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दैनिक समाचार



गोमाता का गोबर खतरनाक विकिरणों के दुष्प्रभाव को रोकता है* -


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 284 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि अधिकांश लोगों के जीवन में रजोगुण व्याप्त है जिससे आपाधापी बढ़ती जो दुर्घटनाओं का मूल कारण है। जितने भी एक्सीडेंट होते है वह रजोगुण में वृद्धि होने के प्रभाव है। हर आदमी को जल्दी है, जल्दी क्यों है क्यों कि रजोगुण है। यह हमेशा मन का घाव देता है या तन का घाव देता है। 

गौमाता के गोबर और मिट्टी से बने घर में न गर्मी में गर्मी लगती ओर न सर्दी में ठंड लगती है। कच्चे घरों में जहरीले प्रभाव कम हो जाते है। यह पूर्णतः इको फ्रेंडली होते है।
जितनी भी विकिरणें है चाहे वह मोबाइल का रेडिएशन है, रेडियो एक्टिव पदार्थ का विकिरण है या एक्स रे का विकिरण हो। सभी के दुष्परिणामों को गोबर कम कर देता है। शासन को चाहिए कि X ray room में गौमाता के गोबर से बनी ईंटों का उपयोग करें ताकि जो डॉक्टर x ray करे उसे ओर जिसका x ray हो रहा है उस मरीज को भी कोई हानि नहीं पहुंचे।


*भारत विकास परिषद् आगर के अध्यक्ष कैलाश माहेश्वरी ने गोमाता को ठंड से बचाव करने के लिए गो अभयारण्य में 200 कम्बल भेजें*
    
*ग्वाल शक्ति सेना में 5 हजार पूर्ण गोव्रती कार्यकर्ताओं की श्रृंखला में चित्तौड़गढ़ जिले की बड़ीसादड़ी तहसील से साग़रिया घनश्याम मेनारिया,आलोद से उमेश कुमार मेनारिया पंचायत प्रभारी, पिपलिया गांव के प्रभारी वीरेंद्र कुमार झाला,झालावाड़ के ओसावा प्रभारी रामगोपाल पाटीदार की नियुक्ति की उद्घोषणा हुई*

*284 वे दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के झालावाड़ जिले से*
  
एक वर्षीय गोकृपा कथा के 284 वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के झालावाड़ जिले की पिड़ावा तहसील के ओसावा ओसावा से रामचंद्र , प्रेमनारायण , रामकरण , मोहन लाल, रामचंद्र के साथ ग्राम की मातृशक्ति एवं युवाओं ने अपने ग्राम की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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निराश्रित गोवंश को घर लाने वाले परिवार को दुगना राशन दे सरकार* - स्वामी गोपालानंद सरस्वती


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 283 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि गौमाता का असली विचरण क्षेत्र जंगल ही है। वन विभाग की जितनी भी जमीन है हमारे पूर्वजों ने गोमाता के लिए छोड़ी थी, जितनी भी गोचर की जमीन है गाय माता के लिए छोड़ी, नदियों के किनारे जो दूर दूर तक फैली है वह गोमाता के लिए छोड़ी, सरोवर के किनारे, नहरों के किनारे यह सब गोमाता के लिए छोड़े थे लेकिन हम लोगों ने ओर शासन ने कुछ नहीं छोड़ा, सब पर अपना अधिकार जमा लिया। 
अंग्रेजों के जमाने में फॉरेस्ट डिपार्टमेंट बन गए, वन की सभी जमीनों पर वन विभाग ने अपना अधिकार जमा लिया। गोमाता के चरण पड़ने से गोचर जंगल ही था लेकिन व्यवस्था बदलने से धीरे धीरे सब कुछ नष्ट हो रहा है। 
कई जगह जंगलों की यह स्थिति है सड़क के किनारे किनारे तो घने पेड़ नजर आते लेकिन 200 मीटर अंदर जाकर देखें तो सब कुछ साफ सिर्फ मैदान नजर आते है, जंगल नष्ट हो रहे है। ओरण, गोचर, वन भूमि सब गोमाता की ही है।

महाराज जी आज कथा में सरकार से निवेदन किया कोई ऐसा नियम बनाए जो सुनी गोमाता को घर पर लाएगा उसे दुगना राशन देंगे। 2 रुपए किलो में उसे बांटे का कट्टा दे देंगे। ऐसा सरकार भी कुछ करे और समाज भी कुछ करे।

    
*ग्वाल शक्ति सेना में 5 हजार पूर्ण गोव्रती कार्यकर्ताओं की श्रृंखला में राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले की डूंगला
 तहसील प्रभारी कृष्णकांत मेनारिया ,आलाखेड़ी प्रभारी नोक लाल मेनारिया, ग्राम चेनपुरिया प्रभारी लक्ष्मीनारायण जी बड़ी सादड़ी, छत्तीसगढ़ शिकारी टोला ग्राम से कृपा राम साहू ढूंढी लहरा तहसील प्रभारी 
 की नियुक्ति की उद्घोषणा हुई*

*283 वें दिवस पर बकानी गोशाला के गो सेवक निलेश, अमित गुर्जर, आशीष गणावा, लखन गुर्जर, अंकित टेलर, अंकुश खुशवाह, बलराम भील, बनवारी भील आदि अतिथि उपस्थित रहें*


*283 वे दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के झालावाड़ जिले से*
  
एक वर्षीय गोकृपा कथा के 283 वें दिवस पर चुनरी यात्रा ने अपने ग्राम की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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देश का ईसाई,मुस्लिम गोमाता को अपनी माँ मान लेता तो भारत में एक भी गोमाता सड़क पर नहीं घूमती* - स्वामी गोपालानंद सरस्वती


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 282 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि आज ही के दिन 15 जनवरी 1949 को जनरल केएम करियप्पा ने भारतीय सेना के पहले कमांडर-इन-चीफ के रूप में पदभार संभाला था. इस दिन को भारतीय सेना दिवस के रूप में मनाते है ताकि भारतीय सेना के योगदान और उसकी वीरता को सम्मानित कर सेना के प्रति जनता की आस्था और भरोसे को दर्शाया जा सकें लेकिन आजादी के 78 वर्ष बीत जाने के बाद भी आज भी भारत में अंग्रेजों की रीति नीति के पैटर्न पर हमारे देश की अदालतें,हमारे देश की अफसरशाही चल रही है उनमें भारतीयता के दर्शन नहीं हो रहें है और अभी भी रोज भारतीय संस्कृति पर आघात हो रहा है हमारी पूजा पद्धति , धर्म सिद्धांत बिगड़ रहें है और हमारी गायमाता जो भारत का प्राण है उससे लोग दिन दिन दूर जा रहें है,कभी कभी तो लगता है कि *भारत की सत्ता कुछ समय के लिए भारतीय सैनिकों के पास आ जानी चाहिए और भारतीय संस्कृति के आधार पर सेना पुनः भारत को स्थापित करें और फिर बाद में चुनाव हो क्योंकि आजादी के बाद जिन्होंने सत्ता संभाली उन्होंने अपनी कुर्सी बचाएं रखने के लिए अंग्रेजियत को ही बढ़ावा दिया है जिसके लिए शुद्धिकरण की आवश्यकता है* और सेना दिवस पर भारत के रक्षामंत्री एवं सैन्य अधिकारियों से आग्रह है कि देश में ऐसा नियम बने कि गौशालाओं का दूध,दही,घृत भारतीय सेना के पास पहुंचे, आर्मी के जवान गायमाता का दूध,दही,घी उपयोग में ले जिससे उनमें सात्विक बल बढ़े ताकि सेना में सात्विक बल बढ़ने से भारत और अधिक दिव्यता को प्राप्त हो सकें साथ ही भारत के प्रत्येक नागरिक से भी आग्रह है कि अपने भीतर सैनिक भाव बनाएं रखे क्योंकि देश की स्थितियां कभी भी विपरीत हो सकती है क्योंकि जिस प्रकार आज देश का सनातनी केवल अपना पेट भरने एवं सोना बढ़ाने के चक्कर में लगा है जबकि ईसाई एवं मुस्लिम अपने धन का उपयोग अपने धर्म को मजबूत करने में करते है और सनातनी आधा किलो से एक किलो सोना कैसे बने उसके जुगाड में ही लगे रहते है उनके लिए देश,धर्म एवं जाति से कोई लेना देना नहीं है,उनके लिए तो सोना खरीदकर उसके पास सोता रहें यही जिंदगी बन चुकी है ।
   स्वामीजी ने कहां कि अगर देश का ईसाई,मुस्लिम गोमाता को अपनी माता मान लेता तो भारत की एक भी गोमाता सड़क पर नहीं घूमती बल्कि मस्जिद व चर्च के पास एक एक गोशाला होती लेकिन कुछ पाखंडियों ने गाय को केवल सनातन की माता ही मानकर गायमाता को बाँट दिया है जबकि गाय तो सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड की माता है और तुमने गायमाता को अपनी माता माना है तो भारत की हर गाली गली में मन्दिर है सवा अरब के देश में 8 -9 करोड़ गोमाता की सेवा नहीं कर सकते क्या ?
    
*ग्वाल शक्ति सेना में 5 हजार पूर्ण गोव्रती कार्यकर्ताओं की श्रृंखला में महाराष्ट्र के नागपुर जिले की कुही तहसील प्रभारी विशाल पंडित पडोळे ,गुजरात के सांबरकाठा जिले के खेड़भरमा तहसील प्रभारी मनीष भाई पटेल 
 आदि की नियुक्ति की उद्घोषणा हुई*

*282 वें दिवस पर झालावाड़ जिले के रटलाई थानाधिकारी रामस्वरूप राठौर, कांस्टेबल नरेश कुमार,गौसेवा कमांडो फोर्स के प्रहलाद राठौर , हल्दीघाटी गो चिकित्सालय झालावाड़ से गो सेवक राम,विक्रम ,रवि एवं पिड़ावा तहसील के धरोनिया से गिरिराज पाटीदार आदि अतिथि उपस्थित रहें*


*282 वे दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के झालावाड़ जिले से*
  
एक वर्षीय गोकृपा कथा के 282 वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के झालावाड़ जिले के बनी ग्राम से देवनारायण गोशाला के नरेन्द्र सिंह तंवर के नेतृत्व ने बनी ग्राम की महिला मंडल ने अपने ग्राम की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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मकर संक्रांति पर्व पर एक निराश्रित गोवंश को अपने जीवन में अपनाएं*


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 280 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि आज गौमाता के रहने वायु मंडल स्वस्थ रहता है। पूरे विश्व में वायु प्रदूषण को ठीक करने की एक मात्र व्यवस्था गोपालन ही है । गौमाता पंचमहाभूतों को ठीक करने में समर्थवान है। आज जल, जमीन, वायु, अग्नि ओर आकाश सभी को मनुष्य ने दूषित कर दिया है । इन्हें शुद्ध करना है तो हम सभी को गो संरक्षण करना जरूरी है।

जिस देश में गोबर की पूजा होती थी आज वही युवा पीढ़ी पाश्चात्य संस्कृति के प्रभाव में इस अतिपवित्र गोबर को मल के रूप में देख रही है। हमारी शिक्षा व्यवस्था के बिगड़ने से यह दुष्प्रभाव उत्पन्न हुआ। हमारा पौराणिक ज्ञान विलुप्त हो गया जिससे 

गोमाता हमारे शरीर में व्याप्त रोगों को डायग्नोज करने की क्षमता रखती है, गोमाता के सानिध्य में रहने से वह रोगी व्यक्ति को सूंघ कर, उसे चाट कर रोग का पता लगा लेती थी और जब गोमाता जंगल में चरने जाती थी तब उसी प्रकार की ओषधि चर कर आ जाती थी। गौमाता उस ओषधि को अपने गोबर, गौमूत्र और दूध में समाहित कर देती थी उन गव्य का सेवन जब मनुष्य करता तो वह रोग मुक्त हो जाता था।

भारत की सड़कों पर असंख्य गौवंश घूम रहा है,मकर संक्रांति के पर्व पर आप निराश्रित गौवंश को नजदीक की किसी गौशाला में ले जाकर उसके गोद चले जाएं और उस गौवंश के साल भर के चारे की व्यवस्था करे। एक साल में ही हमारे जीवन में बहुत बड़ा सकारात्मक परिवर्तन आ सकता है। 

*विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में 14 जनवरी 2025 को मकर संक्रांति पर्व पर गौमाताओं को तिल गुड से निर्मित मीठा भंडारे का भोग लगाया जाएगा साथ ही गोकृपा कथा में पधारे सभी गो प्रेमियों को गोआधारित कृषि से उत्पादित तिल का लड्डू प्रसाद दिया जाएगा*

*ग्वाल शक्ति सेना में 5 हजार पूर्ण गोव्रती कार्यकर्ताओं की श्रृंखला में अरविंद भाई पटेल गुजरात के ईडर तहसील प्रभारी, मुकेश भाई पटेल गुजरात के वडाली तहसील प्रभारी गुजरात, जीवाराम,राजस्थान की सुमेरपुर 
तहसील प्रभारी आदि की नियुक्ति की उद्घोषणा हुई*

*280 वें दिवस पर चंद्रपुरा से मानसिंह राठौड़, रावली से रामसिंह , उज्जैन से शंकर लाल विश्वकर्मा, सत्यनारायण राठौर भवानीमंडी, प्रेम चंद राठौर अध्यापक, चेचट अपने पूरे परिवार के साथ उपस्थित रहें*


*280 वे दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश से*  
एक वर्षीय गोकृपा कथा के 280 वें दिवस पर चुनरी यात्रा भैरू लाल विश्वकर्मा परिवार, सालरिया ने अपने ग्राम की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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अपने जीवन में गो को अपनाना यही गोरक्षा का पहला सूत्र है


मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 279 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि आज अंतराष्ट्रीय युवा दिवस है यानि आज ही के दिन नरेन्द्र नाथ दत्त जो बाद में विवेकानंद कहलाएं उन्होंने अपना जीवन एक दिव्य चेतना से भरकर वेदान्त के माध्यम से जीव ब्रह्म की एकता के तत्व को संसार के सामने रखकर विश्व को जगतगुरू की स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया और स्वामीजी ने युवाओं के लिए एक ही बात कहकर गए कि ,उठो ! जागो । अर्थात पहले उठो फिर जागो। यानि यहां पर सोय हुए को उठाने की बात न कहकर उठे हुए को जगाने का संदेश उन्होंने दिया है कि अपने आलस्य,प्रमाद, विकारों ,कामवासनाओं, ममता मोह की नींद से उठने की बात कहकर यह कहां कि जागो,उठो और तब तक रुकना मत जब तक अपने लक्ष्य को अर्जित नहीं कर ले लेकिन आज हम अपने लक्ष्य से भटक गए है क्योंकि सनातन की आधार भगवती गोमाता आज दर दर की ठोकरें खाकर ठंड एवं भूख से अपना प्राण त्याग रही है ।
     स्वामीजी ने आगे कहां कि केवल मात्र गो हत्या का कलंक मिट जाने से बात नहीं बनेगी बल्कि गोमाता को आदरयुक्त स्थान भी तो मिलना चाहिए क्योंकि गोमाता दर दर की ठोकरें खाकर भूख प्यास,ठंड से अपने प्राण त्याग रही है ये भी तो गो हत्या ही तो है अर्थात सवा अरब के हिंदुओं के हिंदुस्तान में 8 से 9 करोड़ गोमाता ठंड,भूख के कारण अपना प्राण त्याग रहीं है तो हिंदुस्तान में रहने वाले सभी हत्यारे ही तो हुए क्योंकि हमने हमारे कर्तव्य को नहीं निभाया , *छुरी चलाना ही गौहत्या नहीं व्यवस्था न करना भी तो गोहत्या ही है* ,हम अपने घर में गोमाता न रखकर गौहत्या को ही तो बढ़ावा दे रहें है,हमारा दायित्व पूरा न करके हम गौहत्या ही तो कर रहें है इसलिए इससे बचने के लिए गोरक्षा का सबसे पहला सूत्र *अपने जीवन में गो को अपनाना फिर अपनों के जीवन में गो को अपनाना* तभी हम सनातन की मूल आधार भगवती गोमाता की हत्या के पाप से मुक्त हो सकते है ।


*विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में 14 जनवरी 2025 को मकर संक्रांति पर्व पर गौमाताओं को तिल गुड से निर्मित मीठा भंडारे का भोग लगाया जाएगा साथ ही गोकृपा कथा में पधारे सभी गो प्रेमियों को गोआधारित कृषि से उत्पादित तिल का लड्डू प्रसाद दिया जाएगा*

*ग्वाल शक्ति सेना में 5 हजार पूर्ण गोव्रती कार्यकर्ताओं की श्रृंखला में श्री संजय गुप्ता को झारखंड का राज्य प्रभारी , विक्रम सिंह हरियाणा के कैथल जिले की गुहला एवं कल्याण सिंह राजपुरोहित चूल्हे एरिया शहर प्रभारी चेन्नई की नियुक्ति की उद्घोषणा हुई*

*279 वें दिवस पर गुजरात के सोनगढ़ से दिनेश पाटिल,सुसनेर के पूर्व विधायक राणा विक्रम सिंह के भाभीसा श्रीमती तरुणा ,श्रीमती पुष्पेश्वरी , विश्व हिन्दू परिषद बकानी के प्रखंड संयोजक जगन्नाथ रुहेला, पटेल प्रभु लाल रुहेला पनवाड़ी(जीरापुर) अतिथि उपस्थिiत रहें*


*279 वे दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान एवं मध्यप्रदेश से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 279 वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के झालावाड़ जिले की पचपहाड़ तहसील के गुराडिया जोगा, कोटा जिले की रामगंजमंडी के कुमकोट ग्राम मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले की जीरापुर तहसील के काशीखेड़ी से नरवर सिंह के परिवार एवं आगर जिले की सुसनेर तहसील के परसूल्या ग्राम एवं सेमलखेड़ी ग्राम के समस्त ग्राम वासियों की ओर से सरपंच शिव कारपेंटर,धारासिंह राजपूत,जुगल किशोर पाटीदार, मनोहर सिंह राजपूत एवं छीतर लाल पटेल अपने ग्राम के सैकड़ों युवा,मातृशक्ति के साथ अपने ग्राम की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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गोमाता को सम्मान नहीं मिलता तब तक रामजी का कार्य अधूरा है* - स्वामी गोपालानंद सरस्वती


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 278 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि आज ही के दिन अयोध्यानगरी में भगवान रामजी के दिव्य भवन की प्राण प्रतिष्ठा हुई है सात मोक्षदायिनी नगरियों में से एक प्रमुख नगरी अयोध्याजी है जिसे महाराज मनु से बसाया था और कई वर्षों के बाद प्रभु राम अपने भवन में बिराज गए है लेकिन अभी भी एक कार्य बाकि है अर्थात देश के सवा अरब लोग जो रामजी को पूजते है लेकिन उनकी सबसे प्रिय 9 करोड़ भगवती गोमाता आज भी दर दर की ठोकरें खा रही है और जहां तक भगवती गोमाता की हत्या पर पूर्ण प्रतिबन्ध नहीं लगे और गोमाता को सम्मानजनक पद पर स्थापित नहीं किया जाता तब तक रामजी का कार्य पूर्ण नहीं होगा । पृथ्वी पर रामजी अपने निराकार रूप से साकार रूप में भगवती गोमाता के लिए ही अवधपुरी में पधारे है इसलिए भगवती गोमाता को सम्मान मिले तभी प्रभु रामजी का कार्य पूर्ण होगा। 
 पूज्य स्वामीजी ने बताया कि भारत की प्रमुख पीठ ज्योर्तिमठ के शंकराचार्य भगवान अविमुक्तेश्वरानंद जी महाराज ने महाकुंभ में प्रवेश कर धर्मसंसद के माध्यम से जो संदेश दिया कि "वह व्यक्ति कदापि हिन्दू नहीं हो सकता जो गो हत्या में प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप में जुड़ा हुआ है और उसे हिन्दू धर्म से बहिष्कृत किया जाएं" हम इस आदेश को प्रणाम करते है और उनके इस आदेश की पालना का वचन भी देते है कि जो जो भी गो हत्या में प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से जुड़ा है हम भी उसे सनातनी स्वीकार नहीं करेंगे और उसके हाथ से जल प्रसाद नहीं लेंगे और न ही उसे धार्मिक कार्यों में प्रवेश देंगे साथ ही सभी सनातनियों से आह्वान भी करते है कि गो हत्या से प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से जुड़े लोगों का सम्पूर्ण रूप से बहिष्कार करें और उनसे रोटी बेटी का व्यवहार खत्म करना होगा तभी हम हिन्दू कहलाने योग्य होंगे बाकि गर्व से कहो हम हिन्दू है ये केवल थोथा नारा ही बनकर रह जाएगा और हमारा अस्तित्व खत्म हो जाएगा ।

*ग्वाल शक्ति सेना में 5 हजार पूर्ण गोव्रती कार्यकर्ताओं की श्रृंखला में सुमन जी करौली जिले की टोडाभीम तहसील प्रभारी,मदन सिंह जी राजपुरोहित मेड़ता शहर एवं तहसील प्रभारी की नियुक्ति की उद्घोषणा हुई*

*278 वें दिवस पर नगर पालिका सुसनेर की अध्यक्ष श्रीमती लक्ष्मी राहुल सिसोदिया,उनके ससुर रमेश सिसोदिया सपरिवार, रामलाल सारसी पूर्व ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष, ठाकुर भंवर सिंह नयागांव,महावीर शर्मा डंडोरा (झालावाड़)
कमलेश सिंह अगेरा( देवास) ,देव सिंह सिसोदिया तेज सिंह चौहान, कालू सिंह सिसोदिया, श्यामसिंह , बलवंत सिंह पुरुलिया,
बाल किशन व्यास बोलदा(झालावाड़), हजारी लाल दांगी पिड़ावा,बालू सिंह,गोवर्धन लाल पाटीदार लटूरी गहलोत आगर अतिथि उपस्थित रहें*


*278 वे दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान की राजधानी जयपुर एवं झालावाड़ जिले से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 278 वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान की राजधानी जयपुर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक के गोसेवा विभाग के वरिष्ठ कार्यकर्ता सुगनचंद शर्मा,गायत्री परिवार के भक्त भूषण शर्मा अपनी अर्दाग्नि श्रीमती नीलम वर्मा एवं भारत भूषण शर्मा व उनकी अर्द्धांगिनी श्रीमती अनिता शर्मा एवं झालावाड़ जिले के बोलदा ग्राम की मातृशक्ति ने अपने नगर,ग्राम,राज्य की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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