षट्तिला एकादशी पर गो अभयारण्य में हजारों गोभक्तो ने फलाहारी प्रसाद पाया* - स्वामी गोपालानंद सरस्वती
सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 292 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने षट्तिला एकादशी के पुण्य पर्व पर मंदसौर एवं आगर जिले की सैकड़ों माता बहिनें चुनरी लेकर पधारी तो पूज्य महाराज जी ने बताया कि मेरे देश की माताएं जग तो गो हत्या क्या भारत से जीव हत्या ही बंद हो जाएगी केवल मेरे देश की माताओं को जगने की आवश्यकता है क्योंकि उनको पुरुष वर्ग ने सोने चांदी के जेवरों का लॉलीपॉप देकर केवल गुलाम बनाने का कार्य किया है जबकि आप तो नारी स्वरूपा है,,लेकिन आपको सोने चांदी के जेवरों के माध्यम से जकड़ लिया है और आप भी लालच में आकर फंस गई है,जबकि ये सोना चांदी सब बन्धन के साधन है मुक्ति के नहीं इसलिए अपना पल पल अपना धन सब गोमाता की सेवा में लगा दीजिए और मेरे देश की माताओं ने तीन ,चार गोमाता की सेवा अपने घर में कर ली तो देश में किसी भी गोशाला की जरूरत नहीं पड़ेगी । ये सोना चांदी सब दिखावे के लिए है और जिसने दुध के लिए नहीं बल्कि सेवा के लिए गोमाता अपने घर में रख ली तो समझ लो उसके तो जीवन का कल्याण हो गया अर्थात थोड़ी से गौसेवा भी अपने जीवन को धन्य धन्य कर सकती है ।
पूज्य महाराज जी ने आगे बताया कि एक और तो मध्यप्रदेश शासन गोवंश रक्षा वर्ष मना रहा है ,उसी मध्यप्रदेश के किसी किसी कोने में कुछ गलत भी हो रहा है ऐसी सूचना मिली है कि मध्यप्रदेश गोपालन एवं पशुधन संवर्धन बोर्ड भोपाल में पंजीकृत एवं सोसायटी एक्ट में पंजीकृत श्री नरसिंह गोशाला सेवा समिति बीड मन्दिर ब्यावरा ,जिला राजगढ़(म. प्र,.) जिसके लिए ब्यावरा स्थित नरसिंह मंदिर ट्रस्ट से गोशाला संचालन हेतु दानपत्र के माध्यम से गोशाला समिति को जमीन मिली हुई है और विगत 12 वर्षों से यहां गोशाला संचालित हो रही है और वर्तमान में 250 गोवंश की यहां मातृत्व भाव से सेवा हो रहीं है लेकिन 23 जनवरी 2025 को तहसीलदार ब्यावरा ने बेदखली आदेश का अन्तिम सूचना पत्र देकर 29 जनवरी 2025 तक इस गोशाला को खाली करने को लिखा है ।
हम मध्यप्रदेश के गौसेवक मुख्यमंत्री महोदय जिन्होंने सत्ता संभालते ही गौसेवा के हित में पवित्र कार्य किए है उनसे उक्त गोशाला को बचाने का आग्रह करेंगे साथ ही क्षत्रिय कुल में जन्मे वहां के विधायक एवं माननीय मंत्री नारायण सिंह जी पंवार एवं अंजनी सिंह समिति ट्रस्ट जिन्होंने गोशाला खाली करवाने के लिए नोटिस भेजा है उनसे भी आग्रह करेंगे कि क्षत्रिय कुल एवं हनुमान जी महाराज तो हमेशा से ही गोवंश रक्षा में आगे रहे है इसलिए आप इस गोशाला को खाली करने के आदेश को वापस करवाएं क्योंकि गैया उजड़ गई तो फिर हम सब भी उजड़ जाएंगे ।
*षट्तिला एकादशी पर आज हजारों गोभक्तो ने एकादशी फलाहारी प्रसाद लेकर अपना उपवास खोला*
*ग्वाल शक्ति सेना में 5 हजार पूर्ण गोव्रती कार्यकर्ताओं की श्रृंखला में मध्यप्रदेश के देवास जिले के इकलेरा संयोजक मोहित बैरागी,मुंबई इंद्रलोक भयंदर ईस्ट संयोजक जसराज सिंह राजपुरोहित,बिहार के दरभंगा संयोजक गोविंद चौधरी उर्फ राजा बाबू आदि की नियुक्ति की उद्घोषणा हुई*
*292 वें दिवस पर लसूडिया खेराज के सरपंच जगदीश पवार ,चेनसिंह पवार, भगवान सिंह ,
रंगलाल भागर ,चिलावद सरपंच इंदर सिंह सिसोदिया, बालू सिंह राठौर, राजू वर्मा आदि अतिथि उपस्थिiत रहें*
*292 वे दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश के मंदसौर एवं आगर जिले से*
एक वर्षीय गोकृपा कथा के 292 वें दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश मन्दसौर जिले की श्यामगढ़ तहसील के अकली शिवदास से महेन्द्र सिंह,नारायणसिंह चौहान के साथ सम्पूर्ण ग्राम की माता बहिनें एवं आगर जिले कजलास ग्राम की महिला मण्डल अपने परिवार एवं ग्राम की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।