सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 309 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने आज की कथा में गोमाता की के सानिध्य में पालने में अपने नौनिहाल को सुंदर प्रेरणादाई लोरिया सुनाकर उस बालक को पालने में झुलाना चाहिए ताकि जब वह बालक बड़ा हो तो अपने जीवन को अपने प्रभु भक्ति के साथ साथ। अपने परिजनों,समाज एवं राष्ट्र रक्षा में लगा सकें ।
महाराज जी ने आगे बताया कि महाशिवरात्रि के पुण्य पर्व 22 फरवरी से 27 फरवरी 2025 तक विश्व के इस प्रथम गो अभयारण्य में गोष्ठाधिपति भगवान गोपालेश्वर महादेव के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है , मार्बल से बने उस सुंदर मंदिर का निर्माण पूर्णता की और है और सभी क्षेत्र वासियों से शिव परिवार प्राण प्रतिष्ठा,श्री राधा कृष्ण विवाह,दो कन्याओं का विवाह,श्री शिव कथा,गो कृपा कथा एवं अग्नि नृत्य जैसे विशाल आयोजन में सम्मिलित होने का आह्वान किया*
*एक वर्षीय गो कृपा कथा के 309 वें दिवस
कथा ईलाईपुर (उज्जैन) से कथा वाचक पूज्य सुरेश कृष्ण दास जी महाराज ने अपने आशीर्वचन में बताया कि गोसेवा भगवान श्री कृष्ण का ही परम लक्ष्य है और जो गाय की सेवा में लगे हुए है,वही साक्षात गोपाल है क्योंकि गोवर्धनधारी भगवान कृष्ण ने हमें प्रेरणा दी है कि जो गो का वर्धन करें वही गोवर्धन है,केवल राम राम करने से काम नहीं चलेगा, और इस चराचर जगत में भवसागर की वैतरणी पार करने का एक मात्र माध्यम भगवती गोमाता ही है और उसकी पुच्छ से ही हम भवसागर की नैया को पार कर सकते है , इसलिए हमें जीवन मरण के बंधन से मुक्त होकर प्रभु के चरणों में जाना है तो उसके लिए एक मात्र साधन गौसेवा ही है,इसलिए हम सब को सात्विक होकर गो सेवा में जुटना होगा साथ ही क्योंकि इस लोक में गौसेवा करें यही हमारे लिए सबसे बड़ा श्लोक है साथ ही महाराज जी ने संकल्प लिया कि विश्व के इस प्रथम गोअभयारण्य से आज से मैं भी गोव्रत का संकल्प लेता हूं क्योंकि जब तक आहार शुद्धि नहीं होगी तब तक भगवान का भजन नहीं हो सकता और झालावाड़ जिले की पिड़ावा तहसील के हरनावदा गजा ग्राम पंचायत से चुनरी यात्रा लेकर पधारे गो प्रेमियों का आभार जताते हुए कहा कि आपने मुझे भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ने का जो अवसर दिया वास्तव में उसे मै गोलोक जैसी अनुभूति कर रहा हूं और मैं चुनरी लेकर पधारे सभी सज्जनों से भी आग्रह करता हूं कि आप भी आज विश्व के इस प्रथम गो अभ्यारण्त रूपी गोकुल से मांसाहार एवं अन्य व्यसन को छोड़ने का संकल्प ले और अंत में महाराज जी ने भगवती गोमाता की चुनरी के एक सुन्दर भजन की प्रस्तुति दी ।
309 वें दिवस पर पूज्य 9 हरिनारायण दास जी महाराज देवास,श्री ईश्वरदास जी ईलाईपुर (उज्जैन),श्री नारायण सिंह जी सरपंच ग्राम पंचायत हरनावदा गजा एवं भाजपा पिड़ावा मंडल अध्यक्ष, मान सिंह जी,भाजपा मंडल उपाध्यक्ष,
कालू सिंह जी गुर्जर आगर, करह धाम गोशाला , पटिया वाले बाबा,जिला मुरैना(म.प्र.)
बैजनाथ जी गुर्जर,मोनू गुर्जर भिण्ड, भोला गुर्जर,जितेन्द्र गुर्जर, एवं मेवाड़ से राम लाल तेली कंचन देवी ओडवाडिया उदयपुर,ओमप्रकाश तेली,राधा देवी
तारावट वल्लभनगर, लक्षित साहू
एवं सीता देवी नाथद्वारा अतिथि के रूप में पधारे*
*श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा ,कामधेनु गो अभयारण्य ,धेनु देवी फाउंडेशन एवं दृष्टिदेवी फाउंडेशन के तत्वाधान में विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में चल

रहें ग्वाल प्रशिक्षण शिविर के एकादश दिवस पर प्रशिक्षणार्थियों स्वयं ने एक एक गोष्ठ की व्यवस्थाओं को संभालकर ग्वालों से विधिवत गौसेवा कार्य का अवलोकन किया*
*309 वे दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के झालावाड़ जिले की और से*
एक वर्षीय गोकृपा कथा के 309 वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के झालावाड़ जिले की पिड़ावा तहसील की हरनावदा गजा ग्राम पंचायत की और से ग्राम पंचायत के सरपंच कुंवर नारायण सिंह,मानसिंह भाजपा मंडल उपाध्यक्ष,नारायण सिंह अध्यक्ष,मानसिंह पटेल,बहादुर सिंह चौहान सेमली चौहान,रामलाल भगतजी सेमली चौहान,मानसिंह पटेल सेमली चौहान,गंगाराम हरनावदा पीत्ता,गुमान सिंह फतेहपुर,प्रभुलाल शर्मा हरनावदा गजा,मेहरबान सिंह भाजपा आई आई टी ग्रामीण मंडल संयोजक,बालू सिंह वार्ड मेंबर, गोपाल सिंह अध्यक्ष सहकारी समिति,एवं मदन लाल मेहर पूर्व वार्ड मेंबर के नेतृत्व में सैकड़ों मातृशक्ति एवं युवाओं के साथ समस्त ग्राम पंचायत की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।