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दैनिक समाचार



जीवन में गोसेवा नहीं तो संगम स्नान भी पुण्य नहीं दे सकता* - स्वामी गोपालानंद सरस्वती


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 307 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने गो सेवक राजनेता एवं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान उपमुख्यमंत्री एकनाथ जी शिंदे के जन्मदिवस पर बधाई देते हुए कहां कि भारतीय राजनीति में एक ऐसा नेता जिन्होंने महाराष्ट्र में गोमाता को राजमाता घोषित कर ऐतिहासिक निर्णय लेकर भारतीय राजनीति को एक नई दिशा दी है ,काश: मेरे देश के शीर्षपद पर भी एक ऐसा राजनेता सत्ता संभाले जो भारत में गोमाता को राष्ट्र माता घोषित कर पुण्य कार्य करें और यह सपना भगवती गोमाता एक दिन अवश्य पूर्ण करेगी ये पूरा विश्वास है ।
 महाराज जी ने आगे बताया कि गोसेवा स्वाधीन है,पराधीन नहीं और गौसेवा के लिए हमें विशेष आलंबन लेने की आवश्यकता नहीं पड़ती इसका उदाहरण मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले के भानपुरा तहसील की बाबुल्दा गोसेवा समिति के नन्हें नन्हें बालकों ने प्रस्तुत किया है अर्थात ये विद्यार्थी बालक अपने घर खर्च की राशि बचाकर गो चिकित्सालय चलाकर गंगा, यमुना,सरस्वती रूपी त्रिवेणी संगम रूपी महाकुंभ में डुबकी लगाने का पुण्य कार्य कर रहें है क्योंकि भगवती गोमाता के गोमूत्र में गंगाजी,गोबर में यमुनाजी एवं जिव्हा में सरस्वती जी विराजमान है और जितना कुम्भ में नहाने से फल मिलता है,इतना फल तो इन्हें तो गोसेवा से मिल गया है क्योंकि बिना गौसेवा के संगम में स्नान का पुण्य नहीं मिल सकता अगर जीवन में गौसेवा नहीं तो संगम भी पुण्य नहीं दे सकता। 

*एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 307 वें दिवस पर दिल्ली के नरेला निवासी साधुराम जी गर्ग एवं श्रीमती सीमा रानी के पुत्र प्रदीप गर्ग एवं श्रीमती ऊषा गर्ग की विवाह की 18 वीं वर्षगांठ पर अपने स्वजनों देशराज जी सिंघल,श्रीमती मूर्ति देवी (नाना, नानी),,कश्मीरी लाल जी सिंघल (मामा) बहिन शैलजा जी गर्ग एवं भाई यशवंत जी गर्ग के साथ विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में 6000 भगवती गोमाता एवं गो संतों के मध्य अपना विवाहोत्सव मनाया और ग्वाल सन्त गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने उनको आशीर्वाद देते हुए कहां कि आपका दाम्पत्य जीवन अजर अमर रहें और आप दोनों अपने परिवार जनों की सेवा करते हुए भगवती गोमाता की सेवा में जुटे रहें ऐसी द्वारकाधीश प्रभु माधव से प्रार्थना करते है साथ ही श्रीमती ऊषा जी गर्ग ने सभी देश की मातृशक्ति से आह्वान किया कि आप भी जगत जननी भगवती गोमाता की सेवा के लिए गोपाल परिवार द्वारा नवगठित धेनु शक्ति संघ से जुड़कर भगवती गोमाता की सेवा में जुटे क्योंकि जिस दिन देश की मातृशक्ति गोसेवा के लिए अग्रणी हो जाएगी तो मेरे देश में एक भी गोमाता सड़कों पर निराश्रित नहीं भटकेगी और मातृ शक्ति के संगठित होकर गोसेवा से जुड़ गई तो देश की सरकारों को भी गौहत्या पर प्रतिबंध लगाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा बस एक बार मेरे देश की मातृशक्ति झांसी की रानी लक्ष्मी बाई एवं गोसेविका मां अहिल्याबाई की तरह आप गौसेवा में जुट जाएं*

*एक वर्षीय गो कृपा कथा के 307 वें दिवस पर झालावाड़ जिले के पिड़ावा थाना के थानाधिकारी श्री सुरेश गुर्जर अपनी धर्मपत्नी श्रीमती सुनिता गुर्जर एवं सुपुत्र शौर्य एवं भव्य डोई अतिथि के रूप में पधारे*

*श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा ,कामधेनु गो अभयारण्य ,धेनु देवी फाउंडेशन एवं दृष्टिदेवी फाउंडेशन के तत्वाधान में विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में चल रहें ग्वाल प्रशिक्षण शिविर के नवम दिवस पर श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा से पधारे गोसेवा प्रभारी श्री गिरधर सिंह ने श्रेष्ठतम गौसेवा किस प्रकार हो उसका प्रत्यक्ष गोष्ठ में जाकर व्यक्तिगत सभी को प्रशिक्षण दिया*

*307 वे दिवस पर चुनरी यात्रा दिल्ली ,बागड़ एवं मध्यप्रदेश से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 307 वें दिवस पर चुनरी यात्रा दिल्ली के दिल्ली के नरेला से साधुराम जी गर्ग अपने पुत्र प्रदीप जी गर्ग एवं श्रीमती ऊषा जी गर्ग की विवाह की वर्षगांठ पर अपने स्वजनों देशराज जी सिंघल,कश्मीरी लाल जी सिंघल, श्रीमति मूर्ति देवी जी,सीमा रानी जी गर्ग, शैलजा जी गर्ग एवं यशवंत जी एवं राजस्थान के बागड़ से निर्मल व्यास , श्रीमती भूमिका व्यास ,जय कुमार त्रिवेदी एवं उनकी श्रीमती नम्रता व मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले की भानपुरा तहसील के बाबुल्दा गोसेवा समिति के राजू लखारा, निर्मल पाटीदार,सुभाष पाटीदार,सूरज मीणा,देवेश विश्वकर्मा,मोहित शर्मा, कृष्णा गुर्जर,अनिकेत सेन, देवेन्द्र जी मुन्या एवं श्रीमती भगवती बाई लखारा की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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पुरानी सरकार की भांति दिल्ली की जनता को भिखारी न बनाकर गो पुत्र बनाए नई सरकार* - स्वामी गोपालानंद सरस्वती


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 306 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की प्रचण्ड जीत के लिए हुए कहां कि पूर्व सरकार ने मुपत की रेवड़ियां बांटकर सबको भिखारी बना दिया था आप सबको गोमाता का पुत्र बनाने का काम करना है,उनको मुफ्तखोर न बनाकर उनसे गोमाता के लिए कुछ लीजिए अर्थात हर घर से गोमाता के नाम का प्रति घर एक रूपए का टैक्स लगाकर उस राशि से दिल्ली NCR में भटक रहे गोवंश के लिए कोई विशाल प्रकल्प शुरू कीजिए तो समझ लीजिए आपसे कभी दिल्ली नहीं छूटेगी क्योंकि लम्बे समय बाद आपके हाथ में दिल्ली आई है,उसके लिए आपको शुभकामनाएं के साथ गायमाता के पुत्र होने के नाते आपको इंगित करते कि गौ ही आपका कल्याण करेगी इसलिए गो को अपना लीजिए, निश्चित आपका कल्याण होगा और नई सरकार अच्छा काम करे,लोक कल्याण का काम करते हुए एक भी विधायक भ्रष्टाचार नहीं करें और शिष्टाचार बनाएं रखे और जिस प्रकार राजा हर्षवर्धन,चंद्रगुप्त मौर्य,सम्राट अशोक, राजा विक्रमादित्य , राजा भोज ने राज्य चलाया ऐसे आप दिल्ली का शासन करें ऐसी ईश्वर से प्रार्थना करते है ।
  स्वामीजी ने आज की कथा में मां की महत्ता बताते हुए कहां कि मां के सामने जेड सुरक्षा, वाय सुरक्षा,जेड प्लस सुरक्षा आदि सुरक्षा भी मां की सुरक्षा के सामने फैल है,क्योंकि इस दुनियां में मां के समान कोई दाता नहीं है और इसी प्रकार भगवती गोमाता भी मां के बाद दूसरी मां के रूप में हमारी हर प्रकार से सुरक्षा करती है ।

पूज्य महाराज जी ने गो कृपा कथा के 306 वें दिवस पर अतिथि के रूप मे पधारे झालावाड़ जिले की पिड़ावा तहसील के हरनावदा गजा पंचायत के सरपंच श्री नारायण सिंह जी को बधाई देते हुए कहां कि आपकी ग्राम पंचायत क्षेत्र में झालावाड़ ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण हाड़ौती क्षेत्र की पहली नंदीशाला राजस्थान सरकार के सहभाग से विश्व का लोक प्रसिद्ध गो सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा बनाने जा रहन है,उसके लिए संस्था ने जमीन भी क्रय कर ली है और आप सौभाग्यशाली है कि आपके कार्यकाल में भगवती गोमाता का यह पुण्य कार्य हो रहा हैं क्योंकि सड़के एवं अन्य विकास को तो भुला जा सकता है,लेकिन भगवती गोमाता के इस पुण्य कार्य को जन्मजन्मांतर तक याद रखा जाएगा ।
*ग्वाल शक्ति सेना में 5 हजार पूर्ण गोव्रती कार्यकर्ताओं की श्रृंखला मे महाराष्ट्र के पुणे शहर प्रभारी कुलकर्णी वसंत , पुणे जिले की भोसरी तहसील प्रभारी सुभाष सुथार एवं दीपक कटकम को पुणे जिले की हवेली तहसील प्रभारी कीआदि की नियुक्ति की उद्घोषणा हुई*
*देश में गो सेवा में मातृशक्ति अग्रणी हो इसी निमित्त धेनु शक्ति संघ में मध्यप्रदेश की सुसनेर से यशोदा राठौर की नियुक्ति की घोषणा हुई*

*एक वर्षीय गो कृपा कथा के 306 वें दिवस पर आगर जिले की बडौद तहसील बीजानगरी के ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष महेन्द्र सिंह, नगर पालिका पिड़ावा के पूर्व चेयरमैन एवं भाजपा जिला महामंत्री निर्मल शर्मा,बालकृष्ण पाटीदार पूर्व सरपंच एवं जिला उपाध्यक्ष,आनंदपुरी गोस्वामी,सहकारी समिति डारेक्टर,प्रकाश सिंह पूर्व सरपंच एवं जिला मंत्री किसान मोर्चा,,मानसिंह हरनावदा गजा दानू सिंह पूर्व सेमली सोलंकी आदि अतिथि के रूप में पधारे*

*श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा ,कामधेनु गो अभयारण्य ,धेनु देवी फाउंडेशन एवं दृष्टिदेवी फाउंडेशन के तत्वाधान में विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में चल रहें ग्वाल प्रशिक्षण शिविर के अष्टम दिवस पर श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा से पधारे गोसेवा प्रभारी श्री गिरधर सिंह ने श्रेष्ठतम गौसेवा किस प्रकार हो उसका प्रत्यक्ष गोष्ठ में जाकर व्यक्तिगत सभी को प्रशिक्षण दिया*

*305 वे दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 306 वें दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश के आगर मालवा जिले की सुसनेर तहसील के पिपलिया नानकार ग्राम की और से मातृशक्ति महिला मंडल ने सम्पूर्ण ग्राम की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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नर्मदा जी के दोनों तट को कब्जामुक्त कर गैया मैया के लिए सुरक्षित करें सरकार* - स्वामी गोपालानंद सरस्वती


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 302 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने मां नर्मदा के प्रकट दिवस पर बताया कि मां नर्मदा का उद्गम गंगाजी से भी पहले हुआ है और विश्व में नर्मदाजी एकमात्र ऐसी नदी है, जिसमें स्नान करने से ज्यादा दर्शन करने मात्र से पुण्य फल प्राप्त होता है. यही वजह है कि नर्मदा के हर कंकर को नर्वदेश्वर शिवलिंग कहा जाता है. इसी शिवलिंग को घरों में स्थापित करके पूजा की जाती है. वेद पुराणों के अनुसार, जिस घर में भगवान नर्मदेश्वर विराजमान रहते हैं,उस घर में कोई विघ्न नहीं आता है ओर मां नर्मदा की उस परिवार पर हमेशा कृपा बनी रहती है और मालवा एवं मध्यप्रदेश के भाई बहिन तो कितने भाग्यशाली है कि जिन मां नर्मदा जी की सभी 24 अवतारों ने स्तुति की है और जगतगुरू शंकराचार्य सहित धूणी वाले दादाजी,रामकृष्ण परमहंस जी के गुरुदेव तोतापुरी जी महाराज,गोविन्दपादचार्य जी के शिष्यों सहित अनेक तपस्वियों ने मां नर्मदा जी के तट पर तपस्या की है वह मां नर्मदा जी हमारे मध्य अविरल बहती हुई हमें दर्शन दे रही है बस गलतियां कुछ हुई है,जिसके कारण जो लाभ मध्यप्रदेश वासियों को मिलना चाहिए वह नहीं मिल पाया और वह लाभ लेने का वास्तविक तरीका एक ही है कि हम नर्मदा जी के किनारों को कब्जा मुक्त करके वहां भगवती गोमाता को विराजमान कर दे क्योंकि नर्मदा मैया और गैया मैया में गहरा सम्बन्ध है साथ ही मां के प्रकट दिवस पर हम मैया से भी प्रार्थना करते है कि है ! मां आपके तट पर गैया मैया विराजे साथ ही आपके दोनों तट पर जहरीली खेती बंद होकर गो आधारित कृषि हो ताकि आपके निर्मल पवित्र जल में जो रासायनिक खाद रूपी जहर प्रवेश नहीं करें बस यही सद्बुद्धि हम सबको दे।

*ग्वाल शक्ति सेना में 5 हजार पूर्ण गोव्रती कार्यकर्ताओं की श्रृंखला में मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम जिले की बनखेड़ी तहसील प्रभारी मनीष सनातनी,दतिया जिला प्रभारी श्याम शर्मा,सुरभि गोशाला, दतिया जिले की भांडेर तहसील प्रभारी विष्णु यादव एवं राजस्थान के चुरु जिले की तारानगर के कोटवाद से देवकीनंदन मेघवाल व भालेरी से गौरी शंकर स्वामी आदि की नियुक्ति की उद्घोषणा हुई*

*श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा ,कामधेनु गो अभयारण्य ,धेनु देवी फाउंडेशन एवं दृष्टिदेवी फाउंडेशन के तत्वाधान में विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में चल रहें ग्वाल प्रशिक्षण शिविर के चतुर्थ दिवस पर श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा से पधारे गोसेवा प्रभारी श्री गिरधर सिंह ने श्रेष्ठतम गौसेवा किस प्रकार हो उसका प्रशिक्षण दिया*

*301 वें दिवस पर चित्तौड़ जिले की हुराबा गोशाला के व्यवस्थापक नारायण लाल एवं सुसनेर तहसील के मैना निवासी गोभक्त लाल सिंह आदि अतिथि उपस्थित रहें*


*302 वे दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के झालावाड़ जिले से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 302 वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के झालावाड़ जिले की सुनेल की महिला मंडल ने झालावाड़ जिले की और से विशाल चुनरी लेकर अपने परिवार ग्राम,नगर सहित सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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दुश्मनों की संख्या घटानी है तो कम बोलो और मीठा बोलो* - स्वामी गोपालानंद सरस्वती


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 300 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि बसंत पंचमी पीतवर्ण का त्यौहार है और पीतवर्ण शान्ति एवं ज्ञान का प्रतीक है और मां सरस्वती के प्रकट उत्सव के रूप में हम मां की कृपा चाहते है बस मां से यही मांगे कि मां हमें अपनी वाणी में संयम रखने का आशीर्वाद देवे ताकि हम मीठा एवं सत्य बोले क्योंकि संसार में दुश्मनों की संख्या घटानी है तो कम बोले और जब बोलने का अवसर आएं तो मीठा बोले साथ ही मां सरस्वती जी के एक हाथ में वीणा अर्थात जीवन में मधुरता बनी रहें,दूसरे हाथ में पुस्तक यानि शास्त्रों की मर्यादा बनी रहें तीसरे हाथ में माला यानि हमेशा हरि का स्मरण एवं चौथा हाथ आशीर्वाद की मुद्रा में अर्थात सदैव सेवा में लगे रहें,मै तुम्हारे साथ हूं 
 स्वामीजी ने आगे बताया कि आज बीज दान का भी बहुत महत्व है क्योंकि मां सरस्वती स्वयं बीज स्वरूपा है और आज दिए गए दान को महाशिवरात्रि के दिन बोया जाएं तो वह हमें दो फल देगा जिसमें से एक तो बीज रूपी फल एवं दूसरा पुण्य रूपी फल।
    स्वामीजी ने कहां कि आज के दिन अबूझ मुहूर्त होता है और आज के पुण्य पर्व पर दाता देवी फाइन्डेशन की बेबसाइड का शुभारंभ किया और बताया कि दाता देवी फाउंडेशन पूरे भारत में 1008 गो चिकित्सालयों का निर्माण करेगा जिसमें 20% स्थानीय समिति एवं 80%दाता देवी फाउंडेशन गो प्रेमी भामाशाह के सहयोग से निर्माण करवाएगा जो साध्वी श्रद्धा गोपाल सरस्वती के मार्गदर्शन में संचालित होगा और साध्वी कपिला गोपाल सरस्वती,साध्वी आराधना गोपाल सरस्वती,साध्वी निष्ठा गोपाल सरस्वती एवं कोलकाता से मनीष जी राठी इनका सहयोग करेगा और बेबसाइड में जो गो चिकित्सालय निर्माण के लिए आवेदन करेगा उन्हें वरीयता के आधार पर गो चिकित्सालय निर्माण करवाया जाएगा ।

*श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा ,कामधेनु गो अभयारण्य ,धेनु देवी फाउंडेशन एवं दृष्टिदेवी फाउंडेशन के तत्वाधान में विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में चल रहें ग्वाल प्रशिक्षण शिविर में साध्वी आराधना गोपाल सरस्वती के साथ अन्य विशेषज्ञों ने प्रशिक्षण दिया*

*300 वें दिवस पर श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के न्यासी राघवेन्द्र शर्मा इन्दौर, ओम प्रकाश डॉ.श्रीमती शोभा प्रजापति आदि अतिथि उपस्थित रहें*


*300 वे दिवस पर चुनरी यात्रा बागड़,मेवाड़,हाड़ौती एवं मालवा से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 300 वें दिवस पर चुनरी यात्रा बागड़ में स्थित श्री श्री उत्तम गोपाल कृष्ण गोशाला से मुकेश भोई,नीरज शर्मा,आयुष जोशी,खेमराज भाटिया,नरेश सेवक, मेवाड़ स्थित श्री राधे कृष्ण गोसेवा समिति काबरी (भीलवाड़ा) केलाश धाकड़,रामधन धाकड़,पप्पू लाल धाकड़, जगदीश,मांगीलाल,नंदलाल,भोमाराम, सत्तुलाल कन्हैयालाल धाकड़,हाड़ौती के कोटा से श्रीमती इंद्रा रामगोपाल शृंगी,एवं पिड़ावा तहसील के ओसाव ग्राम की महिला मंडल एवं मालवा से के आगर से श्रीमती मंजू शर्मा, सुसनेर तहसील के ग्राम बराई से मास्टर कैलाश दांगी,दुर्गेश प्रजापति,दिलीप पटेल,मनोहर पटेल सहित ग्राम की मातृशक्ति एवं परसूलिया एवं देरिया ग्राम की मातृ शक्ति सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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देह के मैं पन को भूलकर वास्तविक स्वरूप को पहचाने हम* - स्वामी गोपालानंद सरस्वती


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 301 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि हम हमारे देह के मैं पन को भूलकर हमारे वास्तविक स्वरूप को पहचाने,हम क्या है, कौन है,कहां से आएं है,किसलिए आए है,हमें करना क्या है,,कब तक करना है, कैसे करना है और अन्त में हमें कहा जाना है इस पूरे तथ्य को समझने के लिए ही मानव जीवन का वास्तविक लक्ष्य है,हम धरती पर भोजन करने,पहलवानी करने,सम्मान पाने नहीं आएं है और हम का मतलब यह भौतिक शरीर रूपी देह मिला है वह अपना नहीं है और मिली हुआ कोई भी अपना नही होता है और देने वाला उसे किसी बहाने से वापस ले लेता है इसलिए हम निष्काम नहीं हुए,मन को पवित्र नहीं किया तो हम परेशानी में पड़ जाएंगे अर्थात जीवन शुद्ध नहीं होगा तो हम बुद्ध नहीं बन पाएंगे इसलिए बुद्ध बनने के लिए हृदय को कामना रहित बनाकर सेवा में लगना होगा।
स्वामीजी ने आगे बताया कि संत एवं गौ दोनों एक ही है अर्थात जो गुण संतो में होते है वही गुण गौ में होते है , जिस प्रकार संत हितकारी होता है,वैसे ही गोमाता भी हितकारी है यानि गोमाता थोड़ा भूसा खाकर हमें बदले में गोबर देती है और उस गोबर की दिव्य महिमा को समझ लिया तो कहना ही क्या अर्थात जिस गोबर से गुरु गोरखनाथ जी प्रगट हुए और आज उनके कुल को गौरवान्वित करने के लिए एक संत योगी के साथ राजा भी है और हम भगवान गोरखनाथ जी से प्रार्थना करते है कि वह योगी एक दिन देश का राजा बने जो आज उत्तर प्रदेश का राजा है और गोबर की सामान्य महिमा समझे और उस गोबर को फसल में डालेंगे तो फसल सुधर जाती है और जीवन में डालेंगे तो नस्ल सुधर जाएगी उसी प्रकार संत भी धरती पर पधारते है तो भगवान उन्हें दूसरों के कल्याण के लिए ही भेजते है ,इसी प्रकार गोमाता भी गोलोक का सारा सुख छोड़कर दूसरों के डंडे खाकर भी हमारा कल्याण करने के यह धरती पर इसलिए आती है कि हमें इनकी सेवा मिल जाएं और इनकी निष्काम रहकर सेवा की जाएं तो हमारा जीवन चमका देती है ।

*ग्वाल शक्ति सेना में 5 हजार पूर्ण गोव्रती कार्यकर्ताओं की श्रृंखला में महाराष्ट्र के हिंगोली जिले की सोनगाव तहसील प्रभारी किरण जी इंगोले, कडमनुरी बंशी चव्हाण ,शंभाजी नगर जिला प्रभारी यश बायस, परमेश्वर नलावडे तहसील प्रभारी पैठण(शंभाजी नगर),अंकुश नाडे तहसील प्रभारी धाराशीव,मध्यप्रदेश के हरदा जिले से गोपाल नागर सिरकंबा,दिनेश मालाकार टिमरनी, ईश्वर मालाकार,राजस्थान के कोटा जिले की रामगंजमंडी से बजरंग लाल भील,उदयपुर जिले के भींडर निवासी आनन्द कुमार चौबीसा वल्लभनगर तहसील प्रभारी,चुरु जिले की तारानगर तहसील के भालेरी से हनुमान प्रसाद,कमलेश स्वामी आदि की नियुक्ति की उद्घोषणा हुई*

*श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा ,कामधेनु गो अभयारण्य ,धेनु देवी फाउंडेशन एवं दृष्टिदेवी फाउंडेशन के तत्वाधान में विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में चल रहें ग्वाल प्रशिक्षण शिविर के तृतीय दिवस पर साध्वी श्रद्धा गोपाल सरस्वती एवं गोवत्स बालकृष्ण जी महाराज ने प्रशिक्षण दिया*

*301 वें दिवस पर हरनाथ सिंह राजपूत,कानसिंह राजपूत सुई गांव (नलखेड़ा)
महेन्द्र सिंह चौहान
ग्राम चांदखेड़ी बुजुर्ग
तहसील शामगढ़ जिला मंदसौर आदि अतिथि उपस्थित रहें*


*301 वे दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 301 वें दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश के बदनावर से बी.एस. TV चैनल मध्यप्रदेश/छत्तीसगढ़ के ब्यूरो चीफ़ विक्की राजपुरोहित अपनी माता श्रीमती ऊषा एवं पिता सुरेश चंद्र राजपुरोहित एवं राजेन्द्र जाट, राजू जाट के परिवार के साथ एवं मन्दसौर जिले की चांदखेड़ी बुजुर्ग की मातृशक्ति एवं सुसनेर तहसील के आकली ग्राम की महिला मंडल एवं परसूलिया ग्राम के जमुना प्रसाद शर्मा के परिवार की ओर से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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हमें न नाम चाहिए न दाम, हमें तो गोहत्या मुक्त हिंदुस्तान चाहिए* - स्वामी गोपालानंद सरस्वती


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव में स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि कालवा बालाजी महाराज एवं गोरक्षक हनुमान जी महाराज के पावन सानिध्य में भगवती गोमाता महिमा का गुणगान करते आज हम 299 वें दिन का हम आनंद ले रहें है क्योंकि गायमाता केवल दूध ही नहीं देती वह जीवन मरण के बंधन से भी मुक्त करती है, उसी भगवती गोमाता की सेवा के लिए कल की कथा में हमने जो आह्वान किया था कि 5 हजार भैया एवं 5 हजार मैया अगर पूर्ण व्यसन मुक्त एवं निष्काम भाव से गो सेवा में जुट जाएं तो उन 10 हजार से तो हम 20 करोड़ लोग खड़े कर देंगे,जिसके प्रभाव से भगवती गैया मैया के रक्षा का कार्य और उत्तम रीति से हो पाएगा ऐसा आग्रह हमने आपसे किया था और उसी के परिणाम स्वरूप पहले ग्वाल शक्ति सेना संगठन जो भाइयों में कार्य करेगा और कल धेनु शक्ति संघ रूपी संगठन का शुभारंभ 06 बहिनों की अगुआई में प्रारम्भ हो गया है और यह माताएं पूर्ण व्यसन मुक्त रहेगी चाहे कोई कितनी भी मनुहार करें लेकिन चाय,कॉपी एवं अन्य व्यसन सब से दूरी बनाएं रखनी है और कभी भी दूध,दही अथवा घी खाने की बात आएं तो गैया, मैया का ही काम में लेना है और सेवा में निष्काता रहें अर्थात कोई कामना की इच्छा न हो बस यानि हमें न नाम चाहिए न हमें दाम चाहिए हमें तो बस गो हत्या मुक्त हिंदुस्तान चाहिए ,इसी ध्येय के साथ अपना काम खड़ा करना है और हमारे महापुरुषों ने कहां भी है कि की अगर एक कन्या सेवा में लग जाएं तो अनन्त युगों तक नरक में पड़े पुरखों को भी तार देती है और उसी श्रृंखला में आज मातृशक्ति के माध्यम से गो क्रांति में अपनी अग्रणी भूमिका निभाने वाले धेनु शक्ति संघ की सक्रिय कार्यकर्ता के नाते पंजाब के लुधियाना से रानी देवी भारद्वाज , राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से शारदा वैरागी एवं मध्यप्रदेश के खण्डवा से अर्चना तोमर,राजस्थान के चुरु जिले की तारानगर तहसील के ग्राम भालेरी से बहिन दिव्या शर्मा,बहिन कशिश शर्मा एवं बहिन पूजा शर्मा व ग्राम कोटाबाग से बहिन खुशबू आदि की धेनु शक्ति संघ के लिए घोषणा हुई*

स्वामीजी ने बताया कि भारत सहित सम्पूर्ण विश्व में विराजित वेदलक्षणा गोमाता के प्रति भारतीय जनमानस में मातृत्व भाव जगे उसके लिए देश भर से 5 हजार गो कथा प्रवक्ता तैयार हो उसी श्रृंखला के प्रथम चरण में कुमारी धेनु प्रिया गोपाल (अंतिमा वैष्णव),कुमारी राधा गोपाल,कुमारी श्यामा गोपाल ,गोवत्स कृष्ण किरण गोपाल ,संजय कुमार गुप्ता झारखंड,रामेश्वर प्रसाद सिन्हा बिहार,गोवत्स गौरव गोपाल,गोवत्स आनन्द गोपाल,गोवत्स दिनेद्र गोपाल ( दिनेश ),गोवत्स किरण कृष्ण जी (मुखिया जी),गोवत्स भाईश्री भारत गोपाल
,ब्रह्मचारी धनञ्जय गोपाल, ब्रह्मचारी एकलव्य गोपाल,बाल कृष्ण जी महाराज आदि कथा प्रवक्ताओं को दृष्टि देवी फाउंडेशन की मार्गदर्शक साध्वी निष्ठा गोपाल सरस्वती दीदी ने इलेक्ट्रॉनिक यंत्र वितरित किए*


 भारत में गौसेवा के लिए कार्य करने वाली गोशालाओं में गो सेवा कार्य करने वाले अनुभवी ग्वाल तैयार करने की दृष्टि से श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा ,कामधेनु गो अभयारण्य ,धेनु देवी फाउंडेशन एवं दृष्टिदेवी फाउंडेशन के तत्वाधान में विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में आज ग्वाल प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ हुआ जो एक फरवरी 2025 से 28 फरवरी 2025 तक चलेगा*

*299 वें दिवस पर सुरज मल जागीड,
महादेव प्रसाद जागिड़, सांगलिया जिला सीकर, प्रफुल्ल हाडेकर स्वामी जी बल ब्रह्मचारी धमनगांव रेलवे जिला अमरावली 
महाराष्ट्र, महादेव राव काकडे वीरुन रुगे ,जिला अमरावली महाराष्ट्र आदि अतिथि उपस्थित रहें*


*299 वे दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के कोटा जिले से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 299वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के कोटा जिले के रामगंजमंडी तहसील में स्थित श्री बाकेबिहारी गौ सेवा समिति अमरपूरा रामगंज मंडी की और 
 से पधारे राकेश पांचाल,बजरंगी भील ठाकुर,मोहन मालव ने गोशाला परिवार की ओर से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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