भारत का प्राण और सनातन की आन बान और शान है गोमाता* - स्वामी गोपालानंद सरस्वती
सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 305 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि आज ही के दिन स्वतंत्रता संग्राम के क्रांतिकारियों के लिए 80 से अधिक दिव्य काव्यों की रचना की ऐसे क्रांतिकारी मन्मथ नाथ का जन्म हुआ है साथ ही क्रांतिकारी सतेन्द्र नाथ जी के निर्वाण दिवस पर बताया कि जिनका सवागज का सीना होता है वे ही लोग भारत मां की सेवा करके बलिवेदी पर चढ़े है लेकिन कुछ तथाकथित लोग अपने आप को तो गो भक्त कहते है और जब गो की रक्षा की बात आती है तो वे मौन हो जाते है अर्थात जिसे हम हमारी मां मानते है वह आज सरेआम कट रही है इस पर सनातनियों को ललकारते हुए कहां कि तुम्हे किस बात का भय एवं डर है क्योंकि आपके इस नकलीपन के कारण ही मेरे देश की गैया कट रही है और जब इनकी रक्षा की बात आती है तो तुम अपना मुंह बंध कर लेते है,लेकिन हम क्रांतिकारियों को विश्वास दिलाते हुए कहते है कि आपने देश की आजादी के लिए अपने प्राण देकर गए, तो हम देश की खुशहाली एवं गोमाता की रक्षा के लिए प्राण भी देना पड़े तो विचार नहीं करेंगे ऐसा आपको विश्वास दिलाते है ।
व्यथा इस बात की है कि जिस गायमाता ने सर्वजगत के कल्याण के लिए एक लाख वर्ष तक कठोर तप करके अपने पवित्र गोबर से जगत का कल्याण करने की शक्ति रखती है, जो भारत का प्राण और सनातन की आन बान शान है वह आज जिन स्थितियों में है, वह बहुत विकट और विषम स्थितियों में है और कुछ मुट्ठी भर लोग ही भगवती गोमाता की सेवा में जुट पाएं है,लेकिन अब हमें पीछे नहीं हटना है और भगवती गोमाता ने हमें जो गोकृपा कथा रूपी प्रसाद दिया है,उसके माध्यम से हम जन जन तक भगवती गोमाता की महिमा के माध्यम से गोभक्ति का भाव जगाने का पूरा प्रयत्न करेंगे और जिसके हृदय में समग्र देश की वेदलक्षणा गौमाताओं की चिन्ता होगी वहीं सच्चा गोप्रेमी गोभक्त है ।
*ग्वाल शक्ति सेना में 5 हजार पूर्ण गोव्रती कार्यकर्ताओं की श्रृंखला मे महाराष्ट्र से परमेश्वर स्वामी तहसील जितुर जिला परभणी की राज्य प्रभारी, अनिल जी बोत्रे जिला प्रभारी पुणे, संतोष सुरवसे तहसील प्रभारी जामखेत जिला अहिल्यानगर जिला प्रभारी , पुरुषोत्तम डोंगरे जिला प्रभारी अमरावती एवं मध्यप्रदेश के हरदा जिले से भीम गिरी गोस्वामी (गहाल) आदि की नियुक्ति की उद्घोषणा हुई*
*देश में गो सेवा में मातृशक्ति अग्रणी हो इसी निमित्त धेनु शक्ति संघ में मध्यप्रदेश की सुसनेर से मुस्कान राठौर,अनीता प्रजापत, टोडारायसिंह मीनाक्षी पारीक,शिवानी पारीक,कल्पना पारीक,मीरा जोगी बसोली
एवं कोटा जिले से नंदिनी एवं सुमिरन धाकड़ की नियुक्ति की घोषणा हुई*
*एक वर्षीय गो कृपा कथा के 305 वें दिवस पर दिल्ली के नरेला से साधुराम जी गर्ग अपने परिवार के देशराज जी सिंघल,कश्मीरी लाल जी सिंघल, श्रीमति मूर्ति देवी,सीमा रानी जी गर्ग, शैलजा जी गर्ग,प्रदीप जी गर्ग,ऊषा जी गर्ग एवं यशवंत जी आदि के साथ अतिथि के रूप में पधारे*
*श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा ,कामधेनु गो अभयारण्य ,धेनु देवी फाउंडेशन एवं दृष्टिदेवी फाउंडेशन के तत्वाधान में विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में चल रहें ग्वाल प्रशिक्षण शिविर के सप्तम दिवस पर श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा से पधारे गोसेवा प्रभारी श्री गिरधर सिंह ने श्रेष्ठतम गौ inसेवा किस प्रकार हो उसका प्रत्यक्ष गोष्ठ में जाकर व्यक्तिगत सभी को प्रशिक्षण दिया*
*305 वे दिवस पर चुनरी यात्रा दिल्ली एवं मध्यप्रदेश के इन्दौर से*
एक वर्षीय गोकृपा कथा के 305 वें दिवस पर चुनरी यात्रा दिल्ली के नरेला से साधुराम जी गर्ग अपने परिवार के देशराज जी सिंघल,कश्मीरी लाल जी सिंघल, श्रीमति मूर्ति देवी,सीमा रानी जी गर्ग, शैलजा जी गर्ग,प्रदीप जी गर्ग,ऊषा जी गर्ग एवं यशवंत जी मध्यप्रदेश के इन्दौर से किशोर जी नायक,श्रीमती राजकुमारी नायक, पुत्र अंशुल एवं पुत्री रुचि के साथ अपने परिवार सहित सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।