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दैनिक समाचार



गौमाता हमारे जीवनचर्या से लेकर मोक्ष तक, हमारी मूलभूत आवश्यकता की पूर्ति करती है* - डॉ.रमेशचंद पंवार,उपसंचालक *घर घर गाय, हर घर गाय,यही हमारा वास्तविक उद्देश्य बने*- स्वामी गोपालानंद सरस्वती


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 327 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद जी सरस्वती जी ने बताया कि परम्परा से परंपरागत सेवा करना अत्यंत आवश्यक है। हमारे धर्मग्रन्थो में जिस नीति से बेलों की सेवा का उल्लेख आता है तो भगवान की प्राप्ति हो सकती है। हमारे पूर्वज खेती के कार्य हेतु बेलो को रखते थे। उनकी सेवा करते थे। और भगवत प्राप्ति का बेल की सेवा ही सशक्त माध्यम था। बड़ी जमीन है तो आधुनिक संसाधनों के उपयोग करें लेकिन बीजों की बुवाई का कार्य बेल द्वारा ही करवाना चाहिए।

महाराज जी ने आगे कहा कि समस्याएं चारों तरफ भयंकर है, गाय माताएं सड़कों पर है, दुर्घटनाएं खूब हो रही है, रोग से गोमाताए प्राण त्याग रही है, हमारी लापरवाही से गौमाता सड़कों पर आ रही है। इन सब का वास्तविक समाधान सिर्फ एक है कि हम लोग अपने अपने घर पर एक गोमाता रखे। गौशाला इसका समाधान नहीं है। जब तक गोमाता को हम अपने घर पर आदर पूर्वक स्थान नहीं देंगे, प्रेम से आहार नहीं करवाएंगे, उचित उपचार नहीं देंगे तब तक समाधान नहीं हो सकता। इसके लिए महान अभियान की आवश्यकता है "घर घर गाय, हर घर गाय" । जो सच्चे सनातनी है सच्चे हिंदू है, सच्चे राम और कृष्ण भक्त है उनको कुछ नियम बनाने पड़ेंगे कि हम लोग उन घरों में नहीं जाएंगे, उन घरों का जल नहीं पियेंगे, उन रिश्तेदारों के साथ व्यवहार नहीं करेंगे जो अपने घर गौवंश नहीं रखेगा। एक एक नंदी जिस दिन हर हिन्दू ने अपने घर रख लिया उसके बाद ही भारत की आबोहवा पवित्र होगी

आगर जिले के पशुपालन विभाग के नए उपसंचालक डॉक्टर रमेश चंद पंवार ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस एक वर्षीय गो कृपा कथा के माध्यम से पूरे देश में एक सकारात्मक संदेश जा रहा है। गौ माता हमारे जीवनचर्या से लगा कर मोक्ष तक, हमारी मूलभूत आवश्यकता से लेकर जीवन के अंत तक हमारे साथ है। इसके बिना हमारा उद्धार नहीं हो सकता। हम धन्य है कि हम जिस विभाग में सेवा दे रहे हैं हम सब का जो भरण पोषण हो रहा है वह सब गोमाता की सेवा के कारण ही हो रहा है।       
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327 वें दिवस पर चंडीगढ़ से महंत गोविंदाचार्य जी महाराज,कानपुर से अमर चेतन जी महाराज,छत्तीसगढ़ रायपुर से जय जी तिवारी, विजय जी, सरिता जी,भगवान सिंह जी, गोविंद सिंह जी, किशन सिंह जी, सेमली से एवं गोअभयारण्य से डॉक्टर राहुल दांगी,डॉक्टर तृप्ति पुनवानी सुसनेर एवं झालावाड़ जिले के नाहर गट्टा से श्याम सिंह जी, एलकार सिंह जी अतिथि के रूप में उपस्थित रहें 









*327वे दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश एवं राजस्थान से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 327 वें दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के ग्राम होलखेड़ा से रामप्रसाद , फूलचंद , इंद्र सिंह ने सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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सामर्थ्य,शरीर, संपति और संतति यह सब कुछ सेवा के लिए ही प्राप्त हुए है*- स्वामी गोपालानंद सरस्वती


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 328 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद जी सरस्वती जी ने बताया कि कुछ पल दुर्लभ होते है जो जीवन बनाने के लिए होते है। वह पल आत्मसात कर ले तो हमारा मनुष्य जीवन सफल हो जाता है। यह मनुष्य शरीर प्राप्त हुआ है, जो चीज प्राप्त होती है उसे अपना नहीं माना जाता है। यह मिला हुआ है इस मिले हुवे शरीर का हम सदुपयोग कर ले। कुछ समय के लिए ही यह मिला है। हमारी आत्मा, हमारा जीव सदा से है और रहेंगे लेकिन यह जो जीवन मिला है इसका पूरा लाभ लेना चाहिए। इस शरीर का सदुपयोग करे दुरुपयोग नहीं। थोड़ा कन्वर्ट करना है। मॉर्निंग वॉक को मंदिर जाने में बदल दीजिए, जॉगिंग को गौशाला जाने में बदले, जिम जाने वाले गौशाला में जाकर गोबर उठाएं,चारे की गांठ उठाएं। पसीना ही बहाना है तो गौशाला में जाकर मेहनत करें। जिस समय को पार्टियों में व्यर्थ करते है उस समय को सत्संग में लगाएं। जिस धन का तथाकथित प्रसन्नता के खर्च करते है उसे वास्तविक प्रसन्नता के लिए सेवा में लगाएं। सामर्थ्य, शरीर, संपति और संतति यह सब कुछ सेवा के लिए ही प्राप्त हुवे है। ओर जब इसे सेवा में लगाएंगे तो ही वास्तविक सुख मिलेगा। 
चार प्रकार की सब्जी, तीन प्रकार की मिठाई, दो तीन प्रकार की पुड़ी चपाती, आचार, नमकीन पापड़ उसको खाकर जितना प्रसन्न नहीं हो सकते उतना प्रसन्न दो सुखी रोटी किसी को खिला कर प्रसन्नता मिलेगी। जिससे वास्तविक प्रसन्नता प्राप्त हो वहीं इस कलिकाल में मनुष्य के लिए श्रेष्ठ बताया है। इस समय भगवती गौमाता एक ऐसा दिव्य आश्रय है हम सब के लिए, एक ऐसा महान सहारा है जिनके प्रभाव से हमारा स्वभाव बदल सकता है। विध्वंशमयी विचार निर्माण में तब्दील हो सकते है।

*328 वे दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान,मध्यप्रदेश,छत्तीसगढ़ एवं बिहार से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 328 वें दिवस पर चुनरी यात्रा श्री कामधेनु गो अभ्यारणय मालवा मध्यप्रदेश के सभी ग्वाल ग्वालिनो ,राजस्थान के झालावाड़ जिले के भवानीमंडी से
पोरवाल मेटल्स से भगवंती जी, रेखा जी, अलका जी, संगीता जी, निधि जी, शाबी जी,रायपुर की महिला मंडल,छत्तीसगढ़ के रायपुर एवं बिहार के पटना से सैनिक परिवार ने सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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गोपालेश्वर महादेव की प्राण प्रतिष्ठा के साथ दो कन्याओं का विदाई समारोह* - स्वामी गोपालानंद सरस्वती


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 324 वें दिवस पर चल रहें सप्त दिवसीय महाशिवरात्रि महामहोत्सव में आज प्रातः ब्रह्ममुहुर्त में महा शिवरात्रि के पुण्य पर्व पर गोष्ठाधिपति भगवान गोपालेश्वर महादेव एवं उनके साथ "शिव दरबार" की प्राण प्रतिष्ठा होकर विश्व के प्रथम गोअभयारण्य के लोक आवास में बने सुन्दर शिव मंदिर में एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के मुख्य यजमान अहमदाबाद के श्री चिमन भाई अग्रवाल,श्रीमती शशि बेन,पुत्र संजय जी अग्रवाल,मनीषा जी अग्रवाल, पौत्र धनंजय जी अग्रवाल एवं चिमन भाई के पूरे परिवारजन एवं मित्रगण मीनाक्षी जी अग्रवाल,अनिल कुमार जी गुप्ता,विष्णु जी अग्रवाल,,दिनेश जी गुप्ता, मंजू जी गुप्ता,वरुण जी गुप्ता,दशरथ जी पटेल,पुरुषोत्तम जी पित्रोदा,विनीता बेन सोनावत एवं पायल जी अग्रवाल एवं इंदौर से ओम प्रकाश भूतड़ा,मनोरमा मांगीलाल कुलमी, प्रभु राजपुरोहित, बैंगलोर से संजय जी,उज्जैन से अनिल राजपुरोहित,गंगापुर से नन्द लाल जी राठौर, जलगांव से लखन राठौर ,मेवाड़ से पीयूष पिछोलिया, धार सन्तोष राजपुरोहित एवं साल रिया के लाल सिंह जी ने विद्वान पंडितों के मंत्रोच्चार द्वारा भव्य मंदिर में विराजित हुए ।

एक वर्षीय महोत्सव के 324 वें दिवस पर श्री गोपाल परिवार संघ के प्रणेता परम् पूज्य संत श्री गौ भैरव उपासक ग्वाल संत स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज के मार्गदर्शन में आज 12 सेवा प्रकल्पों 1.धेनु धाम फाउंडेशन (www.dhenudhamfoundation.com)
2.दावा देवी फाउंडेशन (www.davadevifoundation.com)
3.दाता देवी फाउंडेशन (www.datadevifoundation.com),4.दाना देवी फाउंडेशन (www.danadevifoundation.com),5,दृष्टि देवी फाउंडेशन (www.drishtidevifoundation.com),6.ग्वाल शक्ति सेना (www.gwalshaktisena.com),7.धेनु शक्ति संघ (www.dhenushaktisangh.com),8.धेनु धन फाउंडेशन (www.dhenudhanfoundation.com),9.धेनु दर्शन फाउंडेशन (www.dhenudarshanfoundation.com),10. धेनु देवी फाउंडेशन(www.dhenudevifoundation.com),11. धेनु धरती फाउंडेशन (www.dhenudhartifoundation.com),
12. धेनु धारा फाउंडेशन (www.dhenudharafoundation.com)
का लोकार्पण किया गया। जो पूरे भारत व विश्व में गौ सेवा के कार्यों को पूरा करेंगे। 
 विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में शिवरात्रि के महामहोत्सव में राधा लड्डू गोपाल के साथ दो कन्याओं का विवाह सम्पन्न हुआ था उन्हें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के मुख्य यजमान अहमदाबाद के श्री चिमन भाई अग्रवाल के परिवार ,श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के कार्यकारी अधिकारी आलोक जी सिंहल एवं आगर के विधायक माधव सिंह मधु गहलोत एवं साध्वी कपिला गोपाल सरस्वती,साध्वी श्रद्धा गोपाल सरस्वती,साध्वी आराधना गोपाल सरस्वती एवं साध्वी निष्ठा को गोपाल ने नव विवाहित दूल्हे,दुलहन को आभूषण एवं आगर के विधायक मधु जी गहलोत एवं इन्दौर के गोभक्त मनीष जी गुप्ता की ओर से दोनों वर वधु को सोफा सेट,आलमारी, टी टेबल,फ्रीज,कूलर,मिक्सर,प्रेस,पलंग, बिस्तर,गैस टंकी, चूल्हा ,51 सेट बर्तन एवं सोने का मंगल सूत्र चांदी के पायजेब, फोलरिया दोनों दुल्हनों के लिए एवं दोनों दूल्हों के लिए सोने की चेन सहित दुल्हन + दूल्हे को ड्रेस उपहार में दिए गए।

विदाई समारोह में आगर के विधायक मधु सिंह गहलोत ने गर्व महसूस करते हुए बताया कि मुझे गर्व है कि मैं जिस जिले से आता हूं वहां पर विश्व का प्रथम गो अभयारण्य है और यहाँ पूज्य पथमेड़ा महाराज जी एवं स्वामी गोपालानंद जी सरस्वती के सानिध्य में 6000 से अधिक गौमाताओं की मातृत्व भाव से सेवा हो रही है और गो अभयारण्य के जल संकट निवारण के लिए राज्य सरकार हर संभव प्रयास करेगी ।
कथा यजमान चिमन भाई अग्रवाल ,उनकी श्रीमती शशि बेन, पुत्र संजय अग्रवाल एवं पुत्र वधु मनीषा अग्रवाल ने गर्व महसूस करते हुए बताया कि भगवती गोमाता ने हमें जो एक वर्ष की सेवा का सहयोग मिला है उसके लिए हमारा परिवार पूज्य स्वामी गोपालानंद जी सरस्वती जी महाराज एवं सभी संतो एवं साध्वी दीदियों का आभार व्यक्त करता है कि इन्होंने इस पुण्य कार्य के लिए हमारा चयन किया और भरोसा दिलाया कि भगवती गोमाता का किसी भी प्रकार का कार्य हमें आगे भी मिलता रहें ऐसी भगवती गोमाता से हम प्रार्थना करते है और अन्त में श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के कार्यकारी अधिकारी आलोक जी सिंहल ने सभी का आभार व्यक्त किया।
 कार्यक्रम में इंदौर के गोभक्त ओम प्रकाश जी भूतड़ा,मनीष जी बिसानी, अशोक जी सोमानी ,गिरिराज जी भूतड़ा,संजय जी अग्रवाल,प्रभु जी राजपुरोहित,भूरा लाल जी राजपुरोहित सहित सहित गोपाल संघ परिवार के सभी वरिष्ठ कार्यकर्ता को सम्मानित किया ।




*324वे दिवस पर चुनरी यात्रा भारत के सात राज्यों से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 324 वें दिवस पर भारत के कर्नाटक,तेलंगाना,महाराष्ट्र,गुजरात,मध्यप्रदेश,छत्तीसगढ़, राजस्थान,हरियाणा,दिल्ली एवं उत्तरप्रदेश ,बिहार व पश्चिम बंगाल राज्य के हजारों गोप्रेमी महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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जिसके जीवन में अपना कोई हित हो वह कभी सेवा नहीं कर सकता


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 325 वें दिवस पर पूज्य स्वामी गोपालानंद जी सरस्वती जी महाराज ने बताया कि शिवरात्रि के दिन बिल्व पत्र चढ़ाने का बड़ा महत्व है, कई लोग सवा लाख बिल्व पत्र से भगवान शिव की पूजा करते है। भविष्य पुराण के उत्तर पर्व के 79वे अध्याय में स्पष्ट लिखा है कि लक्ष्मी से युक्त बिल्व के वृक्ष की उत्पति गौमाता के गोबर से हुई है।

कथा में महाराज जी ने बताया कि जब नंदीश्वर प्रकट हुवे तब प्रजापति ने महादेव को एक गौमाता ओर बेल दिया। तब महादेव जी प्रसन्न होकर बेल को अपना वाहन बनाया और उन्ही को अपनी ध्वजा का चिन्ह बनाया।

स्वामीजी ने आगे बताया कि महाशिवरात्रि के पर्व पर करोड़ों रुपए खर्च हो रहे है लेकिन किसी को यह सुध नहीं आई होगी कि भगवान शिव के प्राणाधार नंदी बाबा किस स्थिति में है। उस गो नंदी को भूल करके कोई कैसे शिवरात्रि का आनंद ले सकता है। वह लोग भाग्यशाली है जो इस अभ्यारण्य में 6 हजार गौमाताएं 2 हजार नंदी बाबा के बीच में बैठ करके शिवरात्रि मनाई है ।
  पिछले एक माह से चल रहे ग्वाल प्रशिक्षण शिविर में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे गौभक्त शिविरार्थियों को आज कथा में प्रमाण पत्र देकर सम्मान किया गया। इस शिविर में गौमाताओं को कैसे रखा जाता है, कब क्या खिलाना चाहिए, कैसे गौमाताओं का वर्गीकरण होना चाहिए, बीमार होने पर कैसे उपचार करना चाहिए, गर्भवती गौमाताओं की कैसे सेवा होनी चाहिए जैसे कई विषयों पर प्रैक्टिकल प्रशिक्षण जॉब गारंटी के साथ दिया गया।

23 मार्च से 12 अप्रैल तक का 21 दिवसीय द्वितीय ग्वाल प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जाएगा ।

आज कथा में क्रांतिकारी चंद्र शेखर आजाद जी की शहादत को नमन किया गया। इन्होंने कसम खाई थी कि अंग्रेजों के हाथ जिंदा नहीं आएंगे। सच में उन्होंने ऐसा कर दिखाया। प्रारंभ में इन्हों देश की आजादी के आंदोलन में अहिंसक रूप से कार्य किया लेकिन जल्द ही इन्हें समझ आ गया कि आजादी अगर लानी है तो खून बहाना पड़ेगा। केवल चरखा चलाने से आजादी नहीं मिल सकती ।

जिसके जीवन में अपना कोई हित है वह कभी सेवा नहीं कर सकता। चंद्रशेखर आजाद देश की सेवा इस कारण कर पाए की उनका अपना कोई इश्यू नहीं था। अपना मान, अपना सम्मान, अपनी इज्जत, अपना पद, अपनी प्रतिष्ठा, अपनी चाहत, अपने विचार, अपने मित्र, अपने शत्रु यह जब रहेगा तब तक एक कदम भी सेवा में हम आगे नहीं बढ़ सकते। अपने अस्तित्व को मिटा देना पड़ेगा मैं कौन हूं, क्या हूं । हमें खुद को भी याद नहीं रहना चाहिए तब जाकर हम सेवा कर सकते हैं। खुद को मिटा कर ही सेवा शुरू होती है जब तक मैं हूं तब तक सेवा का अंश भी प्रारंभ नहीं होता। सेवा करना और सेवा का सोचना तो बहुत दूर की बात है।



*325वे दिवस पर चुनरी यात्रा हरियाणा एवं मध्यप्रदेश एवं राजस्थान से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 325 वें दिवस पर हरियाणा के पानीपत से ओमप्रकाश शर्मा, सरोज जी, भारत भूषण एवं लसुड़िया गढ़वाल से माताएं बहने,देवास से गोपाल जी ,हुरा बा गौशाला व बड़ी से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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गोमाता के दर्शन मात्र से जीवन उत्कृष्ट बन जाता है* - प्रकाश नाथ जी महाराज,वागड़


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 326 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद जी सरस्वती जी ने बताया कि अगर गौ सेवा है तो हमारे जीवन में निश्चित रूप से भक्ति की दिव्य धारा बहेगी। अगर गौ सेवा नहीं है तो असली भक्ति नहीं आ सकती। हम अगरबत्ती भी जलाएंगे, दिया भी जलाएंगे, देवी देवता के भी जाएंगे, सब कुछ करेंगे लेकिन भगवान नहीं मिलेंगे। भगवान तो तब ही मिलेंगे जब पहले गौ सेवा करके हम अपने मन को, अपने चित को निर्मल कर देंगे। 

 महोत्सव के 326 वें दिवस पर वागड़ के आदिवासी अंचल के गोप्रेमी संत प्रकाश नाथ जी महाराज ने अपने आशीर्वचन में कहां कि 
जो गौमाता की शरण ले लेता है उसका सम्पूर्ण जीवन सफल हो जाता है। दूध के लिए गौमाता का दिव्य शरीर नहीं बना है इनका तो दर्शन मात्र ही पर्याप्त है जीवन को उत्कृष्टता की ओर ले जाने के लिए। जिसके जीवन में गौसेवा नहीं है उनके जीवन में हजारों बहाने होते है। 

सेवा सीखनी हो तो धन्ना भगत से सीखे। धन्ना भगत ने बुआई के लिए बचे बीजों को घर आए संतो को घर में अन्य अनाज नहीं होने के कारण उन्हीं बीजों का भोजन बना कर जिमा दिया। धन्ना के जीवन में कर्म प्रधान होने के कारण खेती के लिए बीज के अभाव में कंकड़ की बुवाई करी । कुछ समय बाद उन कंकड़ों से लहलाती फसल उगी। निष्काम भक्ति और समर्पण का यह बड़ा उदाहरण है।


*ध्यान फाउंडेशन कलकत्ता से श्री सुदर्शन जी कौशिक व उनके साथी अतिथि के रूप में उपस्थित रहें*

*326वे दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश एवं राजस्थान से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 326 वें दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश के आगर मालवा के रायना बडौद से शिव शंकर, शाजापुर जिले के मोहन बड़ौद से गौसेवा जिला संयोजक कमल रूपरिया झालावाड़ जिले के समराई से रमेश चंद्र कुलमी एवं कुराड़िया ग्राम की महिला मंडल ने सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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राधा लड्डू गोपाल के साथ दो कन्याओं का विवाह सम्पन्न* *गोष्ठाधिपति भगवान गोपालेश्वर महादेव के साथ शिव दरबार की प्राण प्रतिष्ठा 26 फरवरी को*


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 323 वें दिवस पर चल रहें सप्त दिवसीय महाशिवरात्रि महामहोत्सव में आज राधा जी के धर्म पिता अनिल जी राजपुरोहित उज्जैन एवं लड्डू गोपाल जी के धर्म पिता मोहन जी राठौर सुसनेर के परिवार के साथ आगर के लोक प्रिय विधायक माधव सिंह मधु जी गहलोत व इन्दौर के गो सेवक मनीष जी गुप्ता परिवार द्वारा होने वाले दो गरीब कन्याओं का पाणिग्रहण संस्कार राधा लडडू गोपाल जी महाराज के साथ दो कन्याओं का विवाह के लिए प्रातः कालिन शुभ वेला में ठाकुर जी सहित दो दूल्हे की बारात गाजे बाजे के साथ कामधेनु गो अभ्यारणय पहुंची, बारात का स्वागत माला पहना तथा पुष्प वर्षा कर वधू पक्ष व ग्वाल बालों ने किया। कथा पांडाल के मुख्य द्वार पर तोरण का कार्यक्रम संपन्न कर 6000 से अधिक गौमाताओं की प्रत्यक्ष उपस्थिति में पंडित राहुल जी द्वारा ठाकुर जी एवं दो कन्याओं का विवाह तय समय पर हर्षोल्लास से विधिवत सम्पन्न करवाया। वर्ष भर की कथा एवं भोजन प्रसादी के मुख्य यजमान अहमदाबाद के श्री चिमन भाई अग्रवाल,श्रीमती शशि बेन,पुत्र संजय जी अग्रवाल,मनीषा जी अग्रवाल, पौत्र धनंजय जी अग्रवाल एवं चिमन भाई के पूरे परिवारजन एवं मित्रगण मीनाक्षी जी अग्रवाल,अनिल कुमार जी गुप्ता,विष्णु जी अग्रवाल,,दिनेश जी गुप्ता, मंजू जी गुप्ता,वरुण जी गुप्ता,दशरथ जी पटेल,पुरुषोत्तम जी पित्रोदा,विनीता बेन सोनावत एवं पायल जी अग्रवाल ने भगवान राधा कृष्ण एवं वर वधू को आशीर्वाद प्रदान किया ।
श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के कार्यकारी अधिकारी आलोक सिंहल ने मुख्य यजमान सहित विवाह समारोह में वर एवं वधु पक्ष का आभार जताया ।

26 फरवरी को प्रातः 10 बजे से शिवरात्रि के पुण्य पर्व पर गोष्ठाधिपति भगवान गोपालेश्वर महादेव एवं उनके साथ "शिव दरबार" की प्राण प्रतिष्ठा होगी और सायंकाल 02 बजे दोनों कन्याओं का बिदाई समारोह का आयोजन होगा ।

आज कथा में राजस्थान, गुजरात के सैकड़ों गौभक्तों का कथा में आगमन हुआ ।

 स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज जी ने गोरक्षा दल पिडावा एवं डग की टीम द्वारा आगर जिले की सुसनेर तहसील के बड़ा देहरिया में गौ वंश तस्कर परिवहन करते साथ रंगे हाथ पकड़ने पर गो सेवक बाहदुर सिंह सिसोदिया ,विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल गौ रक्षा प्रमुख पिडावा करणसिंह विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल जिला सह संयोजक गजानंद जी शर्मा ,जवान सिंह जी गौ रक्षा प्रमुख डग आत्माराम जी, भूपेंद्र सिंह डग का आभार जताते हुए इन बहादुर गो सेवकों की वजह से भगवान शंकर के वाहन 07 नंदी बाबाओं की जान बचाकर महाशिवरात्रि के पावन पुण्य अवसर से पूर्व बहुत श्रेष्ठ कार्य किया है और महाराज जी ने बताया कि मानाकि देश में विधर्मी गौहत्या को बढ़ावा देते हैं,लेकिन हिन्दू भी तो अपने घर से गायमाता को घर से बाहर निकाल रहें है और जिस दिन हर हिन्दू अपने घर में एक एक गोमाता बांध लेगा तो ईसा मसीह एवं अल्लाह के अनुयायी भी गो को प्रणाम करने लग जाएंगे क्योंकि हमारे धर्म ग्रन्थों में स्पष्ट उल्लेख है कि गायमाता की शरणागति लेने से अपने आप सब कुछ ठीक हो जाता है ।
महाराज जी ने आगे बताया कि चार वेद, छः शास्त्र, 18 पुराण, रामायण जी, महाभारत जी, स्मृतियां सब एक स्वर के कहते है चाहे आप कितने ही परोपकार के कार्य कर लो, जप, तप, यज्ञ, दान, पुण्य, पूजा, पाठ कर लो जब तक भू मंडल पर गौमाता सुखी नहीं होगी तब तक संसार की सुखी करने के सारे उपाय व्यर्थ है। महाभारत के अनुशासन पर्व में यह बात स्पष्ट लिखी है मातर: सर्व भूतानाम, गांवो सर्व सुख प्रदाह।

*323 वें दिवस पर सैकड़ों भक्त संत एवं गौशालाओं के प्रतिनिधि आदि अतिथि उपस्थित रहें ।


 
*323वे दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान एवं मध्यप्रदेश से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 323 वें दिवस पर मेवाड़ के समस्त तेली समाज,यूपी के फरुकाबाद के कायमगंज से साधना दुबे पत्नी श्री स्व. महेश चंद दुबे,पिड़ावा तहसील के ओसाव- श्री कृष्ण गौशाला ,आगर जिले के डाबला खांम के समस्त गोभक्त,डाबली के समस्त गोभक्त एवं मेवाड़ के राजसमंद से जेठुसिह राजपुरोहित,गोपाल सिंह-राजपुरोहित,बाबुसिह-राजपुरोहित,सुरेश जी कुमावत,कान जी गर्ग,गुलाब सिंह एवं ललित जी टेलर खनोटा,मोड़ी,पायली,जाग,जामुनिया,हरि नगर, 
पीपलिया नानकार,ओडिया खेडी- गोपाल गौशाला व झालावाड़ के गोविंदपूरा के गोभक्तो 
 ने सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।


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