Loading...

दैनिक समाचार



गौ माता को 51 क्विंटल सब्जी और फलों का लगाया छप्पन भोग*


*गो संवर्धन बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष स्वामी अखिलेशानंद जी के मुख्य आतिथ में मनाया गया गो महोत्सव*
*स्वामी जी ने कहा गो तस्करों के ठिकानों पर चलाया जाए बुलडोजर*
*आगर मालवा।* भारत विकास परिषद शाखा आगर द्वारा विश्व के सबसे बड़े गौ अभ्यारण सालरिया में गो महाउत्सव का भव्य रूप में आयोजन किया गया भारत विकास परिषद के अध्यक्ष कैलाश माहेश्वरी ने बताया कि
इस आयोजन के तहत 51 क्विंटल सब्जी और फलों का छप्पन भोग गौ माता को अर्पित किया गया यह आयोजन गो संवर्धन बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष स्वामी अखिलेशानंद जी महाराज के मुख्य अतिथि में और कथावाचक गोपालानंद सरस्वती जी महाराज एवं कपिल दीदी के मार्गदर्शन में मनाया गया। इस महाउत्सव में परिषद के सदस्यों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया और गौ सेवा का पुण्य लाभ प्राप्त किया।


इस दौरान गो अभ्यारण में गौ माता की चुनर यात्रा भी निकाली गई जो आकर्षण का केंद्र रही 

Readmore..

अपना अधिकार सुरक्षित रखना चाहते है तो बहुसंख्यकों की भावनाओं की कद्र करें अल्पसंख्यक*-


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 254 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि आज छत्तीसगढ़ के सतनाम परम्परा के प्रेरणा स्त्रोत गुरु घासी दास जी महाराज का प्रकट दिवस है। : गुरु घासीदास ने जाति व्यवस्था का कड़ा विरोध किया और एक ऐसे समाज की वकालत की जहाँ सभी के साथ सम्मान और गरिमा के साथ व्यवहार किया जाता है। सामाजिक सुधार: अपनी शिक्षाओं के माध्यम से, उन्होंने लोगों को अस्पृश्यता की प्रथाओं को छोड़ने और आंतरिक शुद्धता और नैतिकता पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित किया उन्होंने समाज को जीव हत्या नहीं करना, मांसाहार नहीं करना।, चोरी, जुआ से दूर रहना एवं नशा सेवन नहीं करना आदि सन्देश दिया ।
स्वामीजी ने बताया कि आज अल्पसंख्यक अधिकार दिवस भी है ,हमारे अधिकार हमें मिलने चाहिए लेकिन कर्तव्य कर्म ही हमारा वास्तविक अधिकार है इसलिए अल्पसंख्यकों से भी आग्रह है कि आप भारत भूमि पर विराजते है,हम आपका सम्मान करते है व अल्पसंख्यकों का भारत भूमि में सम्मान एवं सुरक्षा रही है,लेकिन अल्पसंख्यकों का भी कर्तव्य बनता है कि वे बहुसंख्यकों की भावना की भी कद्र करें अर्थात हमारे मंदिरों ,हमारे पूजा स्थलों,हमारे महापुरुषों का अनादर नहीं किया व हमारी भगवती गोमाता के वध का विचार नहीं किया तो भारतवासी बहुसंख्यक तो आपको अपने माथे पर बिठाने के लिए तैयार है। आपका अधिकार सुरक्षित करना चाहते है तो आपका सबसे पहला कर्तव्य बहुसंख्यक भाई बहनों की भावना के साथ आप खिलवाड़ न करें ,गोमाता को तो तनिक भी कष्ट न दे अगर आपने गोमाता को कष्ट नहीं दिया तो हम तो आपको भैया की तरह स्वीकार करने के लिए तैयार है, परन्तु आप गोमाता को कष्ट दोगे
तो फिर हम आपको भाई नहीं कसाई ही मानेंगे और कसाई का इलाज़ प्रेम व माला से नहीं भाला और तलवार से ही होता है। 
स्वामीजी ने राजा विक्रमादित्य की गो सेवा के बारे में बताते हुए कहां कि प्राण जाएं पर गायमाता के प्राण बचाएंगे यह राजा विक्रमादित्य का दृढ़ निश्चय था और वे अपने वचन पर अडिग रहें, मैं आपको गोमाता के लिए प्राण देने के लिए नहीं कह रहा बस आप गाय के साथ जीना सीख लीजिए अर्थात आप सड़क पर घूम रही एक निराश्रित गोमाता को दूध के लिए नहीं बल्कि सेवा के लिए पाल लीजिए क्योंकि उसकी सेवा का पुण्य अधिक मिलता है और जिंदगी में सुखी रहना है तो गोसेवा की और ही जाना होगा ।

*गो कृपा कथा के 254 वें दिवस पर गौरी शंकर डग ,रामकिशन टेलर एवं लक्ष्मी नारायण सेन उर्फ पप्पू लाल,मांगीलाल अपने क्षेत्र की मातृ शक्ति को बस में लेकर अतिथि के रूप में उपस्थित रहें*

*254 वे दिवस पर चुनरीयात्रा राजस्थान के झालावाड़ जिले से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 254 वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के झालावाड़ जिले की बकानी तहसील के नानोर स्थित गोशाला की और से गोसेवा समिति अध्यक्ष देवी सिंह,उपाध्यक्ष सज्जन सिंह,सचिव बालू सिंह अध्यापक,कोषाध्यक्ष भगवान सिंह, सदस्य राजेन्द्र सिंह,शिवसिंह पूर्व सरपंच, श्याम सिंह,नयन सिंह, भवानी शंकर, सुजान सिंह ,नारायण सिंह, बालू सिंह मनोहर सिंह, जसवंत सिंह, हिन्दू सिंह आदि पंच पटेलो के साथ ग्राम के युवा एवं सैकड़ों मातृशक्ति ने अपने परिवार की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया ज्ञातव्य हो कि डॉक्टर तिवारी जी का परिवार हर माह भगवती गोमाता के लिए चुनरी ओढ़ाते है और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
Readmore..

गोतीर्थ बनकर पूरे विश्व में अपनी कीर्ति स्थापित करेगा गो अभयारण्य मालवा* -


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 260 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि आज ही के दिन वल्लभाचार्य जी के द्वितीया पुत्र के रूप में श्री विट्ठलनाथ जी प्रकट हुए है और इनके जीवनकाल में गोमाताएं बहुत सुखी रही है क्योंकि उनका गोमाताओं के प्रति अपार स्नेह रहा है और पूज्य गुसाई विठ्ठल जी के जन्मोत्सव के शुभ दिन में ही आज से 12 वर्ष पूर्व 24 दिसम्बर 2012 को मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं गो संवर्धन बोर्ड मध्यप्रदेश द्वारा संचालित विश्व के इस प्रथम गो अभयारण्य रूपी वटवृक्ष का बीजारोपण राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के परम पूजनीय सरसंघ चालक डॉक्टर मोहन जी भागवत के करकमलों एवं भारत सरकार के वर्तमान कृषि मंत्री एवं उस समय के मध्यप्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी चौहान की अध्यक्षता में हुआ है और आज यह वटवृक्ष अपनी युवावस्था में प्रवेश कर श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के संरक्षक एवं संस्थापक गो ऋषि पूज्य स्वामी दत्त शरणानंद जी महाराज की पावन सन्निधि में प्रस्फुटित होकर लहलहा रहा है और आने वाले समय में यह विशाल वटवृक्ष के रूप में मालवा का गोतीर्थ बनकर पूरे विश्व में अपनी कीर्ति स्थापित करेगा । कामधेनु गो अभयारण्य के स्थापना दिवस पर आदरणीय मेघराज जी जैन और उनके साथ कंधा से कंधा मिलाकर उस समय नींव के पत्थर की भूमिका निभाने वाले लाल सिंह जी,कालू सिंह जी,नाथूसिंह जी सालरिया सहित जिन जिन भी गो भक्तों की भूमिका इस अभयारण्य के स्थापना के समय रहीं है उन सभी श्रेष्ठिजनों का पूज्य महाराज जी ने आभार जताया ।
स्वामीजी ने नारायण जी देसाई के जन्मदिवस एवं भारतीय राष्ट्रवादी, वैज्ञानिक और आविष्कारक सतीश चंद्र दासगुप्ता का आज निर्वाण दिवस पर उनको याद करते हुए उनके कार्यों से प्रेरणा लेने की बात कही ।
पूज्य स्वामीजी ने राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस पर देश वासियों से अपील की कि लोग आपको जागृत करने के लिए जागो ग्राहक 9जागो,, अपने अधिकार का उपयोग करों लेकिन हम कहते है, जागो ग्राहक जागो,अपने विचारों का उपयोग करों , अधिकारों का नहीं । हर कोई अधिकार चाहता है,विचार एवं कर्तव्य का पालन कोई करता नहीं है और सब अधिकारों की आंधी में डूबे पड़े है और आज राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस पर यही कहूंगा कि हमें जिस जिस का उपयोग करना है उसके बारे में जागना चाहिए क्योंकि बाजार कचरे एवं नकली सामान के ढेर से भरा पड़ा है उससे बचकर हमें गो दुग्धान एवं गो कृषि से उत्पन्न अन्न का ही उपयोग कर हमें भारतीय उपभोक्ता बनना चाहिए क्योंकि हमारे अन्दर अच्छा जाएगा तो अन्दर से कुछ अच्छा निकलेगा ।
पूज्य स्वामीजी ने आज की गोकृपा कथा में तिलक की महिमा के बारे में बताते हुए कहां कि तिलक हमारी सतोगुणी वर्दी है अर्थात जिस प्रकार एक सैनिक के लिए उसकी वर्दी का महत्त्व है और उसको पहनकर वह अपने आप पर गर्व की अनुभूति करता है,उसी प्रकार हर सनातनी के लिए तिलक की महत्ता है और जब उसके ललाट पर तिलक सुशोभित होता है तो उसमें अपने आप सतोगुण आ जाता है ।





*गो कृपा कथा के 260 वें दिवस पर युवराज राठौर डाबी, राणा प्रवीण सिंह पालड़ा, मृत्युंजय सिंह राठौड़ जयपुर , दूले सिंह तंवर 
शिवपाल सिंह तंवर , नारायण नाथ, शुभम नाथ नापा खेड़ी (आगर) एवं श्याम लाल व्यास बरडिया लड़ा(झालावाड़)अतिथि उपस्थित रहें*


*260 वे दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के पिड़ाव से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 260 वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के झालावाड़ जिले के पिड़ावा की महिला मंडल ने अपने परिवार की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
Readmore..

जिस किसान के घर में बैल हो उसी को सब्सिडी दे सरकार


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 258 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि आज भारत के चार महापुरुषों को स्मरण करने का दिवस है जिसमें से दो का आज जन्मदिवस एवं दो का निर्वाण दिवस अर्थात स्वामी सदानंद जी का आज जन्मदिवस है जिन्होंने सेवा और त्याग के अपने दोहरे आदर्शों के माध्यम से रामकृष्ण आंदोलन के शुरुआती इतिहास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वे शुरुआती दिनों में गरीबों और प्रभावितों की सेवा करने वाले रामकृष्ण मिशन के नेताओं में से एक थे। उन्होंने मद्रास में रामकृष्ण मठ की स्थापना में स्वामी रामकृष्णानंद की मदद की और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी का भी आज जन्मदिवस है ,जिसे राष्ट्रीय किसान दिवस के रूप में मनाया जाता है साथ ही आज ही के दिन स्वामी श्रद्धानंद जी की हत्या कर दी गई थी। स्वामी श्रद्धानंद का मूल नाम मुंशीराम था। वे भारत के महान राष्ट्रभक्त संन्यासियों में अग्रणी थे। स्वामी श्रद्धानंद ने देश को अंग्रेजों की दासता से छुटकारा दिलाने और दलितों को उनका अधिकार दिलाने के लिए अनेक कार्य किए और स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम नायकों की विशिष्ट सूची में वीर अर्जुन लाल सेठी का भी आज निर्वाण दिवस है ।
स्वामीजी ने किसान दिवस पर सन्देश दिया कि किसान सुखी होगा तो देश खुशहाल होगा और किसान दुःखी होगा तो देश दुःखी हो जाएगा क्योंकि किसान के चेहरे में प्रसन्न रहकर हल चलाकर अन्न ,फल, सब्जियां उत्पादित करेगा तो उसको खाने वाला भी प्रसन्न रहेगा इसलिए किसानों की प्रसन्नता से ही राष्ट्र की प्रसन्नता है और किसान दिवस पर हम भगवान से प्रार्थना करते है कि भारत का किसान प्रसन्न रहें लेकिन सच बात तो यह है कि किसान उस दिन खुश होगा जिस दिन किसान के घर पर दो जोड़ी बैल एवं दश गोमाता विराजमान रहेगी उस किसान को कोई दुःखी नहीं कर सकता क्योंकि गायमाता के गोबर की शक्ति से वह पुण्य कमाएगा और बेलों की धर्मशक्ति उसे प्रसन्नता की और भेजेगी और किसान दिवस पर हम किसान भाइयों के लिए भगवान से यही प्रार्थना करते है कि सब के घरों में गोवंश की वृद्धि करें और भारत एवं राज्य सरकार के कृषि मंत्रालयों से आग्रह है वे उन्हीं किसानों को सब्सिडी दे जिनके घरों में बैल हो और ऐसा होने से तीन काम हो जाएंगे पहला तो केमिकल फर्टिलाइजर पर अंकुश लगेगा क्योंकि बेलो का गोबर खेत में डलेगा दूसरा बेल होगा तो उसके मन में धर्म बढ़ेगा और वह अपराध नहीं करेगा और संतुष्ट एवं प्रसन्न रहेगा और तीसरा बैल आधारित अन्न इतना पावन होगा कि वह जिसके भी घर जाएगा वह प्रसन्न एवं सुखी रहेगा जिससे पूरे देश का लाभ होगा और सड़कों पर एक भी गोवंश नहीं घूमेगा ।
स्वामीजी ने आगे बताया कि सेवा का दूसरा नाम है संघर्ष और जहां संघर्ष न हो तो समझ ले कि सेवा में कोई कमी चल रही है क्योंकि सेवा से नव पुण्यों का उदय होता है और संघर्ष से पुराने पाप जल जाएंगे और नए पुण्यों का उदय होगा तो धीरे धीरे हम पुण्यों की कामना न रखते हुए सेवा में लगेंगे और वहीं निष्काम सेवा हम लोगों को हमारी मंजिल परमात्मा तक पहुंचाएगी ।

*स्वामीजी ने बताया कि विश्व के इस प्रथम गो अभयारण्य में श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा एवं दृष्टि दैवी फाउंडेशन ग्वाल प्रशिक्षण करवाकर सम्पूर्ण भारत को प्रशिक्षित ग्वाल उपलब्ध करवाएगा*

*गो कृपा कथा के 259 वें दिवस पर सिंचाई विभाग के SDO गोविन्द पाटीदार,सब इंजीनियर आनन्द वर्मा एवं समय पालक कैलाश राठौर व भोपाल से मोहन लाल सक्सेना, राजेन्द्र सक्सेना अतिथि उपस्थित रहें*


*259 वे दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश के अलीराजपुर से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 259 वें दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश के अलीराजपुर गायत्री गोपाल गोशाला जोबट से राजेन्द्र टबली, श्रीराम गोशाला अलीराजपुर से सुनील राठौर ,दिनेश सस्तीया एवं भूपेंद्र माली व राजस्थान के झालावाड़ जिले के भवानीमंडी क्षेत्र से कुंडीखेड़ा ग्राम की महिला मंडल ने अपने परिवार की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
Readmore..

गोमाता को पशु सूची से हटाकर माता के पद पर स्थापित करें सरकार*


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 258 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि आज राष्ट्रीय गणित दिवस मनाया जाता है ,क्योंकि आज ही के दिन महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन का जन्म हुआ था। उन्हीं की याद में इस दिन (National Mathematics Day) को मनाने की शुरुआत की गई और जैसा रामानुजन का जीवन रहा वह इस उपलब्धि के हकदार भी हैं।
पूज्य स्वामीजी ने भारत विकास परिषद् के संस्थापक सदस्य एवं भारत माता मन्दिर हरिद्वार के संस्थापक पूज्य स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी जी महाराज के कृपापात्र एवं मध्यप्रदेश गो संवर्धन बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष परम पूज्य महामंडलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरा नन्द गिरी जी महाराज को एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 257 वें दिवस की अध्यक्षता के नाते निवेदन कर पूज्य स्वामी जी का आभार प्रकट करते हुए कहां कि मेरा देश पुनः विकास की सीढी पर चढ़ रहा है , यानि मैकाले शिक्षा पद्धति के प्रभाव एवं लम्बे समय से गुलामी के मकड़जाल में फंसने के कारण हम भगवती गोमाता को भूल चुके थे और उसे पशु समझकर उसकी उपेक्षा करने लग गए थे लेकिन अब पुनः लोगों के हृदय में गो सेवा का भाव जगा है और लोग श्रद्धा पूर्वक भगवती गोमाता के लिए चुनर एवं 56 भोग लेकर पधार रहें है ।
पूज्य स्वामीजी ने गोमूत्र की महिमा का वर्णन करते हुए बताया कि भगवती गोमाता का गो मूत्र इस दुनियां का सबसे बड़ा कृमि नाशक है साथ ही इससे कैंसर जैसी असाध्य बीमारी भी इसके माध्यम से ठीक हो रही है। 
*257 वें दिवस के अध्यक्ष के नाते अपने आशीर्वचन में परम पूज्य महामंडलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरा नन्द गिरी जी महाराज ने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के परम पूज्य सरसंघचालक डॉक्टर मोहन जी भागवत ने विगत 24 दिसम्बर 2012 को जिस गो अभयारण्य रूपी पौधे का बीजारोपण किया था आज वह पौधा विश्व के प्रथम गो अभयारण्य रूपी वटवृक्ष के रूप में प्रफुल्लित हो गया है यानि गो संवर्धन बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष मेघराज जी जैन ने जो सपना इस गो अभयारण्य को लेकर संजोया था वह सपना पूरा हो रहा है ।
स्वामीजी ने आगे बताया गाय विश्व के अर्थ का आधार है और जिस जिस देश में गोमाता की उपेक्षा हुई है वहां की जे.डी.पी.गिरी है और वह देश कंगाल हुआ है और पूज्य स्वामीजी ने देश एवं राज्यों के मुखियाओं से आग्रह किया कि भगवती गोमाता को पशु सूची से हटाकर माता के रूप में स्थापित करें और सम्पूर्ण भारत में गो हत्या पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगे तभी भारत पुनः विश्वगुरु के पद पर पुन: स्थापित हो सकती है ।*भारत विकास परिषद् आगर इकाई के और से विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में 51 क्विंटल सब्जी एवं फलों का विशाल 56 भोग का आयोजन एवं साध्वी कपिला गोपाल सरस्वती दीदी जी के जन्मदिवस के पुण्य अवसर पर उनके गुरुदेव भगवान स्वामी गोपालानंद जी सरस्वती एवं उनका स्वयं का तुलादान करवाया*

*गो कृपा कथा के 257 वें दिवस पर नई दुनियां आगर के संवाददाता श्रीकांत माहेश्वरी, अभी तक चेनल के राजेन्द्र शर्मा,हेमंत शर्मा एवं साधना व भारत चेनल के गोविंद गुरु का भगवती गोमाता की छवि देकर बहुमान किया*

*258 वे दिवस पर चुनरीयात्रा भारत विकास परिषद् आगर , राजस्थान एवं मध्यप्रदेश से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 258 वें दिवस पर चुनरी यात्रा भारत विकास परिषद् आगर इकाई के अध्यक्ष कैलाश माहेश्वरी,प्रान्त प्रमुख राजेन्द्र विश्वकर्मा,कोषाध्यक्ष रमण जैन , सूचना सदस्य अनूप सिंह सदस्य पुरूषोतम गुप्ता,महेश माहेश्वरी, श्रीकांत माहेश्वरी, महिला प्रमुख उमा शर्मा व सुधा मेडी के नेतृत्व में भारत विकास परिषद् के सभी सदस्यों सहित एवं शाजापुर जिले के मोहना से श्रीमति प्रेम बाई धर्मपत्नी मुरलीधर सोलंकी,के साथ पुत्रवधु श्रीमती माया सोलंकी,पुत्र सत्य सोलंकी,पुत्रवधु दीपिका एवं उनके पुत्र राम सोलंकी एवं सुसनेर तहसील के खेरिया ग्राम व राजस्थान के कोटा महानगर से दिलीप कुमार सोनी,श्रीमती राधे सोनी,कन्हैया लाल सोनी,तनु सोनी एवं झालावाड़ जिले की पचपहाड़ तहसील के। ठिकाना कोटड़ी से डॉक्टर विक्रम सिंह जी जमुनिया के समधि तूफ़ान सिंह परिवार के साथ सेंकड़ों युवा एवं मातृशक्ति ने अपने परिवार की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए 56 भोग एवं विशाल चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
Readmore..

पूज्य संतो के सानिध्य में गोलोक जैसी अनुभूति हो रही है,इस गो अभयारण्य में*


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 257 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि आज भारत के एक क्रांतिकारी वीर गेंदालाल जी दीक्षित का निर्वाण दिवस है, जिनको क्रांतिकारी द्रोणाचार्य मानते थे। आगरा मेडिकल कॉलेज में डाक्टरी की पढ़ाई छोड़ कर इटावा जिले की औरैया तहसील में डीएवी स्कूल के हेडमास्टर रहें और शिवाजी समिति के जरिए गुरिल्ला वार के अनोखे प्रयोग किए। ब्रह्मचारी लक्ष्मणानंद के साथ मिलकर चंबल घाटी के दस्यु सरदारों को क्रांति-योद्धा बना दिया। 21 दिसंबर 1920 को दिल्ली के एक अस्पताल में गुमनाम रहते हुए अपनी अंतिम यात्रा पर चले गए ।

पूज्य स्वामीजी ने निर्गुण एवं सगुण दोनों को समान एवं ब्रह्म तक पहुंचने का एक ही मार्ग बताते हुए कहां कि अगुण एवं सगुण दोनों ब्रह्म ही तो है,लेकिन जहां मैं सही हूं तू गलत है वहां से पतन का मार्ग शुरू हो जाता है और जिस दिन मै गलत हूं बाकि सब सही है यह दिमाग में बैठा लिया उस दिन शोधन संशोधन सब कुछ शुरू हो जाएगा और यह सब प्रेम से ही संभव है और यह प्रेम भगवती गोमाता की सेवा से ही आ सकता है ।

*157 वें दिवस पर वामदेव आश्रम पुष्कर से पूज्य मधुसूदन जी महाराज ने अपने आशीर्वचन में कहा कि मालवा की पुण्य भूमि में स्थापित विश्व के इस प्रथम गो अभयारण्य का दर्शन पाकर मै धन्य हो गया हूं और यहां आकर मैं गोलोक जैसी अनुभूति कर रहा हूं और यह मालवा की भूमि के पुण्य उदय के कारण ही पूज्य संतो के सानिध्य से ही सम्भव हुआ है और एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव रुपी यह दिव्य कार्यक्रम भगवती गोमाताजी की सेवा एवं कृपा से ही सम्भव है, क्योंकि सच्ची भक्ति गोमाता की सेवा से ही प्राप्त हो सकती है ।
पूज्य महाराज जी ने बताया कि सनातन धर्म एवं गोमाता एक दूसरे के पूरक है और इनके रक्षण के लिए तो आदि गुरु शंकराचार्य भगवान से लेकर दादू दयाल जी महाराज एवं वीर तेजाजी महाराज जैसे दिव्य महापुरुषों ने सनातन धर्म की धर्मध्वजा पहराकर सनातन धर्म को बचाया है और गो रक्षा हेतु अपने प्राण तक न्यौछावर किया है ।

   
*गो कृपा कथा के 257 वें दिवस पर श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा लोक पुण्यार्थ न्यास के राष्ट्रीय कानूनी सलाहकार श्री कृष्णकांत(मामाजी) व श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के केन्द्रीय निदेशक श्री अम्बालाल सुथार मुख्य अतिथि उपस्थित रहें*

*257 वे दिवस पर चुनरीयात्रा राजस्थान के बांसवाड़ा, अजयमेरू एवं झालावाड़ जिले से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 257 वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के बागड़ क्षेत्र की गोवर्धन गोशाला तलवाड़ा(बांसवाड़ा) के 51 गौभक्तों का दल जगदीश व्यास, दिनेश त्रिवेदी,प्रकाश भट्ट,अनिल भाई सोनी, शैलेन्द्र व्यास,सुनील व्यास,हरीश सोमपुरा,जगदीश व्यास एवं कांति लाल के नेतृत्व में व अजयमेरू महानगर से जयराम मीणा एवं श्रीमती भगवती देवी,राजेन्द्र कुमार मीणा ,श्रीमती विमला देवी, सत्यप्रकाश मीणा, श्रीमती संध्या देवी एवं श्रीमती कांता मीणा एवं झालावाड़ जिले की पिड़ावा तहसील के सेमली भवानी से प्रेमचन्द,कमल,दिनेश,शोभाराम,रामगोपाल,मांगीलाल,सियाराम, राकेश चन्द , माधव , संजय पाटीदार व हरिसिंह, प्रहलाद सिंह सहित ग्राम के युवा एवं मातृशक्ति ने अपने परिवार की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
Readmore..