विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में दो गरीब कन्याओं का पाणिग्रहण संस्कार 25 फरवरी को* *गौमाताओं का नुकसान कसाइयों से भी ज्यादा तथाकथित गो सेवक कर रहें है* -
सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 322 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज जी ने देश में सेवा के नाम पर जो पाखंड बढ़ रहा है, उस पर प्रहार करते हुए महाराज जी ने बताया कि कहने में तो विज्ञान ने अपनी जगह बढ़ाई है,लेकिन हर शहर गली में पाखंडियों को प्रणाम करने वालों की भीड़ बढ़ रही है, पाखण्ड को पूजा जा रहा हैं और लोग सेवा से दूर होते जा रहें हैं और इस का मूल कारण सनातनियों की गो से दूरी है और वर्तमान में सनातनियों की स्थिति उस कबूतर की भांति हो गई है जो अपनी शत्रु बिल्ली को देखकर कबूतर अपनी आँखें इसलिए बंद कर देता है कि मैं आंखे बन्द कर लूंगा तो बिल्ली को भी नहीं दिखूंगा और अन्त में बिल्ली उस कबूतर की गर्दन मरोड़ देती है,वही हाल देश में सनातनियों का विधर्मी कर रहें है ।
स्वामीजी ने आगे बताया कि इस संसार में कोई सच्चा सन्त ,सच्चा संन्यासी,सच्चा देवता एवं जीता जगता कोई देवता हैं तो वह है गोमाता,लेकिन दुनियां गो से दूर होकर पाखंड की और बढ़ रहें है और कुछ तथाकथित गोसेवक अपना नाम चमकाने के लिए गो सेवा का दिखावा कर रहें है,उनसे सावधान रहने की आवश्यकता है क्योंकि गोमाता का नुकसान कसाइयों से भी ज्यादा तथाकथित ये गो सेवक कर रहें है और हमारे धर्म शास्त्र भी यही कहते है कि जो गैया के रास्ते चलेगा वह ही देवता है
विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में चल रहें सप्त दिवसीय महाशिवरात्रि महोत्सव में गो अभयारण्य के अध्यक्ष एवं गोष्ठाधिपति भगवान गोपालेश्वर महादेव एवं उनके साथ "शिव दरबार" की होने वाली प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव गो अभयारण्य में विराजित गो रक्षक हनुमान जी महाराज मन्दिर से कलश यात्रा के साथ प्रारम्भ हुआ और 25 फरवरी को राधा लडडू गोपाल एवं दो कन्याओं का गो अभयारण्य में होने वाले विवाह के लिए आज हल्दी एवं मेंहदी की रश्म राधा जी के धर्म पिता अनिल जी राजपुरोहित उज्जैन एवं लड्डू गोपाल जी के धर्म पिता मोहन जी राठौर सुसनेर के परिवार ने करवाया एवं विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में 25 फरवरी मंगलवार को आगर के लोक प्रिय विधायक माधव सिंह मधु जी गहलोत व इन्दौर के गो सेवक मनीष जी गुप्ता परिवार द्वारा होने वाले दो गरीब कन्याओं का पाणिग्रहण संस्कार राधा लडडू गोपाल जी महाराज के विवाह के साथ प्रातः 10 बजे से होगा और सायंकाल 3 बजे से 04 बजे आशीर्वाद समारोह आयोजित होगा ।
*322 वें दिवस पर भागवतवक्ता रामचन्द्र जी जालमपुरा, श्रीमती साधना जी दुबे पत्नी स्वर्गीय महेश चंद्र जी कायमगंज फर्खुदाबाद(उत्तरप्रदेश),मदन लाल जी शर्मा,गायत्री परिवार एवं गौसेवक रटलाई सहित अनेक गौशालाओं के गोभक्त प्रतिनिधि अतिथि उपस्थित रहें ।
*322वे दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान एवं मध्यप्रदेश से*
एक वर्षीय गोकृपा कथा के 322 वें दिवस पर राजस्थान के जयपुर जिले के उग्रीयावास आसलपुर से मुकेश पुरण , छोटे लाल ,महेश , हंसराज ,पांचुलाल कुमावत, झालावाड़ जिले की रामगंजमंडी के गौसेवकों,मध्यप्रदेश के आगर जिले की बडौद तहसील के जमुनिया (बडोद) से महिला मंडल दशरथ कुवंर,मान कुंवर, प्रेम कुंवर जस्सु कुंवर,वसनबाई के साथ अनेक महिला पुरुष , एवं लोहार दरवाजा सुसनेर व जमुनिया रोड सुसनेर एवं लटूरी ग्राम के समस्त ग्रामवासियों की और से ग्राम की सेकंडों मातृशक्ति एवं युवाओं ने समस्त ग्रामवासियों की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।