Loading...

दैनिक समाचार



गो के बिना राष्ट्र रक्षा एवं राम की कल्पना नहीं की जा सकती* स्वामी गोपालानंद सरस्वती


गो के बिना राष्ट्र रक्षा एवं  राम की कल्पना नहीं की जा सकती* स्वामी गोपालानंद सरस्वती 

सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा  द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में  चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 316 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि आज चैतन्य महाप्रभु एवं स्वामी विवेकानंद जी के गुरु एवं भारत के एक महान संत, आध्यात्मिक सन्त रामकृष्ण परमहंस, क्रांतिकारी मदन लाल धींगरा एवं राजस्थान के तीसरे मुख्यमंत्री जयनारायण व्यास आदि दिव्य महापुरुषों के जन्म दिवस पर उन्हें स्मरण कर हम भी  धेनु रक्षा के लिए अपना सर्वच्च अर्पण कर दे क्योंकि  गैया नहीं बची तो हम भी नहीं बचेंगे और यह शाश्वत सत्य है कि राष्ट्र की रक्षा गो से ही संभव है अर्थात गो के बिना राष्ट्र रक्षा की कल्पना नहीं की जा सकती,गो के बिना राम की कल्पना नहीं की जा सकती ।
     स्वामीजी ने आगे बताया कि हमारे धर्मग्रंथों के आधार पर नीति कहती माताओं से कोई भी भला काम करवाना है तो उन्हें स्नेहभाव से आग्रह किया जाना चाहिए और जब माताएं आगे आ जाती है तो बात गतिशील  हो जाती है,इसलिए गोमाता के कार्य के लिए हमारे देश की मातृशक्ति को आगे आना होगा और इसके लिए ही धेनु शक्ति संघ नामक संगठन की रचना गोपाल परिवार संघ ने की है।
    स्वामीजी ने शुभ सूचना देते हुए बताया कि गोपाल परिवार संघ ने भारत के सभी जिलों में भगवती गोमाता की चिकित्सा के लिए पूरे देश में जो 1008 गो चिकित्सालयों का संकल्प लिया है और आगे बढ़ रहा है और उसी श्रृंखला में  मंदसौर जिले की जावरा तहसील  के ग्राम ढोढर से श्री बद्री लाल माली ने 5 बीघा भूमि गो चिकित्सालय को देने का संदेश  उज्जैन निवासी श्री अरुण जी अग्रवाल के माध्यम से भिजवाया है साथ ही उत्तरप्रदेश के हरदोई जिले में भी गो चिकित्सालय के लिए अमरनाथ जी गुप्ता हरदोई का संदेश आया है साथ ही मध्यप्रदेश की लाल माटी कहें जाने वाले आगर में स्थित चिपिया गोशाला में गो चिकित्सालय के लिए गोशाला की समिति ने भारतीय किसान संघ के आगर तहसील अध्यक्ष श्री श्याम सिंह जी के माध्यम से सन्देश भिजवाया है , पूज्य महाराज जी ने उक्त तीनों स्थानों के सज्जनों से आग्रह किया है कि आप वहां की एक स्थानीय समिति का गठन कर जमीन समिति के नाम करवा लीजिए ताकि दाता देवी फाउंडेशन के माध्यम से शीघ्रताशीघ्र चिकित्सालय निर्माण कार्य करवाया जा सकें ।



*स्वामीजी ने बताया कि आगामी 22 फरवरी से 27 फरवरी 2025 तक विश्व के  प्रथम गो अभयारण्य में गोष्ठाधिपति भगवान गोपालेश्वर महादेव के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा एवं श्री राधा कृष्ण विवाह के साथ  आगामी 25 फरवरी को आगर के लोकप्रिय विधायक माधव सिंह मधु गहलोत एवं इंदौर के गोभक्त मनीष जी गुप्ता तीन गरीब कन्याओं का शुभ विवाह सम्पन्न  होना है, ज्ञातव्य हो कि आगर के बेटी प्रिय विधायक  मधु जी गहलोत ने विगत दिनों अपने पुत्र के विवाह के साथ 61 गरीब कन्याओं का विवाह आगर में करवाया था और अब दो  गरीब कन्याओं का विवाह विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में करवाने जा रहें है*

*316 वें दिवस पर गोपुत्र सेना अकलेरा (झालावाड़) से गोपुत्र केशव बैरागी घाटोली,गोपुत्र सुनील कुमार  गेहूं खेड़ी,बापू लाल शर्मा, कल्याणपुरा आदि अतिथि उपस्थित रहें* 
 
*316 वे दिवस पर चुनरी राजस्थान के मेवाड़ क्षेत्र से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 316 वें दिवस पर चुनरी यात्रा के भीलवाड़ा जिले के बागौर में स्थित श्री गोसेवा समिति बागौर एवं ब्राह्मणी कलेक्शन बागौर की ओर से अमित काबरा भीलवाड़ा,जगदीश तेली बागौर, विमल खारोल,ओम प्रकाश खारोल,शिवरतन  काबरा के साथ गोप्रेमी सज्जन मातृशक्ति ने सम्पूर्ण मेवाड़  की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए  गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी  लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया  और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
Readmore..

हमारे सम्पूर्ण जीवन का मूल आधार है गोमाता* - कैलाश चन्द, वरिष्ठ प्रचारक राजस्थान


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 315 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि आज दो वीर दिव्य महापुरुषों का निर्वाण दिवस है जिसमें से वासुदेव बलवंत फडके जो भारत के स्वतंत्रता संग्राम के क्रांतिकारी थे जिन्हें आदि क्रांतिकारी कहा जाता है,दूसरा दक्षिण की झांसी की रानी कही जाने वाली रानी गिडालू या रानी गाइदिन्ल्यू भारत की नागा आध्यात्मिक एवं राजनीतिक नेत्री थीं जिन्होने भारत में ब्रिटिश शासन के विरुद्ध विद्रोह का नेतृत्व किया।
स्वामीजी ने बताया कि भारत ही नहीं वरन सम्पूर्ण विश्व में अनेकानेक वायरस का कुप्रभाव पड़ रहा है और अब तो हमारी ओजोन परत में भी छेद हो गए है ऐसा हमारे वैज्ञानिकों का मानना है इसका मूल कारण है पर्यावरण विशुद्धि और वायुमंडल को शुद्ध करने का सबसे श्रेष्ठ साधन गोमाता ही है और जहां वह मां"""""का उच्चारण करती है,उसी के स्वर से वातावरण शुद्ध हो जाता है और जहां जहां उसका गोबर गोमूत्र गिरता है वहां किसी भी वायरस का प्रभाव नहीं पड़ता है ।
315 वें दिवस पर राजस्थान क्षेत्र के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक कैलाश चन्द ने बताया कि जिन भगवान कृष्ण ने इच्छा की है कि मेरे आगे गाय,पीछे गाय,दाएं गाय,बाएं गाय रहें अर्थात गायमाता मैंरी हर प्रकार से सुरक्षा ही नहीं करें बल्कि मुझे हर प्रकार से आशीर्वाद प्रदान करें,जब भगवान गोमाता से यह अपेक्षा रखते है तो फिर हमारे लिए तो गोमाता की बड़ी भूमिका है ।
हम जानते है कि भारत कृषि प्रधान देश है और कृषि का मूल आधार गोमाता ही है और गोमाता गोमाता केवल कृषि का ही नहीं वरन हमारे सम्पूर्ण जीवन का मूल आधार है और यह एक वर्ष की गोमाता की महिमा हमारी गौसेवा से दूरी बढ़ी है उसी की राख हटाने का कार्य कर रही है ,क्योंकि हम सब जानते है कि गोमाता का हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान है लेकिन हम भूल जाते है,विस्मृत हो जाते है लेकिन इस प्रकार के आयोजन हमें पुनः स्मृत करवाते है कि हम अपने कर्तव्य की पूर्ति हेतु सकारात्मक रहें,सक्रिय रहें,गोमाता की सेवा में सदैव संवेदनशील रहें और गोमाता की सेवा का हम अधिकाधिक काम तभी कर सकते है,जब हम समय का प्रबंधन करें और इसके लिए हमें निरोगी एवं स्वस्थ रहना होगा और गोमाता की सेवा में रहेंगे तो सभी सुखी रहेंगे और सर्वे भवन्तु सुखिन...... एवं वसुदेव कुटुंबकम्,,,,,, यानि सारे संसार को परिवार मानकर सब सुखी रहें यह हमारे सनातन के विचार है और गोमाता की सेवा से हम ये सब पा सकते है ।

*315 वें दिवस पर श्री नितिन कासनीवाल शिक्षा संस्कृति उत्थान प्रान्त संयोजक जयपुर प्रान्त,मयंक रोहिला भारती भवन जयपुर,श्री प्रद्युम्न जी शास्त्री सालरिया,श्यामगढ़(मंदसौर), स्वामी सचमार्गी जी महाराज हरियाणा, लक्ष्मी नारायण जी खरोनिया प्रदेश अध्यक्ष,अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार सुरक्षा संगठनएवं राष्ट्रीय सचिव गो रक्षा प्रकोष्ठ,अजीत पटेल जिला अध्यक्ष, पवन जराटीया सचिव मानवाधिकार संगठन कोटा से ब्रजेश बैरागी,रामबलवान मीणा आदि अतिथि उपस्थित रहें*



*315 वे दिवस पर चुनरी यात्रा बिहार, हरियाणा एवं राजस्थान एवं मध्यप्रदेश से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 315 वें दिवस पर चुनरी यात्रा बिहार के दरभंगा से डॉ. परमानंद झा, डॉ.मंदाकिनी देवी,प्रीतेश दीक्षित,हरियाणा के हिसार जयवीर जी,साहिल जी,मीना देवी जी,शीला देवी मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले की जीरापुर तहसील के गोवर्धनपुरा से पूनमचंद जी पाटीदार पिता बाबूलाल जी पाटीदार अपने परिवार ,ग्राम,नगर की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
Readmore..

गोसेवा एवं गोरक्षा क्षत्रिय का मूल धर्म है* - स्वामी गोपालानंद सरस्वती


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 313 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि क्षत्रिय वही है जिसके शरीर पर गाय माता की रक्षा करते हुए, धर्म रक्षा सेवा करते हुए, बहन बेटी को बचाते हुए लड़ाई झगड़े में पांच पच्चीस निशान हो तो वह राजपूत है। क्षत्रिय का असली मैडल यही है। धर्म ग्रंथों में यही लिखा है। राणा सांगा के शरीर पर पूरे अस्सी घाव थे। वह भी बड़े बड़े घाव थे इसीलिए उन्हें सबसे बड़ा क्षत्रिय माना जाता है। क्षत्रियों की यही डिग्री है।

आपको बुद्धि मिली है, शक्ति मिली है, आपको सामर्थ्य मिला है और आप गौरक्षा नहीं करते है तो महाभारत के अनुसार आपको नर्क जाना पड़ेगा।

गौ माता रखने के दो-तीन उद्देश्य है पहला उद्देश्य दर्शन, दूसरा उद्देश्य सेवा, तीसरा उद्देश्य दूध। दूध को कभी बेचे नहीं। अतिथियों को पिलाएं, बच्चों को पिलाए ओर फिर भी यदि दूध बच जाए तो उसे गर्म करके दही जमाएं और फिर उस दही को मथ कर घी बनाये। हर घर में पूजा पाठ इत्यादि के लिए घी की आवश्यकता पड़ती है। इसलिए पूजा पाठ हवन आदि में गौमाता के घी का उपयोग करे यदि फिर भी बच जाए तो उसका विक्रय कर सकते है।

*श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा ,कामधेनु गो अभयारण्य ,धेनु देवी फाउंडेशन एवं दृष्टिदेवी फाउंडेशन के तत्वाधान में विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में चल रहें ग्वाल प्रशिक्षण शिविर के पंच दिवस पर प्रशिक्षणार्थियों ने स्वयं एक एक गोष्ठ की जिम्मेदारी लेकर ग्वालों से विधिवत गौसेवा कार्य करने का प्रशिक्षण लिया*


*313 वे दिवस पर चुनरी यात्रा गुजरात एवं मध्यप्रदेश से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 313 वें दिवस पर चुनरी यात्रा गुजरात के डांग जिले चुनर यात्रा
सुबेर डांग जिला के सूबेर से लवकेश पाण्डेय, श्याम राजपुरोहित लोकेश सिंह, हरिसिंह ओर रौशन बाड़ी महिला मंडल ने अपने परिवार की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
Readmore..

धेनु को इस संसार में सबसे बड़ा धन माना गया है* - स्वामी गोपालानंद सरस्वती


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 312 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि खाटू श्याम जी गाय माता की दुग्ध की धारा से प्रकट हुए और आज हमारे भाई बहन सब लोगों को जिनका धन चाहिए वह विशेष रूप से खाटू श्याम बाबा के श्री चरणों में जाते हैं। आजकल खूब बड़ी संख्या में भाई-बहन जा रहे हैं। 
आप सब को पता होना चाहिए हमारे खाटू बाबा तो परम गो प्रेमी है आजकल उनके भक्त कितने गो प्रेमी यह तो नहीं पता। खाटू बाबा ने गो की सेवा के लिए अपना जीवन लगाया और को के दूध से प्रकट हुए।

आज अंकित जी अग्रवाल और सुनील कुमार जी शर्मा खाटू श्याम जी से पधारे हैं। जब 31 वर्षीय गो पर्यावरण एवं अध्यात्म चेतना पदयात्रा आप श्री के द्वारा संचालित गौशाला के दर्शन करने गई वहां पर एक छोटी सी विसंगति नजर आई। वहां गैया मैया के साथ विदेशी पशु भी विराजमान थे, आपके श्री चरणों में प्रार्थना की की संभव हो तो आप इनको पृथक कर देवे। आपने हम जैसे साधरण ग्वाले की बात को भी स्वीकार करके और उन विदेशी पशुओं को गौ माता से अलग किया, इसके लिए हम आपके जीवन भर ऋणी रहेंगे। 

धेनु को इस संसार में जितने भी धन है उसमें से सबसे बड़ा धन माना गया है। अगर आप कभी च्यवन ऋषि की कथा पढ़ोगे या सुनोगे तो आपको पता चलेगा कि त्रिलोकी का राज एक तरफ और एक गाय माता एक तरफ है। 

ब्राह्मण देवताओं के लिए गौ ही परम धन है। गो नहीं तो त्रिकाल संध्या, यज्ञ, पूजा पाठ नहीं हो सकते। इसलिए सबसे बड़ा धन गो है और सबसे बड़ा धर्म भी गो ही है ।

*श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा ,कामधेनु गो अभयारण्य ,धेनु देवी फाउंडेशन एवं दृष्टिदेवी फाउंडेशन के तत्वाधान में विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में चल रहें ग्वाल प्रशिक्षण शिविर के चतुर्दश दिवस पर प्रशिक्षणार्थियों ने स्वयं एक एक गोष्ठ की जिम्मेदारी लेकर ग्वालों से विधिवत गौसेवा कार्य करने का प्रशिक्षण लिया*

*312 वे दिवस पर चुनरी यात्रा उत्तराखंड एवं राजस्थान से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 312 वें दिवस पर चुनरी यात्रा उत्तराखंड के भुवन चन्द जी तिवारी एवं खाटूश्याम से अंकित अग्रवाल एवं सुनील शर्मा ने अपने परिवार की ओर से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
Readmore..

गौ सेवा करने से जो चाहते हैं वह स्वत: मिल जाता है* - स्वामी गोपालानंद सरस्वती


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 311 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि वास्तविक सेवा से चित्त शुद्धि होती है सेवा के फलस्वरूप कुछ मिलता है और उसे प्राप्त कर लिया जाए तो चित्त की शुद्धि समाप्त हो जाती है। गौ सेवा करने से जो चाहते हैं वह स्वत: मिल जाता है। लेकिन जो स्वत:मिलता है उसका त्याग ही उचित है। सेवा, जप, तप, भक्ति, साधना, समाधि, ध्यान कुछ न कुछ मिलता है। कितना मिलता है क्या मिलता है यह जो करते है उन्हें पता रहता है। आप सकाम कर्म करो या निष्काम कर्म करेंगे तो भी फल तो मिलेगा ही। जिस प्रकार बीज बोने से फल तो लगता ही है चाहे आपकी खाने की इच्छा हो चाहे ना हो। प्रकृति का अपना नियम है कृपा निधान का अपना विधान है। सेवा में लगे हैं उनको फल तो मिलेगा ही इसमें तो कोई संदेह की बात नहीं है। उस मिले हुए फल का भी उपयोग न करें तो संभवत मुक्ति मिल सकती है।

आज कथा में बांसवाड़ा से अयोध्या पैदल जा रहे परम गौभक्त कांति लाल जी पंड्या ओर प्रकाश जी कलाल कथा के दौरान अभ्यारण्य पधारें। इनसे महाराज जी ने निवेदन किया कि आप पैदल अयोध्या जा रहे है हम एक चिट्ठी दे रहे वह रामजी के चरणों में रखना और हमारी ओर से प्रार्थना करना
कि भगवान आप गौ हित पृथ्वी पर आए लेकिन आज यह क्या हो रहा है या तो गौमाता को सुख पहुंचा दो या हमें ले जाओ क्यों व्यर्थ में यहां बैठा कर रखा है गैया के दुख को देखने के लिए, हमारा काम क्या है यहां। जब हम गौ की सेवा ठीक से नहीं कर पा रहे है।
रास्ते में जहां जहां आप जाए, जो जो भक्त आपसे मिले उनसे भी गौ सेवा करने के लिए कहें।

*विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में महाशिवरात्रि के पुण्य पर्व 22 फरवरी से 27 फरवरी 2025 तक गो अभयारण्य में गोष्ठाधिपति भगवान गोपालेश्वर महादेव के मंदिर में शिव परिवार प्राण प्रतिष्ठा,श्री राधा कृष्ण विवाह,दो कन्याओं का विवाह,श्री शिव कथा,गो कृपा कथा एवं अग्नि नृत्य जैसे विशाल आयोजन में सम्मिलित होने का पूज्य महाराज ने सभी से आह्वान किया*

*श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा ,कामधेनु गो अभयारण्य ,धेनु देवी फाउंडेशन एवं दृष्टिदेवी फाउंडेशन के तत्वाधान में विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में चल रहें ग्वाल प्रशिक्षण शिविर के त्रयोदश दिवस पर प्रशिक्षणार्थियों ने स्वयं एक एक गोष्ठ की जिम्मेदारी लेकर ग्वालों से विधिवत गौसेवा कार्य करने का प्रशिक्षण लिया*



*311 वे दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा एवं राजस्थान के बागड़ से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 311 वें दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के खमारपानी ग्राम से शिवदयाल जी ,कैलाश उमरेठी ,चंद्रधर एवं राजस्थान के बागड़ के बांसवाड़ा से कांति लाल पंड्या, प्रकाश कलाल ने अपने परिवार की ओर से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
Readmore..

मध्यप्रदेश के गोपालन मंत्री की भांति देश के हर मंत्री गौसेवा की भावना रखे तो देश में एक भी निराश्रित गोवंश नहीं रहेगा* - स्वामी गोपालानंद सरस्वती


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 310 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि भारत में चल रहें महाकुंभ के दौरान माघ पूर्णिमा के दिन संगम स्नान के साथ गोदान दान का विशेष महत्व होता है और जो कोई महाकुंभ में संगम स्नान के लिए नहीं जा पाएं और उन्होंने आज किसी गोशाला में जाकर गौसेवा के लिए दान कर दिया तो उस दान का महत्त्व संगम स्नान के बराबर है अर्थात जो गौसेवा करता है उन्हें संगम के स्नान का पुण्य सहज ही मिल जाता है क्योंकि भगवती गोमाता के चरणों में सब तीर्थों का फल मिलता है ।
 स्वामीजी ने आगे बताया कि देश में प्रतिदिन लाखों निरपराध पूज्य गोमाता का वध किया जाता है, उस पाप में क्या हमारे जैसे सामान्य व्यक्ति की भी कोई हिस्सेदारी है?
हां जी,, उस पाप में हर भारतीय की भागीदारी है,उसकी मुख्य वजह दो है,,,एक तो हमारे वोटों से चुनी सरकारें यह गोवध का लाइसेंस देकर करवाती है और गोवध के लिए जाते गोवंश को रोकने वालों को जेल में डाल देती है
और दूसरा जो भी गोवंश सड़कों पर निराश्रित घूम रहा है वो हमारे ही किसी के घर से छोड़ा गया है और हमारे शास्त्रों में क्षण भी है कि जो घर से गो को निकालता है वह भी गो हत्या के समान महापाप का भागी है अर्थात गो को घर से निकालना गो हत्या के बराबर ही पाप है और 
इस पाप की मुक्ति गौसेवा करने से हो सकती है, और गौसेवा करने का सामर्थ्य भगवान ने हमें दिया है, तो हम तन,मन ,धन एवं समय दान देकर अपने इहलोक के साथ परलोक को सुधारे ।।

स्वामीजी ने माघ पूर्णिमा के दिन जन्मे सामाजिक समरसता के प्रखर पुरोधा गुरु रविदास जी के जन्मदिवस पर समाज में जाति पाती के भेट को मिटाकर समाज के सामने उन्होंने जो कार्य किया है,उसे भुलाया नहीं जा सकता क्योंकि भगवती मान मीरा ने भी उन्हीं से प्रेरणा लेकर प्रभु भक्ति के रस में डूबकर अंत में स्वयं गोविन्द में ही समा गईं थी ।

*स्वामीजी ने मध्यप्रदेश के गोपालन मंत्री लखन जी पटेल का उदाहरण देकर बताया कि वे भारत के ऐसे गो प्रेमी है जो अपने घर पर भारतीय नस्ल की थारपारकर गोमाता की सेवा करना चाहते है ,यदि उनसे प्रेरणा लेकर देश एवं राज्यों के सभी मंत्री भी गौसेवा की भावना रखेंगे तो मेरे देश की एक भी गोमाता निराश्रित नहीं घूमेगी*

 

310 वें दिवस पर उत्तरप्रदेश के हरदोई (प्रह्लादपुरी ) से श्री अमरनाथ गुप्ता, मुन्नू सिंह ,श्री गिरीश दीक्षित,श्री आदेश सिंह ,श्री संजय बाबू एवं कमला ने हरदोई में एवं रतलाम के अंकित यादव ने रतलाम में एवं भारतीय किसान संघ के आगर तहसील अध्यक्ष श्री श्याम सिंह ने आगर में गो चिकित्सालय के लिए भूमि उपलब्ध करवाने का संकल्प लिया*

*श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा ,कामधेनु गो अभयारण्य ,धेनु देवी फाउंडेशन एवं दृष्टिदेवी फाउंडेशन के तत्वाधान में विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में चल रहें ग्वाल प्रशिक्षण शिविर के द्वादश दिवस पर प्रशिक्षणार्थियों ने स्वयं एक एक गोष्ठ की व्यवस्थाओं को संभालकर ग्वालों से विधिवत गौसेवा कार्य का किया*

*310 वे दिवस पर चुनरी यात्रा उत्तरप्रदेश के प्रह्लादपुरी (हरदोई) एवम् मध्यप्रदेश से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 310 वें दिवस पर चुनरी यात्रा उत्तरप्रदेश के हरदोई (प्रह्लादपुरी ) श्री अमरनाथ गुप्ता के परिवार से उनके साथ पधारे मुन्नू सिंह जी,श्री गिरीश जी दीक्षित,श्री आदेश जी सिंह ,श्री संजय बाबू एवं कमला कांत एवं रतलाम से अंकित यादव,उज्जैन से पवन राव,एवं आगर से चंद्रशेखर पाटीदार एवं शिवराज सिंह ने सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
Readmore..