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दैनिक समाचार



विगत 10-12 वर्षों से ही आजादी का अनुभव कर रहा है सनातन समाज*- रामस्वरूप जी महाराज,भारत माता मंदिर बांसवाड़ा


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 349 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि आज हमारे बीच में एक ऐसे दिव्य संत पधारे है जिन्होंने सभी चारों वर्णों के लोगों को एक सूत्र में बांधकर सनातन धर्म को मजबूत कर रहें है ऐसे दिव्य संत भारत माता मंदिर बांसवाड़ा परियोजना के दिव्य संत रामस्वरूप जी महाराज का विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में अभ्यारण्य में विराजित 6700 गोवंश एवं उनकी सेवा करने वाले ग्वालों की और से हार्दिक अभिनंदन है । रामस्वरूप जी महाराज बांसवाड़ा परियोजना के माध्यम से बांसवाड़ा में ही नहीं वरन भारत के पूर्वी क्षेत्र त्रिपुरा,मिजोरम जैसे सुदूर क्षेत्र में भी सनातन समाज को संगठित करने का कार्य कर रहें है ।

*गोकृपा कथा के 349 वें दिवस पर संबोधित करते हुए रामस्वरूप जी महाराज ने खान कि भगवान राम की कृपा से हम सबको ऐसे समय में जन्म मिला है कि हम अपनी आंखों से बहुत अच्छा होते देख रहें है और भी बहुत अच्छा देखेंगे क्योंकि विगत 700 वर्षों से भारत में बादशाही शासन और 200 वर्षों तक अंग्रेजी शासन रहा और उसके बाद 1947 से देश आजाद हुआ लेकिन हम विगत 10,,12 वर्षों से ही हम आजादी का आभाष कर रहें है और आने वाले समय में पाकिस्तान,बांग्लादेश एवं अफ़ग़ानिस्तान ये सब भी भारत के अंग बनेंगे जिसके लिए भगवान ने हमें मोदी जी एवं योगी जी जैसी दो दिव्य विभूतियों को भेजा हैं और विशेषकर योगी जी को क्योंकि भारत के अधिकांश तीर्थ स्थल यूपी में है और जब पहले कोई भी तीर्थयात्रा करने जाता तो उसको रो रो कर विदा करते थे कि अब ये वापस नहीं आएगा क्योंकि यूपी में सबसे ज्यादा मुगलियत का प्रभाव था लेकिन आज योगी जी ने सबको ठीक कर दिया है और एक दिन यूपी के मुसलमान भी यह कहेंगे कि हमारे बाप दादा भी हिन्दू ही थे इसलिए हम भी सनातन धर्म में लौटेंगे।
   महाराज जी ने खान कि हमारे लिए धरती माता एवं गोमाता महत्वपूर्ण है और मध्यप्रदेश शासन गोमाता की सेवा में अग्रणी है और उसने विश्व के प्रथम गो अभयारण्य को विश्व के लोक प्रसिद्ध गो सेवा संस्थान को देकर पुण्य का कार्य किया है साथ ही मैं राजस्थान सरकार का भी आभार प्रगट करता हूं कि वहां की सरकार ने एक जोड़ी बैल से खेती करने वाले किसान को 30,000 रुपए की सहायता राशि का निर्णय लिया है उससे गो सेवा का कार्य बढ़ेगा और बेलो के खुर के माध्यम से उन्नत कृषि का लाभ यहां की जनता को मिलेगा क्योंकि जहां जहां भी गोमाता की सेवा होती है या बेलों से खेती होती है वहां कभी भी अकाल नहीं पड़ता है इसलिए हम सबको भी धरती माता एवं गोमाता की पूजा सेवा के लिए आगे आना होगा ।


*मध्यप्रदेश के गौसेवक मुख्यमंत्री डॉ.मोहन जी यादव अपना 61 वा जन्मदिवस विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में आगामी 25 मार्च, पाप मोचनी एकादशी मंगलवार को मनाएंगे ,अपने जन्मदिवस पर प्रदेश के मुखिया गो अभयारण्य एवं इस क्षेत्र की ग्राम पंचायत ननोरा,श्यामपुरा,सेमली सालरिया ग्राम पंचायत के सभी ग्राम एवं मेदपुर ग्राम पंचायत के पटपड़ा ग्राम सहित गो अभयारण्य जो कुंडा लियां डेम परियोजना में छूट गए थे उनके लिए बड़ी सौगात दे सकते है साथ ही गो अभयारण्य में गौमाताओं के लिए चारा वाहन लाने के लिए कोई सड़क मार्ग नहीं है इसके लिए भी मुख्यमंत्री ननोरा से गो अभयारण्य के लिए सड़क मार्ग की सौगात के साथ अन्य कई प्रकार की सौगात दे सकते है*

*349 वे दिवस पर चुनरी यात्रा उत्तरप्रदेश,दिल्ली,राजस्थान एवं मध्यप्रदेश से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 349 वें दिवस पर चुनरी यात्रा उत्तरप्रदेश,दिल्ली,राजस्थान एवं मध्यप्रदेश के गोभक्त परिवार ने सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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कुरीतियों एवं बुराइयों को कान से सुने हृदय में न उतारे*- स्वामी ज्ञानानंद तीर्थ,जगदगुरू शंकराचार्य भानपुरा पीठ


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 353 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि जहां जहां भी संतो के चरण पड़ते है वह स्थान उन संतो के चरणारविन्दुओं से और पवित्र हो जाता है और भानपुरा पीठ के शंकराचार्य भगवान के चरण पड़ते से यह स्थान और सिद्ध हो गया है ।
स्वामीजी सहित अभ्यारण्य में विराजित संतो ने शंकराचार्य भगवान ज्ञानानंद जी तीर्थ की चरण पादुका पूजन कर उनका आशीर्वाद लिया।

*353 वे दिवस पर जगदगुरू शंकराचार्य भगवान भानपुरा पीठ स्वामी ज्ञानानंद जी तीर्थ ने अपने आशीर्वचन में बताया कि दत्तात्रेय जी ने अपने समीप गोमाता और स्वान को रखकर हमें यह संदेश दिया हे कि जीवन में हमें किसी न किसी से कुछ न कुछ सीखते रहना चाहिए
धरती माता से हमे सहशीलता एवं परोपकारिता सीखनी चाहिए गोमाता का गौमूत्र सबसे पवित्र होता हे,गोमाता भूसा खा कर भी हमें अमृतमय दुग्ध देती है अर्थात बिना कुछ लिए गोमाता हमें बहुत कुछ दे देती है।
शंकराचार्य भगवान ने बताया कि प्रकृति ने सबके लिए प्रसाद की व्यवस्था की है परंतु इंसान सबके हिस्से का खा गया रहा है और गोमाता के लिए दृष्टि ने जो घास फूस बनाया है उसे भी आज मानव जलाकर नष्ट कर रहा है,जिससे असंख्य जीवों की हत्या के साथ साथ पर्यावरण को नुकसान हो रहा है, जबकि भगवती गोमाता उन तृणों को खाकर हमें अमृत रूपी दूध एवं गोबर गोमूत्र के रूप में पर्यावरण संरक्षण एवं हमारे स्वास्थ्य रक्षा करती है इसलिए पर्यावरण संरक्षण में भगवती गोमाता की भूमिका महत्वपूर्ण है ।
 शंकराचार्य ने धरतीमाता एवं गोमाता दोनों की महिमा बताते हुए बताया कि धरती माता हमें आश्रय देती है और गोमाता हमें पोषण के साथ साथ वात्सल्य भी देती है । समुद्र मंथन में जहर अमृत के साथ हमें कामधेनु गोमाता मिली है । जहर को तो भगवान शंकर ने अपने गले में गटक हमें यह संदेश दिया कि किसी भी बुरी बात को न तो निगले न ही उसे उगले बल्कि उसे अपने गले में ही रखे यानि कोई भी कुरीति हो उसे कान से सुन तो ले लेकिन उसे दिल में न उतारे भगवान शंकर ने हलाहल विष को अपने गले में रखकर किसी को कष्ट नहीं होने दिया और वे नीलकंठ कहलाएं।

*353 वें दिवस पर पूज्य देवानंद जी महाराज
सहित श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के कार्यकारी अधिकारी आलोक सिंहल,प्रबंध न्यासी अंबालाल सुथार,क्षेत्रीय निदेशक ब्रह्मदत्त व्यास, भूर सिंह राजपुरोहित एवं इंदौर महानगर गो सेवा भारती के वरिष्ठ कार्यकर्ता कैलाश खंडेलवाल ,निलेश गंगराड़े महामंत्री, दुर्गा प्रसाद शर्मा ,नंदकिशोर शर्मा,दिनेश दाते,महेश , प्रमोद, रत्ना , रूपाली भारती प्रमोद मौलिक प्रमोद खंडेलवाल आदि अतिथि उपस्थित रहे ।

*353 वे दिवस पर चुनरी यात्रा बिहार,झारखंड राजस्थान एवं मध्यप्रदेश से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 353 वें दिवस पर चुनरी यात्रा बिहार,झारखंड राजस्थान एवं मध्यप्रदेश के इंदौर महानगर गो सेवा भारती के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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गोवत्स राधाकृष्ण जी महाराज 29,30,31 मार्च को अभयारण्य में नानी बाई को मायरो*- स्वामी गोपालानंद सरस्वती


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 354 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के अन्तिम एक दिवस पूर्व मनुष्य के जातकर्म संस्कार के बारे में बताते हुए कहां कि मैकाले मानस पुत्रों के प्रभाव एवं मुगलों एवं अंग्रेजो की गुलामी के कारण हम हमारी संस्कृति को भूलते गए और 16 संस्कार बताकर हमें गलत बताया जबकि शास्त्रों के अनुसार 44 संस्कार बताए है एवं कोई भी संस्कार गाय माता के बिना संभव नहीं है जिसके कारण युवा पीढ़ी भटकाव की बढ़ने लग गई क्योंकि जब से हम गो से दूर हुए है तब से हममें शहनशीलता एवं वात्सल्य की कमी आई है, क्योंकि ये दोनों गुण ही भगवती गोमाता के पावन सानिध्य में हमें मिलते है इसलिए बालक को गर्भावस्था से लेकर जन्म लेने के बाद सारे संस्कार भगवती गोमाता की पावन उपस्तिथि में देना चाहिए ।
  पूज्य महाराज जी ने बताया कि हम कल यानि 29 मार्च को एक वर्ष के इस महामहोत्सव के पूर्णता की और जा रहें है ओर कल 29 मार्च से 30 एवं 31 मार्च को गोवत्स पूज्य राधाकृष्ण जी महाराज के पावन मुखारविंद से हम सब को नानी बाई जी के संगीतमय मायरे को श्रवण करने का शौभाग्य विश्व के इस प्रथम गो अभयारण्य में मिलने जा रहा है,जिसका दोपहर 01 बजे से सायंकाल 04 बजे तक का समय रहेगा जिसका आस्था,धर्म संदेश,आस्था भजन, धेनु टीवी चैनल एवं पथमेड़ा यू ट्यूब चैनल के माध्यम से सीधा प्रसारण होगा साथ ही श्री राममंदिर की शिला पूजन करवाने वाले विद्यान पंडित गंगाधर जी पाठक मैथिली के आचार्यत्व में विद्वान आचार्यों के माध्यम से शिव शक्ति महायज्ञ का 09 दिवसीय यज्ञ उपसंहार उत्सव में होगा एवं 30 मार्च से 12 अप्रैल 2025 तक प्रतिदिन देश के महान संतो के प्रवचन आदि कार्यक्रम उपसंहार उत्सव में आयोजित होंगे ।

पूज्य महाराज जी बताया कि रणबांकुरों एवं शक्ति,भक्ति एवं शौर्य एवं बलिदानों की भूमि में आज भी महाराणा प्रताप जैसी हिम्मत है और उसी हिम्मत से उत्तरप्रदेश के पावन तीर्थ प्रयागराज से राजस्थान से प्रयागराज जाकर 200 गौ वंशों को बचाकर टोंक सवाई माधोपुर की टीम के रणबाकुरों ने पुण्य का कार्य किया है,उनके इस कार्य के लिए सभी को वंदन ।

*354 वे दिवस पर श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के पूर्व अध्यक्ष एवं ग्वाल शक्ति सेना के प्रधान संरक्षक आर.के. अग्रवाल ने बताया कि हम सब शौभाग्यशाली है कि हमें भगवती गोमाता की सेवा करने का शौभाग्य मिला है और आज इस पुण्य धाम जहां पर छ हजार से अधिक गोमाता के दर्शन एवं उसकी एक वर्ष तक निरन्तर गो कृपा कथा चल रही है अर्थात जिस गोमाता की महिमा एक वर्ष में 60 प्रतिशत भी पूर्ण न हो तो फिर उसे भगवती की सेवा का कितना महत्व है इसलिए मैं सभी देश वासियों से आह्वान करता हूं कि गाय माता को वेदों के वर्णित समान प्राप्त हो सेवा उचित प्राप्त हो सुरक्षा पूरी प्राप्त हो समान पूरा प्राप्त हो उस कार्य के आगे बड़े यही हमारा सच्चा धर्म है और यही वास्तविक सद्कर्म है इसलिए हम सभी ग्वाल शक्ति सेना एवं धेनु शक्ति संघ के माध्यम गौसेवा के कार्य में जुटकर भगवती गोमाता को सम्मान दिलाने में अपनी भूमिका निभाए ।
एक वर्षीय वेद गो आराधना महामहोत्सव के उपसंहार उत्सव जो आगामी 30 मार्च से 12 अप्रैल 2025 चलने वाला है उसके लिए भारत सरकार के गृह मंत्री माननीय अमित शाह, केंद्रीय परिवहन मंत्री एवं भाजपा के पूर्व अध्यक्ष माननीय नितिन गडकरी, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय कृषि एवं पंचायत राज मंत्री माननीय शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय संचार मंत्री माननीय ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र के सांसद माननीय रोडमल नागर आदि जनप्रतिनिधियों को उनके दिल्ली आवास पर अभ्यारण्य के प्रबंधक शिवराज शर्मा ने उपसंहार उत्सव का आमंत्रण पत्र देकर उन्हें भगवती गोमाता के पुण्य धाम पर आने जा आग्रह किया।


गाय माता को वेदों के वर्णित समान प्राप्त हो सेवा उचित प्राप्त हो सुरक्षा पूरी प्राप्त हो समान पूरा प्राप्त हो उस कार्य के आगे बड़े यही हमारा सच्चा धर्म है और यही वास्तविक सद्कर्म है।

*354 वें दिवस पर पूज्य संत 
लक्ष्यानद जी बावजी,भेरूगिरी जी महाराज,सुरेश पूरी जी महाराज पुष्कर ब्रह्मामंदिर का पावन सानिध्य मिला*


*354 वें दिवस पर जमशेदपुर से आर.के अग्रवाल,सोहन लाल जी एवं राजसमंद के पूर्व विधायक गौसेवक बंशी लाल अतिथि के रूप में पधारे अतिथियों का श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के कार्यपालन अधिकारी आलोक सिंहल, क्षेत्रीय निदेशक ब्रह्मदत्त व्यास एवं न्यासी भूर सिंह राजपुरोहित ने उपरना एवं मेवाड़ी पगड़ी पहनाकर भगवती गोमाता की छवि देकर सम्मानित किया।

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 354 वें दिवस पर चुनरी यात्रा झारखंड, राजस्थान एवं मध्यप्रदेश के गो प्रेमियों की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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दिव्य संतो के सानिध्य में मध्यप्रदेश का गोकुल बन गया है विश्व का गो अभयारण्य* ,- डॉक्टर मोहन यादव,मुख्यमंत्री


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 351 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि मध्यप्रदेश के गौसेवक मुख्यमंत्री डॉ.मोहन जी यादव ने विश्व के इस प्रथम गो अभयारण्य में अपना 61 वा जन्मदिवस मनाकर एक मिशाल कायम की है और इससे प्रदेश में गो संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा कि एक प्रदेश का मुखिया भगवती गोमाता की पूजन एवं यज्ञ करके गो शाला में अपना जन्मदिवस मना रहें है इससे सनातन परम्परा को बल मिला है ।


अपने 61 वें जन्मदिवस के शुभ अवसर पर मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने खुशी जाहिर करते हुए कहां कि मुझे आज बड़ी खुशी हो रहीं है कि मैं 6700 गोमाता के बीच अपना जन्मदिवस मना रहा हूं और इसके लिए श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा महाराज जी एवं स्वामी गोपालानंद जी सरस्वती के साथ साथ में अहमदाबाद के गो भक्त चिमन भाई अग्रवाल एवं उनके परिवार एवं साथियों का आभार जताता हूं कि उन्होंने मध्यप्रदेश शासन द्वारा मनाएं जा रहें गोवंश रक्षा वर्ष में अपनी द्रव्याहुति देकर मध्यप्रदेश में एक वर्ष के महामहोत्सव का मुख्य यजमान बनकर भगवती गोमाता का बड़ा कार्य किया है साथ ही मुख्यमंत्री ने गो अभयारण्य की जगह अन्य नाम रखने की बात कहकर कहा कि यह तो पूज्य संतो के सानिध्य में मध्यप्रदेश का गोकुल बन गया है ओर यहां साक्षात भगवान कृष्ण स्वयं विराजित है इसलिए यह विश्व का एक गोकुल तीर्थ के रुप में स्थापित होगा ।

मुख्यमंत्री महोदय ने गो अभयारण्य में चार वृहद गो प्रसादम गृह का लोकार्पण करके ,विभिन्न संस्थाओं की स्टॉल का अवलोकन कर सजीवनी लाइफ संस्था के माध्यम से गो अभयारण्य को हरा भरा करने के क्रम में 1008 आंवलकी उपवन में आंवला वृक्ष का पौधारोपण किया उसके बाद मंच पर विराजित ग्वाल संत पूज्य स्वामी गोपालानंद जी सरस्वती का आशीर्वाद लेकर अपने जन्मदिवस पर यज्ञ एवं गोव्रती केक एवं सिंघाड़े के आटे एवं राजगिरा के गोमाता के घी से बने फलाहारी लड्डू से अपना तुलादान करवाकर दीप प्रज्वलन कर अपना जन्म दिवस मनाया उसके बाद एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के मुख्य यजमान चिमन भाई अग्रवाल एवं उनके साथ पधारे राधेश्याम जोशी ने मुख्यमंत्री महोदय को भगवान राधा कृष्ण भगवान की सुन्दर मूर्ति भेट की और मुख्यमंत्री महोदय ने महामहोत्सव के मुख्य यजमान चिमन भाई अग्रवाल का स्वागत कर उन्हें भगवान तिरुपति बालाजी का स्मृति चिन्ह भेंट किया साथ ही मुख्यमंत्री महोदय ने एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के संयोजक मनीष गुप्ता का सम्मान करते हुए यदुवंश कुल के भगवान कृष्ण की मूर्ति देकर सम्मानित किया और श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के कार्यकारी अध्यक्ष रघुनाथ सिंह , कार्यपालन अधिकारी आलोक सिंहल ,क्षेत्रीय निदेशक ब्रह्मदत्त पुरोहित मुख्यमंत्री महोदय का स्वागत किया ।
अपने स्वागत भाषण में कार्यकारी अध्यक्ष रघुनाथ सिंह राजपुरोहित ने गोभक्त मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन जी यादव के दीर्घायु एवं स्वस्थ रहने के लिए भगवती गोमाता से प्रार्थना की साथ मुख्यमंत्री जी का आभार प्रकट हुए कहां कि मुख्यमंत्री जी ने सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में सभी गौशालाओं में 40 रुपए प्रति गोवंश देकर पूरे देश के लिए गो संरक्षण के लिए मिशाल कायम की है ।
 श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के कार्यपालन अधिकारी ने बताया कि श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा एवं मध्यप्रदेश शासन के सामंजस्य से संचालित गो अभयारण्य ने विश्वपटल पर एक कीर्तिमान स्थापित किया है। 



मुख्यमंत्री महोदय ने विभिन्न विकास कार्यों के साथ गो अभयारण्य में कुंडालियां परियोजना से जल लाने की घोषणा के साथ गो अभयारण्य में ग्वालों के बालकों के लिए निःशुल्क कामधेनु गुरुकुलम एवं ग्वाल प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन किया साथ ही प्रबंध न्यासी अम्बालाल सुथार द्वारा लिखित *गौसेवक प्रशिक्षण माला* पुस्तक का विमोचन किया ।

एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के प्रमुख कार्यकर्ता लाल सिंह सालरिया, नाथु सिंह सालरिया,कालुसिंह सालरिया, नारायणसिंह पटपड़ा, कैलाषसिंह जीरापुर, कालुसिंह लोधाखेडी,विक्रमसिंह जमुनिया, नारायणसिंह टिपुखेडा, राजेन्द्र शर्मा आगर,कैलाश माहेष्वरी आगर, द्वारका लड्डा सुसनेर, मोहन राठौर सुसनेर, प्रदीप बजाज सुसनेर, प्रदीप सोनी सुसनेर,अभिशेक शर्मा सुसनेर, विक्रमसिंह सरखेडी, लालसिंह खेड़ी, वेद्य हरिष स्वामी पिडावा, घनश्याम राठौर सोयत, विजय चौधरी सोयत,दीपसिंह राठौर पीपलोन, श्यामसिंह निमोड,रामप्रसाद दांगी निम्बाहेडा आदि एवं भाजपा के जिलाध्यक्ष ओम मालवीय सहित भाजपा के सभी वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने 61 किग्रा की बड़ी माला से 61 वें जन्मदिवस पर स्वागत किया ।

*151 वें दिवस पर भानपुरा पीठ के युवाचार्य वरुर्णेंद्र तीर्थ जी महाराज के सानिध्य सहित मध्यप्रदेश शासन के श्री लखन पटेल पशुपालन विभाग ,(राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार) एवं श्री गीतम जी टेंटवाल , तकनीकी शिक्षा मंत्री (राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार) एवं आगर, सुसनेर,जीरापुर एवं सुवासरा विधायक सहित महामहोत्सव के मुख्य यजमानचिमन भाई अग्रवाल,राधेश्याम जोशी,समीर गुप्ता,अहमदाबाद कोलकाता से सत्यनारायण राठी,श्रीमती इंद्रमणी राठी एवं सजीवन लाइफ से नीतू बेन राजकोट एवं श्री गोधाम महातीर्थ के कार्यकारी अध्यक्ष रघुनाथ सिंह,CEO,प्रबंध न्यासी अंबालाल सुथार, आलोक सिंहल,क्षत्रिय निदेशक ब्रह्मदत्त व्यास आदि अतिथि उपस्थित रहें  


*351 वे दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान एवं मध्यप्रदेश से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 349 वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान एवं मध्यप्रदेश के गोभक्त परिवार ने सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।


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25मार्च को मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर जिला कलेक्टर ने गो अभयारण्य का अवलोकन किया


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 343 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने भारत की प्रथम महिला अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला,भारत की पहली बेडमिंटन खिलाड़ी साहीना नेहवाल, 1962 में भारत चाइना युद्ध का 1967 में बदला लेने वाले ब्रिगेडियर रायसिंह यादव एवं तिथि के अनुसार आज जन्मे छत्रपति शिवाजी महाराज के जन्मदिवस पर बताते हुए कहां कि हमारा जीवन इतना दिव्य एवं अनमोल है और परमात्मा ने हमें मनुष्य जीवन देकर हमें पुण्यभूमि भारत की श्रेष्ठ सनातन संस्कृति में भेजकर हमारे लिए एक अदभुत एवं अलौकिक अवसर दिया है,इसलिए हमें हमारे जीवन को छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन की तरह बनाना होगा जिन्होंने छोटी सी आयु में ही एक गोमाता को वध के लिए ले जाने वाले कसाई के हाथ काट दिए थे ,इसलिए हमें भी हमारी संतान को जिस प्रकार जीजाबाई ने शिवाजी को राष्ट्र रक्षा एवं गो सेवा के लिए तैयार किया था उसी प्रकार हमारी संताने गो,राष्ट्र ,देश, धर्म एवं संस्कृति के लिए अपने को व अपनो को लगा दे जिस प्रकार गुरु गोविन्द सिंह ने अपनी चारों संतानों को देश के लिए कुर्बान कर दिया था और आज पूरे विश्व में उनकी गाथा गाई जाती है, उसी प्रकार हम भी हमारे जीवन को गो एवं राष्ट्र के लिए समर्पित कर दे क्योंकि इस समय भारत विषम दौर से गुजर रहा है ओर हम कुछ लोगों के भरोसे अपनी रक्षा की आस लगा के बैठे है जिसके कारण जिस भारत में 99% हिन्दू थे वे 70% पर सिमट गए है और आज विधर्मी आएं दिन हमारी धर्म संस्कृति पर कोई न कोई आघात कर रहें है 

 

*गोपाल परिवार संघ द्वारा गठित 12 फाउंडेशन में से धेनु शक्ति संघ के बारे में जानकारी देते हुए गोपाल परिवार संघ से कुमारी धेनु प्रिया ने बताया कि हमें गौ माता की सेवा निरंतर करनी चाहिए तन मन धन किस प्रकार हो उसे प्रकार से हमें गौ सेवा करनी चाहिए और जिस प्रकार रानी लक्ष्मीबाई की बस यही बात थी चाहे प्राण चले जाए मगर अपनी मातृभूमि इन अंग्रेजों के हाथ नहीं जानी चाहिए इस प्रकार हमें भी यह प्रण लेना है कि प्राण चले जाए मगर गौ माता किसी तस्कर के हाथ ना जा पाए जिस प्रकार से रानी लक्ष्मीबाई ने युद्ध किया और अपनी मातृभूमि को बचाया इस प्रकार से हमें भी गौ माता की सेवा करके गौ माता की रक्षा करके हमें गौ माता को बचाना है क्योंकि अब यह सारा कार्य भगवान श्री कृष्ण ने भक्तों को सौंप रखा है और यदि हम नहीं करेंगे तो फिर कौन करेगा हम लोग सोचते हैं कि यह सब तो भगवान के हाथ में होता है तो अब भगवान नहीं आएंगे कब तक आएंगे कृष्ण भगवान कृष्ण को भी बहुत से काम होते है इसलिए अब गौ माता की सेवा गौ माता की रक्षा यह सब हम हमें करनी है।  
 

*343 वें दिवस पर नलखेड़ा बगुलामुखी से पूज्य परमहंस कृष्ण जी महाराज, पण्डित गोपाल कृष्ण महाराज परसोली, पंडित लक्ष्मीनारायण उपाध्याय गरोडा मन्दसौर,जगदीश मीणा देवली अकलेरा व ओडिशा से सुमन कुमार दास जी पर्वत जी एवं यूपी के इटावा से श्याम सिंह तोमर,हरियाणा के हिसार से राममूर्ति,संजय जाखड़ अपने परिवार के साथ अतिथि उपस्थित रहें*

*विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में आगामी 25 मार्च को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन जी यादव के जन्मदिवस मनाने की तैयारी के लिए जिला कलेक्टर राघवेन्द्र सिंह, अपर जिला कलेक्टर एवं जिला जनपद कार्यपालन अधिकारी नन्दा भलावे मैडम,सुसनेर एसडीएम सर्वेश यादव,सुसनेर तहसीलदार विजय सेनानी एवं डॉक्टर आर सी पंवार उपसंचालक पशुपालन विभाग आगर मालवा के साथ सभी विभागों के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री महोदय के कार्यक्रम की जानकारी एवं स्थान का अवलोकन किया*



*343 वे दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के चारभुजा नाथ गड़बोर से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 343 वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के राजसमंद के चारभुजा नाथ गड़बोर से लाल सिंह अंटालिया के परिवार और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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स्वस्थ समाज के लिए श्रम आवश्यक है*- स्वामी गोपालानंद सरस्वती


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 345 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि आज हिम्मत एवं धैर्य दिवस है अर्थात 80 वर्ष की एक भारतीय नारी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स जो केवल आठ दिनों के लिए अंतरिक्ष में गई थी लेकिन उनके यान में खराबी आने के कारण उन्हें नो महीने बाद आज प्रातः सवा तीन बजे पुनः भारत पर मुस्कुराते हुए वापस धरती पर लौट आई है अर्थात आज सीख लेने का दिन है कि भारत के गुजरात में जन्मी सुनीता विलियम्स ने विशेष कार्य किया यानि 286 दिन धरती से 400 कि.मी दूर वह भी हर 90 -90 मिनट के दिन रात के चक्र में बिना हिम्मत हारे संघर्ष करके ड्रैगन कैप्सूल के ज़रिए पृथ्वी पर लौट आई हैं ,इन सबके पीछे चार कारण रहें जिसमें से पहला गोप्रेमी परिवार में जन्म लेना,दूसरा अपने साथ गीताजी को रखना,तीसरा अपने साथ धैर्य की प्रतिमूर्ति गणेश जी की प्रतिमा रखना और चौथा कारण भारतीय विज्ञान को स्वीकार करना अर्थात जिन्हें जीवन में कुछ तो गोमाता का आश्रय लेकर जीवन में गीता जी को उतार लीजिए और भगवान गणेश जी को याद करते हुए योग साधना कीजिए क्योंकि योग एवं प्राणायाम में इतनी शक्ति होती है कि दुर्बल से दुर्बल व्यक्ति को भी बलशाली बना देता है और इन चारों सूत्रों के प्रभाव से ही मुस्कराते हुए सुनीता विलियम्स ने सफलता प्राप्त मिली और इससे हमें सीख मिली कि धैर्य छोड़ना नहीं ,गो की सेवा छोड़नी नहीं,गीताजी का आश्रय त्यागना नहीं और गणपति जी यानि सनातन संस्कृति से जुड़े रहना और श्रम करते रहना क्योंकि शरीर को स्वस्थ रखना है,तो श्रमबिन्दु से अच्छी औषधि नहीं है,श्रम बिन्दु यानि पसीना बहाने की कलां होनी चाहिए अर्थात जितना संघर्ष होगा,उतना निखार आएगा, हर संघर्ष कुछ न कुछ सीखता है और अपना जीवन ही सबसे बड़ा विश्वविद्यालय है,इससे हम जो सीख सकते है,वह कही और कही नहीं सीख सकते ।


*गोपाल परिवार संघ से गोवत्स धीरेन्द्र गोपाल ने गो रक्षा से ही राष्ट रक्षा संभव है सनातन धर्म का मूल प्राण गो माता है बिना गो के ना धर्म बचेगा ना राष्ट बचेगा आज विडम्बना है इस देश की कि गो माता की सेवा के लिए स्वयं भगवान श्री कृष्ण आए और गो माता को ग्वाल बनके चराया भगवान राम तो स्वयं गो रक्षा गो सेवा के लिए ही अवतरित हुए उसी धर्म धरा पर नित्य प्रतिदिन हजारों गो माता की हत्या हो रही है और आज का हिन्दू समाज सोया हुआ है आज हिंदुओं का आदर्श भगत सिंह सुखदेव नहीं अपितु हनि सिंह बना हुआ है हमारी माताओं बहनों की आदर्श छत्रपति शिवाजी महाराज की मम्मी नहीं अपितु तैमूर और जहांगीर पैदा करने वाली करीना खान बन चुकी है उसी का परिणाम है कि आज के युवा को ना धर्म की चिंता है ना संस्कृति की चिंता है ओर ना ही धर्म का मूल प्राण गो माता की चिंता है आज इस आजाद देश में एक दिन की 82 हज़ार गो माता कट रही है 6 करोड़ गो माता सड़कों पर निराशित भ्रमण कर रही है रोड एक्सीडेंट में दुर्घटना ग्रस्त हो रही हैं भूखी प्यासी दर दर भटक रही है पर आज का खुद को हिन्दू कहने वाला समाज कुंभकर्ण की निंद सोया हुआ है अतः युवाओं से आग्रह है कि गो माता की रक्षा में गो माता की सेवा में लगे तभी आप हिन्दू कहलाने के वास्तविक अधिकारी हैं सत्य तो यह है कि गो बचेगी तो ही राष्ट बचेगा गो बचेगी तो ही धर्म बचेगा ओर गो बचेगी तो ही हिन्दू बचेगा ओर गो बचेगी तो ही हिंदुस्तान बचेगा।


*345 वें दिवस पर मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम से गो अभयारण्य के ट्रैक्टर के दानदाता श्री ओम प्रकाश तिवारी उनके माताश्री श्रीमती कमला देवी तिवारी, मित्र कमलेश शर्मा एवं चालक अजय यादव, उत्तराखंड के देहरादून से राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल प्रदीप दिनेश एवं श्रीमती सीमा अग्रवाल, राजस्थान के अलवर से श्रीमती संतोष गुप्ता, सुरेश चन्द गुप्ता,विमल चन्द गुप्ता एवं मोहित गुप्ता,मध्यप्रदेश के छापीहेडा से दिनेश ,गौरव गुप्ता एवं सरस्वती एवं रेखा देवी गुप्ता आदि अतिथि उपस्थित रहें*




*345 वे दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश,राजस्थान से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 345 वें दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम से श्रीमती कमला देवी तिवारी, पुत्र ओम प्रकाश तिवारी एवं मित्र कमलेश शर्मा व चालक अजय यादव राजगढ़ जिले के छापीहेड़ा से दिनेश गुप्ता के परिवार राजस्थान के अलवर से सुरेश चन्द गुप्ता के परिवार,भीलवाड़ा के राजेंद्र सिंह के परिवार एवं बूंदी जिले के गोपाल गो संघ से गोभक्त गोपाल मीणा के परिवार की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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