Loading...

दैनिक समाचार



विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में दो गरीब कन्याओं का पाणिग्रहण संस्कार 25 फरवरी को* *गौमाताओं का नुकसान कसाइयों से भी ज्यादा तथाकथित गो सेवक कर रहें है* -


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 322 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज जी ने देश में सेवा के नाम पर जो पाखंड बढ़ रहा है, उस पर प्रहार करते हुए महाराज जी ने बताया कि कहने में तो विज्ञान ने अपनी जगह बढ़ाई है,लेकिन हर शहर गली में पाखंडियों को प्रणाम करने वालों की भीड़ बढ़ रही है, पाखण्ड को पूजा जा रहा हैं और लोग सेवा से दूर होते जा रहें हैं और इस का मूल कारण सनातनियों की गो से दूरी है और वर्तमान में सनातनियों की स्थिति उस कबूतर की भांति हो गई है जो अपनी शत्रु बिल्ली को देखकर कबूतर अपनी आँखें इसलिए बंद कर देता है कि मैं आंखे बन्द कर लूंगा तो बिल्ली को भी नहीं दिखूंगा और अन्त में बिल्ली उस कबूतर की गर्दन मरोड़ देती है,वही हाल देश में सनातनियों का विधर्मी कर रहें है ।
स्वामीजी ने आगे बताया कि इस संसार में कोई सच्चा सन्त ,सच्चा संन्यासी,सच्चा देवता एवं जीता जगता कोई देवता हैं तो वह है गोमाता,लेकिन दुनियां गो से दूर होकर पाखंड की और बढ़ रहें है और कुछ तथाकथित गोसेवक अपना नाम चमकाने के लिए गो सेवा का दिखावा कर रहें है,उनसे सावधान रहने की आवश्यकता है क्योंकि गोमाता का नुकसान कसाइयों से भी ज्यादा तथाकथित ये गो सेवक कर रहें है और हमारे धर्म शास्त्र भी यही कहते है कि जो गैया के रास्ते चलेगा वह ही देवता है

विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में चल रहें सप्त दिवसीय महाशिवरात्रि महोत्सव में गो अभयारण्य के अध्यक्ष एवं गोष्ठाधिपति भगवान गोपालेश्वर महादेव एवं उनके साथ "शिव दरबार" की होने वाली प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव गो अभयारण्य में विराजित गो रक्षक हनुमान जी महाराज मन्दिर से कलश यात्रा के साथ प्रारम्भ हुआ और 25 फरवरी को राधा लडडू गोपाल एवं दो कन्याओं का गो अभयारण्य में होने वाले विवाह के लिए आज हल्दी एवं मेंहदी की रश्म राधा जी के धर्म पिता अनिल जी राजपुरोहित उज्जैन एवं लड्डू गोपाल जी के धर्म पिता मोहन जी राठौर सुसनेर के परिवार ने करवाया एवं विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में 25 फरवरी मंगलवार को आगर के लोक प्रिय विधायक माधव सिंह मधु जी गहलोत व इन्दौर के गो सेवक मनीष जी गुप्ता परिवार द्वारा होने वाले दो गरीब कन्याओं का पाणिग्रहण संस्कार राधा लडडू गोपाल जी महाराज के विवाह के साथ प्रातः 10 बजे से होगा और सायंकाल 3 बजे से 04 बजे आशीर्वाद समारोह आयोजित होगा ।

*322 वें दिवस पर भागवतवक्ता रामचन्द्र जी जालमपुरा, श्रीमती साधना जी दुबे पत्नी स्वर्गीय महेश चंद्र जी कायमगंज फर्खुदाबाद(उत्तरप्रदेश),मदन लाल जी शर्मा,गायत्री परिवार एवं गौसेवक रटलाई सहित अनेक गौशालाओं के गोभक्त प्रतिनिधि अतिथि उपस्थित रहें ।


*322वे दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान एवं मध्यप्रदेश से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 322 वें दिवस पर राजस्थान के जयपुर जिले के उग्रीयावास आसलपुर से मुकेश पुरण , छोटे लाल ,महेश , हंसराज ,पांचुलाल कुमावत, झालावाड़ जिले की रामगंजमंडी के गौसेवकों,मध्यप्रदेश के आगर जिले की बडौद तहसील के जमुनिया (बडोद) से महिला मंडल दशरथ कुवंर,मान कुंवर, प्रेम कुंवर जस्सु कुंवर,वसनबाई के साथ अनेक महिला पुरुष , एवं लोहार दरवाजा सुसनेर व जमुनिया रोड सुसनेर एवं लटूरी ग्राम के समस्त ग्रामवासियों की और से ग्राम की सेकंडों मातृशक्ति एवं युवाओं ने समस्त ग्रामवासियों की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
Readmore..

गोअभयारण्य में राधा- लड्डू गोपाल एवं दो कन्या विवाह 25 फरवरी को


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा  द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में  चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 321 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज जी ने बताया कि विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में चल रहें महाशिवरात्रि महोत्सव में आज 23 फरवरी से 27 फरवरी तक प्रतिदिन सायंकाल 07 बजे से रात्रि 10 बजे तक गोपाल परिवार संघ एवं दाना देवी फाउंडेशन की प्रमुख साध्वी आराधना गोपाल सरस्वती जी के मुखारविंद से दिवस निवासी सुलोचना मांगीलाल जी कुलमी पाटीदार हाल मुकाम इन्दौर के यजमानतत्व में होगी साथ ही 25 फरवरी को राधा लडडू गोपाल एवं दो कन्याओं का गो अभयारण्य में होने वाले विवाह के लिए पाट पूजन  राधा जी के धर्म पिता अनिल जी राजपुरोहित उज्जैन एवं लड्डू गोपाल जी के धर्म पिता मोहन जी राठौर सुसनेर दोनों परिवार ने करवाया एवं विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में आगर के लोक प्रिय विधायक माधव सिंह मधु जी गहलोत व इन्दौर के गो सेवक मनीष जी गुप्ता परिवार द्वारा दो गरीब कन्याओं का विवाह आयोजित होगा ।

*एक वर्षीय गो कृपा कथा के 321 वें दिवस पर  बागड़ क्षेत्र से सामाजिक समरसता के महान पुरोधा कमलेश भाई शास्त्री खड़ग़दा काशी,सागवाड़ा(डूंगरपुर) ने अपने आशीर्वचन में बताया कि इस दुनियां में अगर कही सिर झुकता है,तो वह है सेवा और इस दुनियां में जिसने सेवा नहीं की वह लाख जतन कर ले उसे मुक्ति नहीं मिलेगी और तुलसीदास जी ने भी रामचरित के माध्यम से सभी धर्मों के बारे में बताते हुए  कहां कि एक धर्म ऐसा है,जिसे निभाना बहुत कठिन है और वह है सेवा धर्म और  33 कोटि देवता जिसमें समाहित है, उस भगवती गोमाता की सेवा जीवन में आ जाएं तो कर्म धर्म सब पूरे हो जाते है और साक्षात सेवा के दर्शन करना हो तो विश्व के इस प्रथम गो अभयारण्य में संतो के सानिध्य में हो रही सेवा को आकर देखा जा सकता है और मालवा क्षेत्र के तो सभी बड़भागी है जिन्हें एक सन्त का लगातार 365 दिन का सानिध्य मिल रहा है क्योंकि सन्त का एक क्षण एवं अन्न का एक कण का बहुत महत्व होता है और इसके आयोजन के यजमान भी बड़भागी है जिन्हें यह सुअवसर मिला है ।
महाराज जी ने आगे बताया कि हमारे देश में जातिवाद के नाम से अनेक प्रसंच हो रहें है,हमारे सनातन में सब जातियों का एक होना बहुत जरूरी है, वरना देश बिखर जाएगा और गोमाता की सेवा के लिए सनातन को एकनिष्ठ रखना जरूरी है । वर्तमान भारत ने विकास तो बहुत किया है,लेकिन समाज में व्यक्ति से व्यक्ति को जोड़ने के लिए विकास के साथ विकास की स्थापना भारत भूमि पर हो इसके लिए देश में राजनीति से विकास हो धर्म नीति से विश्वास और लोकनीति से समाज में विश्वास को स्थापित किया जाए और भारत को पुनः विश्वगुरु बनाने के लिए इस देश में जाति पाति के व्यवहार से बाहर निकलकर मानवता के धर्म को व्यवहार में लाने की महती आवश्यकता है।

*321 वें दिवस पर भागवतवक्ता रामचन्द्र जी जालमपुरा,सागवाड़ा से विनायक लोहार एवं हरियाणा के यमुनानगर से श्रीराम गऊशाला से संजयकुमार,धर्मपाल परिवार सहित ,उज्जैन से ओपी नागवंशी जी,कमलेश जी व चिपया(आगर) गोशाला  समिति  से
दीपक जी जैन, भगवान सिंह जी, रतन जी,गंगाराम जी,श्याम सिंह जी, प्रताप सिंह जी
नारायण सिंह जी,बलवंत सिंह जी, रोड सिंह जी,दीप सिंह जी आदि गोभक्त अतिथि उपस्थित रहें ।

*स्वामीजी ने बताया कि आगामी 25 फरवरी को विश्व के इस प्रथम गो अभयारण्य में गोष्ठाधिपति भगवान गोपालेश्वर महादेव के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के साथ भगवान राधा कृष्ण एवं दो गरीब कन्याओं का विवाह कार्यक्रम रहेगा , कन्या विवाह में आगर के विधायक माधव सिंह मधु गहलोत एवं उदर के गोभक्त मनीष गुप्ता के सहयोग से सम्पन्न होगा । शुभ विवाह के साथ 23 से 27 फरवरी तक श्री शिव कथा,गो कृपा कथा व अग्नि नृत्य जैसे विशाल आयोजन होंगे ।




*पूज्य संतो के सानिध्य में गो सेवा समिति हावड़ा के सहयोग से गोपाल परिवार संघ के दाता देवी फाउंडेशन के माध्यम से महाराष्ट्र के जलगांव में निर्मित नवीन गो हॉस्पिटल का श्रीगणेश हुआ*

*320 वे दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान एवं मध्यप्रदेश से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 321वें दिवस पर ब्रज मंडल से 551 KM की पैदल चलकर सन्त श्री बाल चंद जी महाराज,श्रीमती गंगा देवी  ,श्रीमती शान्ति देवी , धीरज जी, विष्णु जी,उमेश जी,पुष्पेंद्र जी,धीरज जी,विनोद जी एवं सुभाष जी राजस्थान के डीग जिले के पास्ता एवं टोंक से सरजू देवी, छाण,राजगढ़ जिले के उड़नखेड़ी से नेमीचंद गुप्ता,दिनेश  राजपूत,बदरी लाल,मध्यप्रदेश के नीमच के  दड़ौली ग्राम से ईश्वर दास बैरागी,कन्हैयालाल गुजर,बसन्ती लाल  पाटीदार ,देवीलाल खींची,आगर के बरडिया से श्यामलाल  जाट  ग्राम की महिला मंडल , पर्चुलिया कला से रामचन्द्र पाटीदार,मोहनलाल पाटीदार ,गिरिराज बैरागी,रामबाबू पाटीदार एवं मेना ग्राम के समस्त ग्रामवासियों की और से ग्राम की सेकंडों मातृशक्ति एवं युवाओं ने समस्त ग्रामवासियों की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए  गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी  लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया  और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।

Readmore..

संत दादूदयाल जी ने अकबर के शासन में कराई गो हत्या बंद* -संत रामझूलन दास महाराज


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 320 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज जी ने बताया कि राजस्थान के जोधपुर में शासन द्वारा देश का प्रथम पंचगव्य प्रशिक्षण केन्द्र प्रारम्भ हुआ जिसमें केवल पंचगव्य आधारित चिकित्सा पद्धति का हाइबोरशिक्षण दिया जाएगा जो पूरे देश के लिए एक मिशाल के रूप में काम करेगा और इससे प्रेरणा लेकर देश के अन्य राज्यों में भी इस प्रकार के प्रशिक्षण केन्द्र प्रारम्भ होंगे ।

स्वामीजी ने बताया कि भारत के नॉर्थ ईस्ट में जहां गोरक्षा के लिए एक नई अलख जगाने के लिए गोसेवा संघ के अदभुत कार्य कर रहा है,अर्थात भारत से बांग्लादेश के बोर्डर पर जो गोवंश कत्ल खानों में कटने जाता था उन गोवंश को भारतीय सेना के माध्यम से बोर्डर पर रोका जाता था और उन 21000 गोवंश को भारत की सीमा पर गो सेवा संघ चाकोलिया गोधाम मातृत्व भाव से सेवा कर रहा है ओर उनकी टीम के प्रमुख कार्यकर्ता आज विश्व के इस प्रथम गो अभयारण्य में पधारे है और गौसेवा संघ के एक अदभुत कार्य और किया है और वह कार्य है गोपाल परिवार संघ के माध्यम से देश में जो 1008 गो चिकित्सालय बनने वाले है उनमें से प्रथम गो चिकित्सालय महाराष्ट्र के जलगांव जिले में बन चुका है जिसका जिसका श्री गणेश गो सेवा संघ द्वारा 23 फरवरी को होने जा रहा है ।
*एक वर्षीय गो कृपा कथा के 320 वें दिवस पर मेवाड़ की पुण्यधरा चित्तौड़गढ़ से पधारे पूज्य युवा संत दिग्विजय राम जी महाराज,रामद्वारा चितौड़,युवा सन्त रामझूलन दास जी महाराज एवं संगीत सम्राट प्रकाश दास जी महाराज के कृपा पात्र दयाल दास जी महाराज,श्री दाऊ दयाल गोशाला किवाड़ा का मंगल पदार्पण हुआ ।
जयपुर से पधारे पूज्य रामझूलन दास जी महाराज ने अपने आशीर्वचन में कहा कि इस कलियुग में केवल दो ही कार्य संसार से पार लगा सकते प्रथम शरीर से गो सेवा और दूसरा नाम सुमिरन जीव करने लग जाये तो भगवत प्राप्ति हो जाएगी क्योंकि गो माता ही वैतरणी नदी पार कराती है ।
 महाराज जी ने आगे बताया कि दादूदयाल जी महाराज ने 41 दिन तक अकबर को ज्ञान दिया उसके बदले मे अकबर ने एक तोते का पिंजरा जो उर्दू में कुरान पढ़ता था ऐसा तोता भेंटे किया इस पर दादूदयाल जी महाराज ने कहां कि है अकबर मन ही पिंजरा है और यह शरीर तोता है, इसलिए तुझे मुझे भेंट देना है तो तेरे शासन में गौहत्या न हो इस प्रकार का संकल्प करो और दादूदयाल जी महाराज के कहने के बाद अकबर ने सम्पूर्ण भारत में गौहत्या पर प्रतिबंध लगा दिया ।

विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में गो सेवा समिति हावड़ा (कोलकाता) पश्चिम बंगाल से गोभक्तो की टीम के ओम जी भईया ,भवानी शंकर जी मूंदड़ा,कपिल जी पारीक,कमल किशोर जी मोहता,कैलाश जी बजाज,निर्भय जी मोहता,सीताराम जी पेड़ीवाल,हरिनारायण जी, एवं शिवाजी तिवारी ने गो अभयारण्य के 24 गोष्ठ में विराजित 6000 से अधिक गौमाताओं का दर्शन कर गोपाल परिवार संघ द्वारा संचालित धेनु धन फाउंडेशन के प्रथम विक्रय केन्द्र का उद्घाटन धेनु धन फाउंडेशन के प्रभारी संत भारतश्री महाराज के साथ मंत्रोच्चार से करवाया ।



*स्वामीजी ने बताया कि आगामी 25 फरवरी को विश्व के इस प्रथम गो अभयारण्य में गोष्ठाधिपति भगवान गोपालेश्वर महादेव के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के साथ भगवान राधा कृष्ण एवं दो गरीब कन्याओं का विवाह कार्यक्रम रहेगा , कन्या विवाह में आगर के विधायक माधव सिंह मधु गहलोत एवं उदर के गोभक्त मनीष गुप्ता के सहयोग से सम्पन्न होगा । शुभ विवाह के साथ 23 से 27 फरवरी तक श्री शिव कथा,गो कृपा कथा व अग्नि नृत्य जैसे विशाल आयोजन होंगे ।
 


*320 वे दिवस पर चुनरी यात्रा पश्चिम बंगाल, झारखण्ड एवं मध्यप्रदेश से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 320 वें दिवस पर चुनरी यात्रा गो सेवा समिति हावड़ा (कोलकाता) पश्चिम बंगाल से ओम भईया ,भवानी शंकर मूंदड़ा,कपिल पारीक,कमल किशोर मोहता,कैलाश बजाज,निर्भय मोहता,सीताराम पेड़ीवाल,हरिनारायण , एवं शिवा तिवारी एवं झारखण्ड के खूंटी से गणेश प्रसाद भगत पिता स्वर्गीय श्री राम किश्तों भगत व मध्यप्रदेश के आगर मालवा जिले की सुसनेर तहसील के गैलाना ग्राम की और से सर पंच दिनेश ,निर्भय सिंह यादव,रामेश्वर यादव, धुला हरिजन, गोरधन यादव,,रमेश यादव एवं चन्दर हरिजन के साथ ग्राम सेकंडों मातृशक्ति एवं युवाओं ने समस्त ग्रामवासियों की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
Readmore..

गोवंश रक्षा में आगर पुलिस की उदासीनता पर ध्यान दे प्रदेश के गो सेवक मुख्यमंत्री


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 319 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज जी ने पुनः दोहराया कि एक और तो मध्यप्रदेश शासन गोवंश रक्षा वर्ष मना रहा है वही शासन द्वारा स्थापित विश्व के प्रथम गो अभयारण वाले जिले आगर मालवा में गो तस्कर लगातार गो तस्करी को अंजाम दे रहें है और आगर पुलिस इसे हल्के में लेकर बार बार इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृति करवा रहीं है इसका एक प्रत्यक्ष उदाहरण है आगर जिले के गो तस्करों के सरगना गोलु लाला जो अपनी स्विफ्ट गाड़ी से कई बार गौतस्करों की गाड़ियों की पेट्रोलिंग करते हुआ पकड़ा गया है,लेकिन आगर जिले की पुलिस हमेशा उसी बेगुनाह बनाकर छोड़ देती है । महाराज जी ने मध्यप्रदेश के गो सेवक मुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री जी ने आग्रह किया है कि जिस जिले में आपके शासन द्वारा स्थापित विश्व का प्रथम गो अभयारण्य है उस जिले में आए दिन गो तस्करी हो रही है और आगर जिले की पुलिस तस्करों पर कार्यवाही न करके उल्टा गो तस्करों से गोवंश को बचाने वालों को डरा धमका रहीं है और जो गो तस्करों का मूल सरगना गोलू उसे आगर पुलिस हमेशा निर्दोष बनाकर छोड़ देती है और फिर गोलू तस्करी में लग जाता है इसलिए मध्यप्रदेश के यदुवंशी मुख्यमंत्री जो प्रदेश का गृहमंत्रालय भी संभाल रहें है उन्हें आगर पुलिस की गोवंश के प्रति उदासीनता के प्रति आवश्यक कदम उठाने की आवश्यकता है साथ ही महाराज जी ने आगर पुलिस को चेताया कि अगर आपने अब भी गोलू जैसे गौतस्करों के सरगनाओ को नहीं पकड़ा तो फिर गौसेवकों को कानून हाथ में लेकर गोलू जैसे गो तस्करों का उपचार करना होगा जिसकी सारी जिम्मेदारी आगर पुलिस प्रशासन की होगी ।

*एक वर्षीय गो कृपा कथा के 319 वें दिन पर मेवाड़ की पुण्यधरा चित्तौड़गढ़ से पधारे पूज्य युवा संत दिग्विजय राम जी महाराज,रामद्वारा चितौड़,युवा सन्त रामझूलन दास जी महाराज एवं संगीत सम्राट प्रकाश दास जी महाराज के कृपा पात्र दयाल दास जी महाराज,श्री दाऊ दयाल गोशाला किवाड़ा का मंगल पदार्पण हुआ पूज्य दिग्विजय रामजी महाराज ने अपने आशीर्वचन में बताया कि विश्व के इस गो अभयारण्य के दर्शन पाकर हमें स्वर्ग की अनुभूति हुई है और ये सब पूज्य पथमेड़ा बाऊजी एवं पूज्य गोपालानंद जी महाराज की साधना से ही संभव हो पाया है।
     महाराज जी ने आगे बताया कि भारत भूमि "भरत" यानि पोषण प्रदान करने करने वाली रही है और हम सबको सर्वश्रेष्ठ पोषण करने में भगवती गोमाताजी की ही अहम भूमिका है,लेकिन भारत की शीर्ष सत्ता पर बैठे कुछ तथाकथित राजनेता एवं उनको प्रशासनिक सहयोग करने वाले मैकाले मानस पुत्र सलाह देते है कि गोमांस से भारत की जीडीपी बढ़ती है,वे लोग भारत की जीडीपी नहीं बल्कि सनातन का सर्वनाश करने को आतुर है और उनका ऐसा ही रवैया रहा तो भारत के सनातनी उन्हें भी सत्ता से बाहर कर देंगे और देश में सनातनियों के माध्यम से सत्ता की देहलीज पर पहुंचने वालों से मैं विनम्र आग्रह करना चाहता हूं कि अब तो अब भारत सहित अनेक राज्यों की सत्ता पर काबिज हो ओर ऐसा सुनहरा अवसर आपको पुनः नहीं मिलेगा अगर आपने अभी भी गोमाता को राष्ट्रमाता के स्थान पर काबिज नहीं किया तो भारत के सनातनी एकजुट होकर आपको भी सत्ताच्युत कर सकते है, इसलिए अब तो आप गोमाता को राष्ट्रमाता का सम्मान देकर कुछ करने दिखा दीजिए। 
 महाराज जी ने आस्था चेनल के माध्यम से विश्व के 160 देशों में तथा साक्षात कथा श्रवण करने वाले माता बहिनों एवं पुरूषों से आग्रह किया कि माताएं अपने घर से जो भी खाद्य पदार्थ अवशेष रहता है उन्हें प्लास्टिक की थैली में पैककर नहीं भेजें और पुरुष सेविंग करने वाली ब्लेड को ऐसे ही कही नहीं फेंके बल्कि उसे जमीन में गाढ़ दे ताकि हम प्लास्टिक में खाद्य पदार्थ के साथ ब्लेड से गोमाता को अपने प्राण नहीं ग़माना पड़े।



स्वामीजी ने आगे बताया कि भगवान कृष्ण के पावन क्षेत्र ब्रजभूमि से गौभक्तों का दल 551 किमी की पदयात्रा करके 151 सरोवरों का पवित्र जल लेकर कावड़ यात्रा के साथ महाशिवरात्रि के पुण्य पर्व पर कामधेनु गौ अभयारण्य में विराजित भगवान गोपालेश्वर महादेव जी पर जल चढ़ाने के लिए आ रहा है ।


*स्वामीजी ने बताया कि आगामी 25 फरवरी को विश्व के इस प्रथम गो अभयारण्य में गोष्ठाधिपति भगवान गोपालेश्वर महादेव के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के साथ भगवान राधा कृष्ण एवं दो गरीब कन्याओं का विवाह कार्यक्रम रहेगा , कन्या विवाह में आगर के विधायक माधव सिंह मधु गहलोत एवं उदर के गोभक्त मनीष गुप्ता के सहयोग से सम्पन्न होगा । शुभ विवाह के साथ 23 से 27 फरवरी तक श्री शिव कथा,गो कृपा कथा व अग्नि नृत्य जैसे विशाल आयोजन होंगे*

 
*318 वे दिवस पर चुनरी यात्रा उत्तराखंड से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 319 वें दिवस पर चुनरी यात्रा भुवन चंद्र तिवारी, पुत्र स्वर्गीय श्री गंगादत्त तिवारी
रानीखेत जिला अल्मोड़ा उत्तराखंड ने अपने परिवार की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
Readmore..

शासन द्वारा घोषित गोवंश रक्षा वर्ष में भी गो तस्करों पर अंकुश नहीं लगा पा रहा है,पुलिस प्रशासन* स्वामी गोपालानंद सरस्वती


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 318 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज जी ने पुनः दुःख प्रगट करते हुए बताया मध्यप्रदेश में यदुवंशी मुख्यमंत्री होते हुए भी जहां का पुलिस प्रशासन गौतस्करों पर अंकुश लगाने में नाकाम हो रहन है,अर्थात एक ओर तो प्रदेश के मुखिया गोरक्षा के लिए *
"गो वंश रक्षा वर्ष" मना रहें है , वहीं जिस जिले में मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित विश्व का प्रथम प्रथम गो अभयारण्य है ,वह जिले में भी पुलिस प्रशासन गो तस्करी पर अंकुश नहीं लगा पाया है और तस्कर निर्विघ्न होकर नित्य गो तस्करी को अंजाम दे रहें है और गौसेवक अपनी जान जोखिम में डालकर तस्करों से गोवंश को बचा रहें है लेकिन गो तस्करों पर पुलिस का आज तक कोई भय नहीं है और फिर विगत रात्रि को गौसेवक धर्मेन्द्र सिह राजपूत उमरिया देवड़ा आगर ,टीकमसिह राजपूत उमरिया देवड़ा आगर, आकाश जीरापुर, गोविन्द जीरापुर, धर्मेन्द्र शर्मा शाजापुर आदी कार्यकर्ता की टीम ने पूरी रात्रि गो तस्करों का पिछा करते हुए 07 नर गोवंश को बचाया ।
 गौरतलब है कि विगत रात्रि को गोलु लाला की स्विफ्ट पेट्रोलिंग करते हुए चल रही रही थी और उसके पीछे पीछे गोवंश से भारी बोलोरो पिकअप राजगढ़ जिले से राजगढ़ होते हुए ब्यावरा पचोर सारंगपुर शाजापुर से होते हुए दुपाडा के रास्ते कानड थाना क्षेत्र के चाचाखेडी गाँव तक रात्रि को 250 कि, मी, पिछा करके 7 नन्दी को सुरक्षित बचाया, पिकप मे सभी सातों नन्दीयो के हाथ मुँह पेर बाँधकर क्रूरता पूर्वक पिकअप वाहन में ठूस ठूस कर भर रखा था जिन्हें कानड़ थाने के माध्यम से शिवगढ़ गोशाला कानड़ में सम्मानजनक रूप से भिजवाया ।
महाराज जी ने बताया कि गोमाता की रक्षा को लेकर भी हमें इस बिन्दु पर विचार करना होगा कि आखिरकार क्या कारण है कि गाय गौय कटने को जा रही है,उस कारण पर हमें प्रहार करना होगा क्योंकि कसाई अनेक रूपों में घूम रहें है,उनको ढूंढपाना बड़ा कठिन है , एक एक कसाई को कहां कहां ढूंढेंगे, कसाई मात्र वध शाला चलाने वाले होते तो उन्हें ढूंढपाना सरल होता लेकिन कही पुलिस की वर्दी में कही जज के रूप में तो कही वकील के रूप में तो कही गो रक्षकों के रूप में हमारे ही बीच फिर रहें है,उनको हम कैसे ढूंढेंगे, इसलिए हम लोगों को मंथन करना होगा, विचार करना पड़ेगा कि जड़ क्या है और यह विचार करने के लिए के लिए विश्व के इस गो अभयारण्य में मार्च माह में वास्तविक गो रक्षकों का विशाल सम्मेलन करके कसाईयों की मूल जड़ तक जाना होगा।


 



*स्वामीजी ने बताया कि आगामी 22 फरवरी से 27 फरवरी 2025 तक विश्व के इस प्रथम गो अभयारण्य में गोष्ठाधिपति भगवान गोपालेश्वर महादेव के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में महाशिवरात्रि के पुण्य पर्व पर विशाल मेले का आयोजन होगा जिसमें शिव परिवार प्राण प्रतिष्ठा,श्री राधा कृष्ण विवाह एवं आगर के लोकप्रिय विधायक माधव सिंह मधु गहलोत एवं इंदौर के गोभक्त के सहयोग से दो गरीब कन्याओं का शुभ विवाह, श्री शिव कथा,गो कृपा कथा व अग्नि नृत्य जैसे विशाल आयोजन होंगे*




*318 वें दिवस पर जितेंद्र सिंह,गजराज सिंह,कमल सिंह ठिकाना छीगरी उज्जैन अतिथि उपस्थित रहें* 
 
*318 वे दिवस पर चुनरी राजस्थान,महाराष्ट्र एवं मध्यप्रदेश से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 318 वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के देशनोक में विराजित भगवती करणीमाता जी के दरबार से गोपालदान चारण एवं जगदीश चारण एवं अजीत जी शर्मा,महाराष्ट्र के पुणे से श्री जगदीश शर्मा ,श्रीमती सुशीला जी शर्मा एवं पुत्रि प्रीति शर्मा व रतलाम जिले की जावरा तहसील के ढोढर ग्राम से बद्री लाल माली, कान्हा माली ,प्रकाश माली एवं उज्जैन से अरूण अग्रवाल ने अपने परिवार की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
Readmore..

शिवाजी को छत्रपति शिवाजी बनाने में भी एक नारी की भूमिका रही है* स्वामी गोपालानंद सरस्वती


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 317 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि मेरे देश में नारी की बड़ी भूमिका रही है लेकिन जबसे हम पराधीन हुए तब से हमारी मातृशक्ति को हमने नजरअंदाज किया है जिसके कारण धार्मिक, सांस्कृतिक सभी प्रकार की स्थितिया कमजोर हुई है, याद रखिए जिन शिवाजी महाराज का आज हम जन्मदिवस मना रहें है उन शिवाजी को छत्रपति शिवाजी बनाने के पीछे भी एक त्याग तपस्या की प्रतिमूर्ति जो महाराष्ट्र के शिवनेरी में मराठा परिवार में शाहजी भोसले की अर्दाग्नि थी उस वीरांगना मां जीजाबाई के गर्भ से ही आज के दिन 19 फरवरी 1627 को बहादुर,शौर्यवान एवं दयालुता से परिपूर्ण वीर बालक के रूप में छत्रपति शिवाजी महाराज को जन्म दिया है , मां जीजाबाई परम धार्मिक स्वभाव की होने के साथ साथ एक वीरांगना नारी भी रहीं है और माता का असर तो संतान पर आता ही है क्योंकि मां जीजाबाई ने छत्रपति शिवाजी को बचपन में रामायण,महाभारत एवं वीर पुरूषों की गाथाएं शिवाजी को सुनाई थी और उन्होंने शिवाजी को आत्मरक्षा का पाठ बचपन से ही सीखना शुरू कर दिया था और जब वे छोटे थे उस समय एक कसाई गाय को वध के लिए ले जा रहन था उस समय शिवाजी ने कसाई से गाय को मुक्त करवाकर कसाई की गर्दन को काट दिया था । अपनी मां जीजाबाई एवं गुरु समर्थ रामदास जी ने शिवाजी को समर्थ बना दिया था और उसी सामर्थ्य के आधार पर उनकी कुलदेवी माँ तुलजा भवानी ने उनको आशीर्वाद स्वरूप अपने हाथ की तलवार देकर गोघातीयों को समूल नष्ट करने के लिए दी थी और उसी तलवार से छत्रपति शिवाजी महाराज ने मुगलों का संहार किया था और छत्रपति शिवाजी महाराज की गोभक्ति के कारण ही उन्हें दरबार में गोप्रतिपालक से संबोधित किया जाता था।

पूज्य महाराज जी ने भोपाल में कोलार रोड के पास अपनी निजी भूमि में बिना सरकारी सहायता के 400 से अधिक सड़क दुर्घटना से ग्रस्त एवं बीमार गोवंश की सेवा के लिए भारत के बैंगलोर गुड़गांव हैदराबाद जैसी मेट्रो सिटीज में सॉफ्टवेयर इंजीनियर मल्टीनेशनल कंपनी में अच्छे पैकेज को छोड़कर गौसेवा में सम्पूर्ण समय देने वाली भोपाल निवासी नीताजी नायर को भोपाल क्षेत्र की धेनु शक्ति संघ की प्रभारी के नाते घोषणा कर भगवान कामधेनु कृष्ण से प्रार्थना की कि वे भोपाल क्षेत्र की एक्सीडेंटल एवं बीमार गौमाताओं की और श्रेष्ठ सेवा करे और गोपाल परिवार संघ उनका हर प्रकार से सहयोग करेगा ।

*गौ संवर्द्धन आश्रम, ग्राम मोकलावास, जोधपुर में स्व. डॉ. श्री चंचलमल जी चौरड़िया की प्रथम पुण्यतिथि के अवसर पर पूज्य संत श्री गोपालनंद सरस्वती जी महाराज के नाम से पंचगव्य विद्यापीठ का उद्घाटन राष्ट्रीय जैन कांफ्रेंस के पूर्व अध्यक्ष और समाजसेवी श्री नेमीचंद जी जैन ने अपने करकमलों से पंचगव्य विद्यापीठ का उद्घाटन किया।
र्यक्रम में डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति श्री प्रदीप प्रजापति जी, इसकॉन सर्जिकल के संस्थापक श्री सोहनलाल जी जैन, अन्य गणमान्य अतिथि, ग्रामीणजन, और पंचगव्य चिकित्सा में रुचि रखने वाले लोग उपस्थित रहे*



*317 वे दिवस पर चुनरी हरियाणा,गुरुग्राम,छत्तीसगढ़ एवं मध्यप्रदेश से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 317 वें दिवस पर चुनरी यात्रा छत्तीसगढ़ के रायगढ़ से राधेश्याम जी शर्मा ,हरियाणा के हिसार से सुशील जी , नवीन जी यादव एवं गुरुग्राम से डॉक्टर राजीव खरे, श्रीमती किरण जी खरे की पुत्री एवं प्रियांशु खरे की बहिन श्रीमती पूर्वी जी खरे पत्नी रोहित जी खरे गुरुग्राम ने अपने पुत्र दक्ष खरे के साथ व कैलाश सिंह जी पीपल्दा की नातिन श्रीमती रानू जी सिसोदिया गोपालपुरा(जीरापुर) के परिवार की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
Readmore..