02 सलीम उर्फ बिटिया पिता अबीब खा उम्र 35 साल निवासी ताजपुर उज्जैन द्वारा बालेनो कार में गोवंश को चारों पैर एवं एवं मुंह बांधकर ले जाते हुए दबोचा और उनकी अच्छे से धुनाई कर अपराधियों से गाय हमारी माता है पुलिस हमारी बाप है के नारे लगाते हुए उनका झुलस निकाला और अपराध क्रमांक 68/25 धारा 4,6,9, म प्र गोवंश वध प्रतिषेध अधिनियम 11 D पशु कुरता में गिरफ्तार कर आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त बालेनो कार को जप्त कर आरोपियों को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश कर जेल भेज गया उसके लिए पूज्य महाराज ने घटिया थाना क्षेत्र सहित सम्पूर्ण उज्जैन क्षेत्र की पुलिस का आभार व्यक्त करते हुए पुलिस अधीक्षक उज्जैन से निवेदन किया कि भगवती गोमाता का पुनीत कार्य करने वाले उक्त जांबाज भारत माता के सभी लाल को विश्व के प्रथम गो अभयारण्य जहां पर मध्यप्रदेश शासन के गोवंश रक्षा वर्ष के तहत एक वर्षीय गो कृपा कथा चल रही है उसमें उन सभी जांबाज बहादुर सिपाहियों को भिजवाने की कृपा करावे ताकि आस्था चेनल के माध्यम से विश्व के 160 से अधिक देशों के साथ सम्पूर्ण भारत को एक प्रेरणा इन जांबाज वीर बहादुर सिपाहियों के माध्यम से मिल सकें ।
*पूज्य महाराज जी ने सभी को सूचित करते हुए बताया कि आज 04 मार्च को भोपाल में मध्यप्रदेश की केबिनेट बैठक से मध्यप्रदेश के गोपालन विभाग एवं डेयरी मंत्री माननीय लखन जी पटेल के माध्यम से सूचना मिली है कि मध्यप्रदेश के गोसेवक मुख्यमंत्री महोदय डॉक्टर मोहन जी यादव ने मध्यप्रदेश शासन द्वारा आगर मालवा में स्थापित विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के उपसंहार कार्यक्रम की स्वीकृति प्रदान की है साथ ही विश्वास दिलाया है कि मैं भारत के गृह मंत्री माननीय अमित जी शाह को भी लाने का पूर्ण प्रयास करूंगा*
गोमाता की सेवा में नारीशक्ति की महत्ता के बारे में बताते हुए दृष्टि देवी फाउंडेशन की प्रमुख साध्वी निष्ठा गोपाल सरस्वती ने बताया कि आज भी पुरुष प्रधान समाज में पुरुष मानसिकता वाले विचार जीवित है और जो पुरुष कमजोर या डरपोक होता है उसे चूड़ियां पहन रखी है क्या ? ऐसी तीखी टिप्पणी की जाती है और इसी मानसिकता के चलते आज तक गो रक्षा के आन्दोलन में मातृशक्ति को कभी अग्रणी नहीं रखा है और हमेशा उन आंदोलनों में पुरुष अग्रणी रहें है ओर दुर्भाग्य से वे आंदोलन विफल हुए है,लेकिन हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि चूड़ियां धारण करने वाली रानी पद्मिनी ने खिलजियों को अपनी औकात दिखा दी थी और हाड़ारानी ने एक क्षण में अपना सिर धड़ से अलग करके अपने पति को कर्तव्य का बोध कराया कराया है अर्थात चूड़िया कमजोरी का मानक नहीं बल्कि स्त्रियों का हथियार है और जब गो रक्षा की बात आती है तो पुरुषों द्वारा विचार किया जाता है लेकिन पुरुषों को यह नहीं भूलना चाहिए कि प्रत्येक वीर,महान, योद्धा में वीरता भरने वाली स्त्री ही तो होती है,महाराणा प्रताप एवं छत्रपति शिवाजी जैसे महापुरुषों में गोभक्ति का भाव भरने वाली भी तो नारी रूप में एक मां ही तो थी और आज जो छावा नामक फिल्म दिखाई जा रहीं है उसमें छावा को जन्म देने वाली भी तो एक नारी ही है ।
साध्वीजी ने देश की मातृशक्ति से आह्वान किया कि माताओं अब समय आ गया है अब हमें गो रक्षा के लिए आगे आना होगा और इसके लिए धेनु शक्ति संघ के माध्यम से संगठित होना होगा और हमें यह दिखाना होगा कि "ना अबला हूं,ना बेचारी हूं, तू देख मुझे मैं एक नारी हूं।" और इसी उद्देश्य को प्रतिलक्षित करने के लिए आगामी 02 अप्रैल से 10 अप्रैल 2025 तक विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में दृष्टि देवी फाउंडेशन के तत्वाधान में देश भर की माता बहिनों के लिए आत्म रक्षा प्रशिक्षण(self defense training camp) शिविर रखा है ।
330 वें दिवस पर अंबालाल भामाखेड़ा एवं नीतू राज सिंह आदिअतिथि के रूप में उपस्थित रहें ।
*330 वे दिवस पर चुनरी यात्रा महाराष्ट्र एवं मध्यप्रदेश से*
एक वर्षीय गोकृपा कथा के 330 वें दिवस पर चुनरी यात्रा पूज्य महंत शिवदास जी महाराज भिण्ड एवं सत्यानंद जी त्यागी रामनगर व महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले से पार्थ,सुषमा, सुशांत बालाजी एवं पूजा राम, सुनंदा राम,इंदुताई कृष्णा,गजानन राम व कृष्ण राहटकर के परिवार की ओर से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।