सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 303 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि कि मानव का वास्तविक धर्म यही है कि वह सदा आनंद में रहें,मनुष्य होने का अर्थ यही है कि हम लोग आनंद में रहें अर्थात हम मनुष्य तभी तक है जब तक हम आनन्द में है,जब आनन्द में नहीं तो फिर मनुष्य कैसे , एक पल के लिए भी आनंद नहीं जाना चाहिए, एक पल के लिए भी आनन्द नहीं जाना चाहिए प्रसन्नता,मौज,,कोई दुःख संकट या परेशानी नहीं,कोई वैरी दुश्मन नहीं,सब हमारे और सबके हम ऐसे सुन्दर भावों के साथ ही इस संसार में जिनी का आनन्द अगर कोई दे सकती है,तो वह मैरी गैया महारानी दे सकती है , गैया मैया ही है जो हम लोगों के जीवन की नैया को पार करके प्रभु तक पहुंचा सकती है बस छोटी सी है कि जो लोग दुःखी है, परेशान है और सोचते है कि कैसे जीवन की नैया पार चलेगी, रुपए नहीं है,घर छोटा है, गाडी नहीं है, रिश्तेदारों को कैसे राजी रखे,यह नाराज,वह नाराज,यह करें तो वो हो जाएं,वो करें तो यह हो जाएं इन सारे झंझटो से गैया मैया ही छुड़ा सकती है,बस थोड़ी से निष्काम भाव से सेवा करने की आवश्यकता है और सब गैया मैया के भरोसे छोड़ते कि है ! मेरे नाथ , आपने खूब दिया है,अब कुछ नहीं चाहिए नाथ बस गैया मैया की सेवा मिल जाएं और उस सेवा के कारण आपके श्री चरण मिल जाएं,आपका साथ मिल जाएं क्योंकि भगवान का एक अंश भगवती गैया मैया इस पृथ्वी पर है और इनके होने से ही सारे दुखों का सहज नाश हो जाता है।